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Parasram Arora
White आख़री साँसे लेते हुए एकबझरते हुए व्योवृद्ध ने पुष्प ने अपने निकट खिलतीं हुई नवजात कली की तरफ देख कर कहा " आज मेरा रूप लावण्य और गंध सब खोने की कगार पर पहुंच चुका है अब आने वाला कल तुम्हारा होगा भोर की सुनहरी किरणपर भी अधिकार तुम्हारा होगा आने वाले नए कल का नया गीत भी तुम्हारे लिए होगा तुम्हारी महक से ये पूरा चमन महक उठेगा और तितलिया भृमर भी तुम्हे देख कर अनुग्रहित होंगे आज आँख बन्द करने से पहले मेरे ये सन्देश तुम्हारे लिए मेरा आशीष होगा ©Parasram Arora एक पुष्प का कली के लिए आशीष
एक पुष्प का कली के लिए आशीष
read moreDhruv M
किसी के एक संदेश आने से आप जो प्रतिक्रिया करते हो । तो आप, एक चाबी के खिलौने हो ©Dhruv M #सहारा #प्यार
Mahesh Patel
White सहेली.... सहारा अपनों का हो.. या फिर यादों का.. दूर जाने की कोई तो वजह तो होगी... लाला..... ©Mahesh Patel सहेली... सहारा... लाला....
सहेली... सहारा... लाला....
read moreNehu Dee.kalam
White धज्जियाँ उड़ती देखी हैं मैंने,,,, अपनी हर उस ख्वाहिश की,, जिसे दिल ने चाहा , अक्सर ही वह दूर जाता चला गया,,, यूं ही नहीं सीखा, तसल्ली रखना हमने,, खुदको बहुत टूटते देखा है......। ©Nehu Dee.kalam #Shiva महादेव सहारा आपका सदा रहा।
#Shiva महादेव सहारा आपका सदा रहा।
read moreRAVI PRAKASH
White दोस्ती ज़िन्दगी का एक खुबसूरत लम्हा है, यह सब रिश्तों से अलबेला है, जिसे मिल जाये वो तन्हाई में भी खुश है, और जिसे न मिले वो भीड़ में भी अकेला है ।। ©RAVI PRAKASH #sad_qoute दोस्ती ज़िन्दगी का एक
#sad_qoute दोस्ती ज़िन्दगी का एक
read moreRAVI PRAKASH
White दोस्ती ज़िन्दगी का एक खुबसूरत लम्हा है यह सब रिश्तों से अलबेला है, जिसे मिल जाये वो तन्हाई में भी खुश है, और जिसे न मिले वो भीड़ में भी अकेला है ।। ©RAVI PRAKASH #good_night दोस्ती ज़िन्दगी का एक
#good_night दोस्ती ज़िन्दगी का एक
read moreShashi Bhushan Mishra
मन है एक हवा का झोंका, उड़ने से किसने है रोका, आसमान है ख़ुद के भीतर, दुनिया तो केवल है धोखा, होती है जब प्रिय कल्पना, बिना खर्च रंग हो चोखा, हुई आज हैरत अपनो पर, जबसे छुरी पीठ में भोंका, करते फिरते सब मनमानी, बोलो किसने किस्को टोका, बढ़ी आज रफ़्तार सड़क पे, दुर्घटना में ठोकम ठोंका, हुआ उजाला जब तो देखा, पाँव पड़ा है जख़्मी फोंका, शांति नहीं है मन में 'गुंजन', फिर समझो सारे हैं बोका, --शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' प्रयागराज उ॰प्र॰ ©Shashi Bhushan Mishra #मन है एक हवा का झोंका#
#मन है एक हवा का झोंका#
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