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Anuj Ray
फिल्मी प्यार का बुखार, कभी-कभी परवान तो चढ़ जाता है ,मगर टिकता नहीं है अधिक दिन। क्योंकि बुनियाद इसकी ठीक नहीं होती, सब,ताश के पत्तों के महल होते हैं, हकीकत की ज़िन्दगी में बिखरते देर नहीं लगती। ©Anuj Ray # फिल्मी प्यार का बुखार"
# फिल्मी प्यार का बुखार" #कोट्स
read moreHimanshu Prajapati
White तेरा फितूर बुखार की तरह चढ़ा है, तेरे लिए अपने घरवालों से लड़ा है, तुझे आना ही पड़ेगा मेरी दुनिया में, तुझे पाने के लिए ही यह दिल ज़िद पर अढा अढा है..! ©Himanshu Prajapati #love_qoutes तेरा फितूर बुखार की तरह चढ़ा है, तेरे लिए अपने घरवालों से लड़ा है, तुझे आना ही पड़ेगा मेरी दुनिया में, तुझे पाने के लिए ही
#love_qoutes तेरा फितूर बुखार की तरह चढ़ा है, तेरे लिए अपने घरवालों से लड़ा है, तुझे आना ही पड़ेगा मेरी दुनिया में, तुझे पाने के लिए ही #लव
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White हर हालात से लड़ा हूं, हर प्रकार के इंसान से मिला हूं, पर मेरे जैसा कोई नहीं, जो मोहब्बत में है पर किसके साथ पता नहीं..! ©Himanshu Prajapati #sad_shayari हर हालात से लड़ा हूं, हर प्रकार के इंसान से मिला हूं, पर मेरे जैसा कोई नहीं, जो मोहब्बत में है पर किसके साथ पता नहीं..!
#sad_shayari हर हालात से लड़ा हूं, हर प्रकार के इंसान से मिला हूं, पर मेरे जैसा कोई नहीं, जो मोहब्बत में है पर किसके साथ पता नहीं..! #विचार
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White गीता ४।१४) {Bolo Ji Radhey Radhey} किसी भी जीव के 'कर्मों के फल में मेरी स्पृहा नहीं है; इसलिये मुझे कर्म लिप्त नहीं करते -इस प्रकार जो मुझे तत्त्व से जान लेता है, वह भी कर्मों से नहीं बँधता।' ©N S Yadav GoldMine #love_shayari गीता ४।१४) {Bolo Ji Radhey Radhey} किसी भी जीव के 'कर्मों के फल में मेरी स्पृहा नहीं है; इसलिये मुझे कर्म लिप्त नहीं करते -इ
#love_shayari गीता ४।१४) {Bolo Ji Radhey Radhey} किसी भी जीव के 'कर्मों के फल में मेरी स्पृहा नहीं है; इसलिये मुझे कर्म लिप्त नहीं करते -इ #मोटिवेशनल
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White गीता ११।५४) {Bolo Ji Radhey Radhey} जय श्री राधे कृष्ण जी।। 'परंतु हे परंतप अर्जुन! अनन्य भक्ति के द्वारा इस प्रकार चतुर्भुज रूप वाला, मैं प्रत्यक्ष देखने के लिये, तत्त्व से जानने के लिये तथा प्रवेश करने के लिये अर्थात् एकीभाव से प्राप्त होने के लिये भी शक्य हूँ।' ©N S Yadav GoldMine #love_shayari गीता ११।५४){Bolo Ji Radhey Radhey} जय श्री राधे कृष्ण जी।। 'परंतु हे परंतप अर्जुन! अनन्य भक्ति के द्वारा इस प्रकार चतुर्भुज र
#love_shayari गीता ११।५४){Bolo Ji Radhey Radhey} जय श्री राधे कृष्ण जी।। 'परंतु हे परंतप अर्जुन! अनन्य भक्ति के द्वारा इस प्रकार चतुर्भुज र #मोटिवेशनल
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