Nojoto: Largest Storytelling Platform

New तू सपनों की रानी मैं Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about तू सपनों की रानी मैं from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, तू सपनों की रानी मैं.

sanju पहाड़ी

#कौन मैं,कौन तू

read more
White 🤍 कौन मैं, कौंन तू 🤍

जानता हूं परेशान मैं ही नहीं, आप भी नजर आते हो 
दिल में भरी बातों को,दिल में ही दफ्फन कर जाते हो 
कब तक खुद को, यूं ही सजा देते रहोगे
कभी अपने फेसलों पर, मुड़कर के तो देखो 
मिलेंगें राह में, अनेकों हसीन चेहरे 
कभी इस मासूम चेहरे की, तरफ भी तो देखो
मालूम नहीं, किस बात को दिल से लगा बैठे हो
अनसुनी कहानियों पर, पर्दा डालकर के तो देखो
आसान नहीं है, रिश्ते को कामयाबी की ओर देखना   
लोगो के नजरिया को, नजरअंदाज करके तो देखो
कभी खुद के, दिल से पूछ्कर के देखना
कौन मै कौन तू ,जरा ये दिल से पूछ करके तो देखो 
यूं ही न जाने देना, इस अटूट रिश्ते को 
दो आत्माओं के बन्धन में ,साथ देकर के तो देखो

©sanju पहाड़ी #कौन मैं,कौन तू

Nurul Shabd

#तू #घर #की #लाज है  Shayari

read more

संगीत कुमार

#BirthDay (प्राणप्रिया) चंचल मन तू चंचला प्रिया। पुष्प-रूपी तू पुष्प लता।। दिव्यस्वरुपनी तू दिव्या प्रिया। चंचल मन तू चंचला प्रिया ।। रमा-

read more
(प्राणप्रिया)
चंचल मन तू चंचला प्रिया।
पुष्प-रूपी तू पुष्प लता।।
दिव्यस्वरुपनी  तू दिव्या प्रिया।
चंचल मन तू चंचला प्रिया ।।

रमा-रूपी तू कांता प्रिया।
हरिप्रिया  तू प्राण प्रिया।।
श्रृंगार -रूपी तू दारा प्रिया।
चंचल मन तू चंचला प्रिया।

अपूर्व (तनय) की तू जननी प्रिया।
घर की तु पद्मा प्रिया।।
उपवन की तू कुसुम  प्रिया
चंचल मन तू चंचला प्रिया।।

आलय की तू वामा प्रिया ।
सुख-दुख की तू छवि प्रिया।।
आँगन की तू आह्लाद प्रिया ।
चंचल मन तू चंचला प्रिया ।।

आकांक्षा की तू मयूख प्रिया।
समृद्धि की तू लक्ष्मी प्रिया।।
घरनी तू घरवाली प्रिया।
चंचल मन तू चंचला प्रिया।।

बाग की तू गुल प्रिया।
आँगन की तू शोभा प्रिया।।
परिवार की तू ऐश्वर्य प्रिया।
चंचल मन तू चंचला प्रिया।।

©संगीत कुमार #BirthDay (प्राणप्रिया)
चंचल मन तू चंचला प्रिया।
पुष्प-रूपी तू पुष्प लता।।
दिव्यस्वरुपनी  तू दिव्या प्रिया।
चंचल मन तू चंचला प्रिया ।।

रमा-

Shiv Narayan Saxena

#love_shayari सपनों का व्यापार.

read more
White कौड़ी  दाम  लगे नहीं, फिर  कैसा इनकार।
 खुली ऑंख होता नहीं, सपनों का व्यापार।।

रहो  कहीं  तुम  प्यार में, मिला करो इकबार।
 सफल निरापद लोक में, सपनों का व्यापार।।

कुसुम  कली  कच्ची अभी, तितली लख मंडराया।
 विकसित कुसुम नहीं कली, भंवरा नहिं निअराय।।

प्रेम जगत में सार है, प्रेम-शक्ति अन् अन्त।
मर्यादित हो  प्रेम  तो,  प्रेम  रुप  भगवन्त।।

©Shiv Narayan Saxena #love_shayari सपनों का व्यापार.

Sumit Kumar

तू धार है नदियाँ की मैं तेरा किनारा हूँ..

read more
White "नदियाँ" स्त्रीलिंग क्यों?

"सागर" पुल्लिंग क्यों?

ये समझ गए तो

 स्त्री और पुरुष के मन को समझ जाओगे..

©Sumit Kumar तू धार है नदियाँ की मैं तेरा किनारा हूँ..
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile