Find the Latest Status about चढाओढीने चढवीत होते from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, चढाओढीने चढवीत होते.
Vinod Mishra
Vs Nagerkoti
White अगर आपको ईश्वरीय शक्तियों का एहसास करना है तो आपको, मोहमाया, द्वेष, अहंकार छल कपट, मेरा तेरा से मुक्त होना जरूरी है। जिस दिन आप मौत का सत्य सही मायने में समझ पाएंगे उस दिन आपको कई बातों का आभास हो पाएगा। तब आप महसूस कर पाएंगे की मैं व्यर्थ ही कितनी अनावश्यक चीजों में उलझा हुआ हूं। असल मे हमारी हद से ज्यादा पाने की अभिलाषा ही हमारी निराशा का कारण बनती हैं। जिन इच्छाओं के बड़ने से हम हमेशा बेवजह उदास रहते हैं और यही चीजे हमे एक खुशहाल जीवन जीने से रोकते हैं । और इसी कारण हम एक अच्छा जीवन न जीकर अचानक ही मृत्यु को प्राप्त हो जाते है । हम उन चीजों का सुख भी नहीं भोग पाते जो हमारे पास प्रयाप्त मात्रा मे हैं । यही वो कारण है जो हम ढंग से नहीं जी पाते। और उल्टा कई दुखों के साथ यहां से विदा होते है ©Vs Nagerkoti #sad_dp आपकी उदासी की वजह आंखिर है क्या क्यों सब कुछ होते हुए भी आप खुश नहीं होते
#sad_dp आपकी उदासी की वजह आंखिर है क्या क्यों सब कुछ होते हुए भी आप खुश नहीं होते
read moreRameshkumar Mehra Mehra
White अगर बेबफा होते तो भीड़ में होते.....! बफादार है तभी तो ऐकले है......,!! ©Rameshkumar Mehra Mehra # अगर बेवफा होते तो भीड़ में होते,बफादार है तभी तो हम ऐकले है.....
# अगर बेवफा होते तो भीड़ में होते,बफादार है तभी तो हम ऐकले है.....
read morePraveen Jain "पल्लव"
White पल्लव की डायरी उदय और अस्त होता सूरज धरा को प्रभावित करता है किरणे जब होती तीव्र तब अनाज खेतो का पकता है मौसमो की उपलब्धि से ही मानव जीवन निखरता फिरता है भले आसमान पर चमकता हो संसार मे सौन्दर्य भरता है इसके बिना धरती होती बंजर है दिन रात अगर ना होते तो अंत सबके जीवन का है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #GoodMorning दिन रात अगर ना होते #nojotohindi
#GoodMorning दिन रात अगर ना होते #nojotohindi
read moreVinod Mishra
MAHENDRA SINGH PRAKHAR
White ग़ज़ल :- लोग वह खुशनसीब होते हैं साथ जिनके हबीब होते हैं अपनी हम क्या सुनाये अब तुमको हम से पैदा गरीब होते हैं तुमने देखा न ढंग से शायद किस तरह बदनसीब होते हैं पास जिनके हो रूप की दौलत उनके लाखों रक़ीब होते हैं प्यार जिनको हुआ नहीं दिल से वो कहाँ फिर करीब होते हैं जो न करते यकीं वफ़ा पे अब बस वही बदनसीब होते हैं पास ख़ुद ही ख़ुशी चली आती जिनके अच्छे नसीब होते हैं दिल से कैसे अमीर वो होगें जिनके ऐसे मुज़ीब होते हैं तू नहीं सोचना प्रखर अब कुछ दिल के रिश्ते अजीब होते है महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR ग़ज़ल :- लोग वह खुशनसीब होते हैं साथ जिनके हबीब होते हैं अपनी हम क्या सुनाये अब तुमको हम से पैदा गरीब होते हैं तुमने देखा न ढंग से शायद किस त
ग़ज़ल :- लोग वह खुशनसीब होते हैं साथ जिनके हबीब होते हैं अपनी हम क्या सुनाये अब तुमको हम से पैदा गरीब होते हैं तुमने देखा न ढंग से शायद किस त
read more