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Hari Udaas
bench खुदा माफ ना करें.... मुझें मेरी गलतियों का सजा दें। जरा मैं भी तो देखू, एक भुल की स़जा़ कितनी लंबी होती है।। ©Hari Udaas #Bench
kunti sharma
bench सभी जख्म ऐसे नहीं होते जो भर जाए कुछ जख्म ऐसे भी होते हैं जो कभी नहीं भरते जो समय बे समय दर्द देते रहते हैं ©kunti sharma #Bench
Arman malik
bench छोटा हो या बड़ा भरोसा दूसरे पे है तो मंजिल धोखा निकलेगा जिलों चाहे जितना कल छल के साथ झूठी जिंदगी झूठा ही निकले गा ©Arman malik #Bench
ANOOP PANDEY
bench मिल गये हो जो तुम तो क्यों हूँ हैरान मैं शायद खुद से ही अब तक हूँ अंजान मैं तुम- मिलोगे यूँ ही हमनें सोचा ना था शायद खुद पर ही हमको भरोसा ना था आज तुमसे मिला हूँ तो मैं खुलकर हँसा अपना हंसने का कोई भी इरादा ना था तुम हो जो भी ओ यारा बने ही अब रहो तुमसे परिचय का कोई भी इरादा ना था तुम हो भोले बहुत ही यार हम है जानते तब ही कुछ ओ कहने का इरादा न था तुमको जितना भी जाना हो विरले लगे सच कहूँ जो अगर तुम हो उम्दा ही लगे बात करते हो जैसे क्या कहूँ उस पे मैं जो भी होता कृष्ण का वो है भाता मुझॆ उसका लहजा कोई भी है लुभाता मुझॆ माना मैंने कि थोड़ा सा ही बदला हूँ मैं गर जो सच मैं कहूँ थोड़ा संभला हूँ मैं ©ANOOP PANDEY #Bench
Sonu Sharma
bench #इन्ही_अंधेरों_में_रह_जाऊँगा_मैं_कभी_खो_कर #मैं_जानता_हूँ_मेरी_हम_नफज़ ©Sonu Sharma #Bench
Anil Ray
bench 💘💘✨बेंच का बयान✨💘💘 सुनो जनाब! सुनो मोहतरमा! खुली किताब-सा मेरा जीवन मेरी किले चुभती है न तुम्हें पर मैंने दुहरा चरित्र नही रखा कभी न कभी इनको छुपाकर ही रखा यह अलग बात आपने नही देखा.. मेरा वैभव था मेरी चमक जिसे भी तुमने बैठकर चुराया आये जब भी थककर तुम कभी मैंने बिनभेदभाव तुमको बैठाया पर आज सोफ़ा क्या आया घर में तुमने सारे एहसानों को ही भुलाया.. अनिल एक राज़ की बात कहूं किसी से कहना नही दोस्त कभी अकेलेपन का सबसे बड़ा फायदा कोई धोखा नही दे सकता हमें कभी मतलबपरस्तों ने समझा दिल नही मेरा कमबख़्त यें अश्रुसरिता निर्झर है अभी.. ©Anil Ray #Bench
it's eqra
bench क्या तुम्हें याद है, वह खामोशी सी खिड़की, जहाँ चंदनी रौशनी बिखेरती थी। वहाँ खड़ी थी वो, अपनों के साथ बिताए हर पल की यादों में खोई, खुशियों और गमों की कहानी जो छिपी हुई थी। उस खिड़की के पीछे, दिलों के तार बांधे थे, प्यार और सम्मान की राहों में चले थे। यादों की इस खिड़की से, जीवन की यात्रा चली थी, हर एक रास्ते पर अलग-अलग थे मंजिलें। अपनों का एहसास, जीवन को खूबसूरत बनाता है, चलो इस खिड़की से जीने का वादा करें। ©it's eqra #Bench
pinky masrani
bench मेरी ब्रेकअप की डायरी से pinky masrani के ब्रेकअप के अल्फाज गम का पता मुझे मालूम न था किसी के शिकवे के लिफाफे ने गम का पता बताया ©pinky masrani #Bench
Kausar Raza
bench sochta hon woh khaali bench agar bol sakti to kya kehti kisi ke raaz ujagar karti ya kisi ki siskiyan bayan karti ya phir kisi ke qehqahey woh khaali bench agar bol sakti to kya kehti? doston ke qissay sonaati, kisi buzurag ki tanhai ka haal kehti ya kisi aashiq ke hathon se uskay jism par kureedah ik naam. .. .. . nahi shayad woh do nam jinke darmia.n aik dil bhi kanandah tha. .. . . woh khaali bench agar bol sakti to kya kehti? subah saweray shabnam ke qatroun se wuzu karna batati ya park ke qareeb banay mandir se aati aarti ki aawaz ke maienay batati sochta hon woh khaali bench agar bol sakti to kya kehti? kya woh yeh batati ke Sooraj ki kiranen uskay jism se kis terhan athkilyan karti hain, jab woh Taharat keliye uskay noor mein –apne jism ko bhigoti hai aur paas mein khara boorha bargad ka pairr knkhyon se uskay doodhiya badan ko niharta hai shayad woh yeh sab nahi batati magar agar woh kabhi betati to kya kehti woh kya kehti woh kya kehti sochta hon woh khaali bench agar bol sakti to kya kehti ©Kausar Raza #Bench