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Schizology
In- Insecure, they are Inhospitable, by far Inadequate, quite bad Insignificant, so clear Uninteresting, I hear Unwell, I can tell Uneducated, brain dead Unprepared, no cares Interrupts, not fair Inconsiderate, so long Inexcusable, take hold Infractions, good bye ©Schizology In- #in #poem✍🧡🧡💛
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read moreSandip rohilla
White अब इन खाली सड़कों पर सबकुछ खाली सा लगता है। ना ईद ईद सी लगती है ना ये त्यौहार दिवाली सा लगता है। और टूट रहा हूं जब से खुद में सबकुछ जाली सा लगता है। अब इन खाली सड़कों पर सबकुछ खाली सा लगता है। ओर मुस्कुराहटें लापता है मेरी हँसी का खोज नहीं है। ग़म की वर्षा रोज होती हैं बाकि कुछ भी रोज नहीं है। अब तो मुझको इस बाग का खोया माली सा लगता है। अब इन खाली सड़कों पर सबकुछ खाली सा लगता है। ना ईद ईद सी लगती है ना ये त्यौहार दिवाली सा लगता है। और टूट रहा हूं जब से खुद में सबकुछ जाली सा लगता है। अब इन खाली सड़कों पर सबकुछ खाली सा लगता है। ©Sandip rohilla #sad_quotes Niaa_choubey Shilpa Yadav Asha...#anu Ramjeet Ashi Writes
#sad_quotes Niaa_choubey Shilpa Yadav Asha...#anu Ramjeet Ashi Writes
read moreAndaaz bayan
!!1857 की क्रांति!! धधक उठी चिंगारी,सैलाब स्वतंत्रता का ये पहला था । गाय सूअर की चर्बी वाले कारतूसों ने,"घी "आग में डाला था ।। तब मौत का कोई खौफ नहीं रह गया,सीने पर गोली खाने को । जब मजबूर किया,भारतीयों को,ब्रिटिश इंडिया कंपनी के अमानुषिक व्यवहारों ने।। तब हल्ला बोला स्वतंत्रता सेनानियों ने जिनकी सूची काफी लंबी थी। (प्रमुख थे बहादुर शाह जफर,मंगल पांडे,नाना साहेब,तात्या टोपे,कुंवर सिंह लक्ष्मी बाई ) राज्य हड़पने,धर्म परिवर्तन,रिवाजों से छेड़छाड़,जब रास ना भारतीयों को ये सब आया था।। यूं तो देशभक्ति की ज्वाला हर एक क्रांतिकारी के दिल में थी, छूटी जमीन किसानों से ,जमीदारों की रियासतों का विलय हुआ । ठप्प हुआ हस्तशिल्प कारीगरों का,बच्चों से गुरुकुल मदरसा छीना गया, ईस्ट इंडिया कंपनी के शासन ने सबका बेड़ा गर्क किया।। चली गई ब्रिटिश सरकार के हाथ में ,सत्ता ईस्ट इंडिया कंपनी से भारत की। 1857 प्रथम स्वतंत्रता संग्राम का ये निर्णायक परिणाम हुआ।।✍🏻 ©Andaaz bayan #1857revolt #1857War #poem #poems Hinduism poetry poetry in hindi
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