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Palak Parmar
White सजना दूरी एनी भी न रखी की तू कोल आवे ते मैनू चाह न होवे ©Palak Parmar सजना दूरी एनी भी न रखी की तू कोल आवे ते मैनू चाह न होवे
सजना दूरी एनी भी न रखी की तू कोल आवे ते मैनू चाह न होवे
read moreN S Yadav GoldMine
White {Bolo Ji Radhey Radhey} सत्ता, ताकत, जवानी, जन्म- मरण, खुसी, गम सबकी एक्सपायरी डेट हैं, दुखी व चिंता मे मत जियो, कुछ भी नही होना और न ही कुछ कर सकते हो? भगवान श्री हरि का भजन करो जी।। ©N S Yadav GoldMine #good_night {Bolo Ji Radhey Radhey} सत्ता, ताकत, जवानी, जन्म- मरण, खुसी, गम सबकी एक्सपायरी डेट हैं, दुखी व चिंता मे मत जियो, कुछ भी नही हो
#good_night {Bolo Ji Radhey Radhey} सत्ता, ताकत, जवानी, जन्म- मरण, खुसी, गम सबकी एक्सपायरी डेट हैं, दुखी व चिंता मे मत जियो, कुछ भी नही हो
read moreसंस्कृतलेखिकातरुणाशर्मा-तरु
स्वलिखित संस्कृत रचना शीर्षक विश्वासघातकं विश्वासघातकं कुलसम्बन्धं यावत् निर्दोषतायां स्वार्थः भवतु, यावत् वयं तेषां हितकराः स्मः, अन्यथा
read moreRakesh frnds4ever
White तुझको जो पा जाऊं मैं धन दौलत से भर जाऊं मैं काश तू दुल्हन बनकर आए जीवन में,,, दुनिया की तरह ,,,,,,,मेरी भी दुनिया हो जाए हसीन,,,,,,, पा कर तेरे साथ को जो नीभ जाए जिंदगी तू हो जाए जो मेरी जीवनसंगिनी,, धन तेरस हो जाए मेरी मिल जाए मुझे धन - ते- रस ©Rakesh frnds4ever #तुझको जो पा जाऊं मैं #धन_दौलत से भर जाऊं मैं काश तू #दुल्हन बनकर आए जीवन में,,, दुनिया की तरह मेरी भी दुनिया हो जाए हसीन,, पा कर #तेरे_
संस्कृतलेखिकातरुणाशर्मा-तरु
स्वलिखित संस्कृत लेख भाग१ अद्यत्वे अपि अग्निप्रवेशम अद्यत्वे अपि स्थितिः प्रत्येकस्य महिलायाः अग्निप्रवेशम अस्ति। प्रतिक्षणं ददाति, जीवनस
read morePraveen Jain "पल्लव"
White पल्लव की डायरी ब्रह्मांड के इर्द गिर्द ,जीवन सब के झूले है जन्म मरण के रहस्य समझ से परे है ग्रह तारे सब चक्कर लगाते इसके संकेत भविष्य के देते है हर कर्मो का लेखा जोखा रखते है सब ओटोमेटिक है कब प्राणी चेतना छोड़ दे कब उसमे नये प्राण जन्म लेले बनावट और शरीर का निर्माण कर्मो की मति और गति से करता है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #Sad_Status जन्म मरण के रहस्य,समझ से परे है #nojotohindipoetry
#Sad_Status जन्म मरण के रहस्य,समझ से परे है #nojotohindipoetry
read moreMohan raj
जो भावनाओं को शब्दों में व्यक्त नहीं कर सकते उन्हें चुप रहना चाहिए ये भावान् वाचाभिव्यञ्जयितुं न शक्नुवन्ति ते तूष्णीं तिष्ठेयुः Those who cannot express feelings in words should remain silent Dhanywaad Har Har Mahadev ©Mohan raj #Life Lessons ये भावान् वाचाभिव्यञ्जयितुं न शक्नुवन्ति ते तूष्णीं तिष्ठेयुः
#Life Lessons ये भावान् वाचाभिव्यञ्जयितुं न शक्नुवन्ति ते तूष्णीं तिष्ठेयुः
read morewriter_Suraj Pandit
