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Anuradha T Gautam 6280
Jyotilata Parida
White मन की शांति यह जानने से आती है कि यह भी बीत जाएगा और अच्छी प्रगति अच्छी आदतों से होती है. खुशी, सच्चा सुख, एक आंतरिक गुण है, यह एक मानसिक अवस्था है. अगर आपका मन शांत है, तो आप खुश हैं. आंतरिक शांति से मनुष्य स्वयं के जितना करीब आता है, दिमाग भी उतना ही करीब आता है. ©Jyotilata Parida #love4ever💞# मन की शांति की लिए #True_line
love4ever💞# मन की शांति की लिए #True_line #Love
read moreRAVI PRAKASH
White ना चांद की चाहत, ना तारो की फरमाइश, हर जन्म तू मिले, बस यही मेरी ख्वाहिश, ©RAVI PRAKASH #sad_shayari ना चांद की चाहत, ना तारो की
#sad_shayari ना चांद की चाहत, ना तारो की #शायरी
read moreMoHiTRoCk F44
आगोश में अपने छुपाले कोई तन्हा हूँ तड़पने से बचा ले कोई सूखी है बड़ी देर से पलकों की जुबां बस आज तो जी भर के रुला दे कोई ©MoHiTRoCk F44 #Broken #dard #MohitRockF44 आगोश में अपने छुपाले कोई तन्हा हूँ तड़पने से बचा ले कोई सूखी है बड़ी देर से पलकों की जुबां बस आज तो जी भर के र
#Broken #Dard #MohitRockF44 आगोश में अपने छुपाले कोई तन्हा हूँ तड़पने से बचा ले कोई सूखी है बड़ी देर से पलकों की जुबां बस आज तो जी भर के र
read moreबेजुबान शायर shivkumar
White बचपन की बातें ! सुनाओ कोई फिर से बचपन की बातें, कोई लब पे लाओ लड़कपन की बातें। दुआएँ बड़ों की मिलती थी सबको, नाजो-अदा न उठानी थी हमको । कागज की कश्ती वो बारिश का पानी, आओ करें उस जमाने की बातें । कोई लब पे लाओ लड़कपन की बातें, शोहरत ये दौलत मेरी तू ले लो l आँचल वो माँ का फिर से ओढ़ा दो । नई थी जमीं वो, नया आसमां था गुम हो चुके उन लम्हों की बातें । कोई लब पे लाओ लड़कपन की बातें l इमली की चटनी वो बेसन की रोटी, माँयें सभी में थी संस्कार बोतीं । आम के टिकोरे,हाथों में सुतुही, नमक वो लगाकर खाने की बातें । कोई लब पे लाओ लड़कपन की बातें, सुनाओ कोई फिर से बचपन की बातें । ©बेजुबान शायर shivkumar #हिन्दीकविता #हिन्दी_काव्य_कोश #हिन्दीलेखन #कविता #लेखक #बचपन की #बातें ! सुनाओ कोई फिर से बचपन की बातें, कोई लब पे लाओ लड़कपन की बाते
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