Find the Latest Status about udaasi poetry from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, udaasi poetry.
Savitri Parveen Kumar
उसका चेहरा उदास था............…........कोई क्या दर्द उसके पास था जिंदगी से वह क्यों निराश था, बैठा खामोश क्यों वीरानें में देखा तो उसका चेहरा उदास था। ©Savitri Parveen Kumar #udaasi
Parveen kaushik 'Jaani'
wpoetry" class="text-blue-400" target="_blank">wpoetry wpoetry" class="text-blue-400" target="_blank">wpoetry lovers wpoetry" class="text-blue-400" target="_blank">wpoetry-quotes" class="text-blue-400" target="_blank">wpoetry quotes wpoetry" class="text-blue-400" target="_blank">wpoetry" class="text-blue-400" target="_blank">wsad wpoetry" class="text-blue-400" target="_blank">wpoetry wpoetry" class="text-blue-400" target="_blank">wpoetry" class="text-blue-400" target="_blank">whindi wpoetry" class="text-blue-400" target="_blank">wpoetry
read more_बेखबर
White बात सुने बगैर ही बात समझाते हैं ये लोग आखिर कौन हैं, कहां से आते हैं ये लोग हर बात पर इनको अपना ज्ञान पेलना है इतना ज्ञान आखिर कहां से लाते हैं ये लोग अपने घर में कोई सुनता नहीं इन जैसों को हमको ही खामखां पागल बनाते हैं ये लोग ©_बेखबर #Poetry urdu poetry poetry in hindi poetry sad poetry poetry quotes
#Poetry urdu poetry poetry in hindi poetry sad poetry poetry quotes
read morePraveen Jain "पल्लव"
पल्लव की डायरी ज्वलन्त समस्याओं को पैदा करते नफरत समाज देश मे फैलाते है दबाबो में जाति धर्म का डर बैठाते पत्थरों बाजो से दहशत फैलाते है आतंक की हर घटना सियासी होती मगर जाति धर्म से जोड़कर फसल चुनावी वोटो की हरी करते है नाकामी जनता के बीच मे रहती हर योजना को पलीता लगाते है सभ्य समाज का जीना हराम हो गया निखार लोकतंत्र में नही आता है हर चेहरे उदास और डिप्रेशन में है पटकथा नई लिख लिख कर मनोबल जनमानस का तोड़ा जाता है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #udaasi सभ्य समाज का जीना हराम हो गया #nojotohhindi
#udaasi सभ्य समाज का जीना हराम हो गया #nojotohhindi
read moreशायर विजय सर जी
शेर रात में, छत पर बैठा मैं तन्हा, तारों से तेरी हाल पूछा करता हूँ। टूटती हुई, तारों ने मुझे ये संदेश दिया, आज उसका चेहरा उदास था।।। लेखक : विजय सर जी ©शायर विजय सर जी #udaasi शायरी लव रोमांटिक हिंदी शायरी
#udaasi शायरी लव रोमांटिक हिंदी शायरी
read moreArfa
White Fir se udaas kar rhi h yaade teri...na sochu tujhe aisa q nhi hota.. ©Arfa Udaasi
Udaasi
read moreKhalil Siddiqui
##poetryunplugged wpoetry" class="text-blue-400" target="_blank">wpoetry" title="Best wpoetry" class="text-blue-400" target="_blank">wpoetry Shayari, Status, Quotes, Stories">#wpoetry" class="text-blue-400" target="_blank">wpoetry wpoetry" class="text-blue-400" target="_blank">wpoetry" class="text-blue-400" target="_blank">wurdu wpoetry" class="text-blue-400" target="_blank">wpoetry wpoetry" class="text-blue-400" target="_blank">wpoetry-quotes" class="text-blue-400" target="_blank">wpoetry quotes wpoetry" class="text-blue-400" target="_blank">wpoetry lovers wpoetry" class="text-blue-400" target="_blank">wpoetry
read moreDr.Govind Hersal
White नज़रें जब नज़र से नज़र चुराने लगे तब, समझो झूठ पक रहा है प्रीत अचानक उमड़ कर लबों पर सजे, समझो झूठ पक रहा है । ग़लती पर बच्चें को माँ कहे इधर आ नही मारूँगी, समझो झूठ पक रहा है आशिक़ बाते जब चाँद तारे तोड़ लाने की करे, समझो झूठ पक रहा है । भगवान से कुछ मांगने की एवज में दान किया जाए ,समझो झुठ पक रहा है ऑफिस में बॉस की शान में कशीदे पढे जाए, समझो झुठ पक रहा है । मायावी दुनिया जाल में रिश्ते जाली से लगने लगे ,समझो झुठ पक रहा है अपने वालों से ज्यादा बाहर वाले सलाहें देने लगे ,समझो झूठ पक रहा है । कुल्हाड़ी की लकड़ी को बतलाया जाए पेड़ कटना जरूरी है, समझो झूठ पक रहा है पंछियों को परवाज़ों का डर दिखलाया जाए, समझो झूठ पक रहा है । ©Dr.Govind Hersal #sad_quotes #jhuth #Truth #Panchi #udaan #udaasi #Bhagwan #Bhakti #lifequotes
#sad_quotes #jhuth #Truth #Panchi #udaan #udaasi #Bhagwan #Bhakti #lifequotes
read moreBunty khanpuri
#sad_shayari#udaasi#punjabishayari#NojotoViral#indiaviral#Shayari statussad shayariyoutube viral
read more