भागवत गीता 🙏🏻 (अध्याय 2, श्लोक 47) कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन। मा कर्मफलहेतुर्भूर्मा ते संगोऽस्त्वकर्मणि॥ भावार्थ: तुम्हारा अधिकार केवल कर्म करने में है, उसके फलों में कभी नहीं। इसलिए तुम कर्मों के फल की चिंता मत करो, और न ही निष्क्रियता की ओर प्रवृत्त हो। यह श्लोक हमें बिना फल की चिंता किए अपने कर्तव्यों का पालन करने का संदेश देता है। ©writer_Suraj Pandit भागवत गीता 🙏🏻❣️🌺🌸 श्लोक (अध्याय 2, श्लोक 47) कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन। मा कर्मफलहेतुर्भूर्मा ते संगोऽस्त्वकर्मणि॥ inspirational
भागवत गीता 🙏🏻❣️🌺🌸 श्लोक (अध्याय 2, श्लोक 47) कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन। मा कर्मफलहेतुर्भूर्मा ते संगोऽस्त्वकर्मणि॥ inspirational
read morePraveen Jain "पल्लव"
White पल्लव की डायरी मन के संचित भावो ने ही आवरण भव भवो के ओड़े है आकुल व्याकुल हर्ष विषाद में अनजाने पापो के पाप आत्मा में जोड़े है करो चिकित्सा इनकी अब दस दिन दसधर्म को प्रगटाओ एक एक धर्म का सार समझो बोधिसत्व चेतना तक पहुँचायो कैम्प समझो आत्मशुद्धि का दस दिन विकारों को दूर भगाये सत्य शौच संयम त्याग तपस्या और व्रतों से मुक्तिपथ अपनाकर जन्म मरण का रोग भगाये प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #Buddha_purnima जन्म मरण के रोग भगाये #nojotohindi
#Buddha_purnima जन्म मरण के रोग भगाये #nojotohindi
read moreबेजुबान शायर shivkumar
White कुछ अधूरे अफसाने कुछ अधूरे अफसाने भी ,कुछ दिल में बसे रह गए । जिन्हें तुम कभी लिख न पाए ,हम वो किस्से बनकर रह गए ।। हर मोड़ पर तेरी याद आती रही ,और ये दिल भी यु ही तड़पाती रही । हमेशा की तरह ये सिलसिले भी, मेरी तो अधूरे रह गए ।। मेरे हर लफ्ज़ में बसी थी , तेरे हर उस प्यार की मिठास । लेकिन हम उस मुकाम तक ,तुम तक कभी पहुँच भी न सके ।। तुमसे जहाँ मिलना था, वहीं तेरी यादें रह सी गईं । वो शामें, वो बातें, फिज़ाओं में अफसाने अधूरे रह गए ।। मेरे इन ख्वाबों में तेरा चेहरा ,मुझे आज भी सजीव सा लगता है । पर हकीकत में तो ,मुझे आज भी तेरी कमी दिल को यु चुभती है ।। हर पल का साथ तेरा चाहा था , पर वो मेरे नसीब न हुआ । हमारे प्यार के , इस ज़माने मे अधूरे रह गए ।। कुछ किस्से है जो , अपने इस दिल में दबाकर रखे थे । अचानक दूरी से उन्हें जताने मे, वो अधूरे रह गए ।। कुछ मेरी भी अधूरे अफसाने है ,मेरे इस दिल में बसे रह गए । जिन्हें तुम कभी लिख न पाए ,हम वो किस्से बनकर रह गए ।। // प्रेम का इंतज़ार कर ते , यु अपनी जान के लिए // ©बेजुबान शायर shivkumar प्यार पर कविता हिंदी कविता कविता कोश प्रेरणादायी कविता हिंदी कविताएं कुछ अधूरे अफसाने कुछ अधूरे अफसाने भी ,कुछ दिल में बसे रह गए । जि
प्यार पर कविता हिंदी कविता कविता कोश प्रेरणादायी कविता हिंदी कविताएं कुछ अधूरे अफसाने कुछ अधूरे अफसाने भी ,कुछ दिल में बसे रह गए । जि
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