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Stories related to कुण्डलिया छंद के सरल उदाहरण

Giridhar Rai

#good_night गिरधर राय की कुण्डलिया

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कौन है देत सहारा
धक्का  देने  के   लिए,  सभी   यहाँ  तैयार
दुनियादारी  के   हुए,  बहुते  लोग  शिकार
बहुते  लोग  शिकार,  कौन  है  देत सहारा
सको  नहीं   पहचान,  कौन  है मीत हमारा
कहते गिरिधर राय-मिले न जुबाँका पक्का
मददगार  दो - एक,  बाकी  देत  हैं  धक्का
डॉ.गिरिधर राय

©Giridhar Rai #good_night गिरधर राय की कुण्डलिया

Ashtvinayak

सीधी सरल नहीं हैं जिंदगी की राहें .. शायरी हिंदी हिंदी शायरी दोस्ती शायरी शायरी attitude

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ऋतु गुलाटी ऋतंभरा

माता कालरात्रि पर तांटक छंद मे आवाहन

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Khushi Kandu

White (दोहा)
जिन्ह मन तजि कुटिलाई,‌ जीवन सुखमय होय।
मन की माया से मुक्त, तन आनंदित होय।।

©Khushi Kandu #GoodMorning 
#khushikandu 
#doha 
#दोहा 
#छंद 
#जीवन

tripti agnihotri

दोहा छंद

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White तृप्ति की कलम से
दोहा छंद 17

जुड़ा भाव का कारवाॅं, लिया शब्द ने रूप।
शब्द - शब्द मुखरित हुआ,ज्यों सरदी की धूप।।

स्वरचित मौलिक
तृप्ति अग्निहोत्री 
लखीमपुर खीरी
उत्तर प्रदेश

©tripti agnihotri दोहा छंद

Kavi Himanshu Pandey

सरल, ज़्यादा Hindi #beingoriginal

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kavitri vibha prabhuraj singh

#कुड़लियां छंद #राधा तकती श्याम की #मन के भाव अपनी कविता #कावित्री विभा प्रभुराज सिंह

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kavitri vibha prabhuraj singh

#अपनी कविता #मन के भाव #विधाता छंद @kavitri VibhaPrabhu Raj Singh

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kavitri vibha prabhuraj singh

#जय सिया राम जय हनुमान 🙏🌹 #दोहा छंद अपनी कविता #मन के भाव #विभा प्रभुराज सिंह ✍️

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MAHENDRA SINGH PRAKHAR

कुण्डलिया छन्द :- गौ माता के लाल से , खेल रहे गोपाल । चलो दिखाएँ आपको , वहाँ नन्द के लाल ।। वहाँ नन्द के लाल , कहे मुझसे क्यों डरते । बनो सख

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कुण्डलिया छन्द :-
गौ माता के लाल से , खेल रहे गोपाल ।
चलो दिखाएँ आपको , वहाँ नन्द के लाल ।।
वहाँ नन्द के लाल , कहे मुझसे क्यों डरते ।
बनो सखा तुम आज , प्रेम हम तुमसे करते ।।
आओ खेलो संग ,  हमारा निर्मल नाता ।
समझा दूँगा साँझ , चलो घर मैं गौ माता  ।।

महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR कुण्डलिया छन्द :-
गौ माता के लाल से , खेल रहे गोपाल ।
चलो दिखाएँ आपको , वहाँ नन्द के लाल ।।
वहाँ नन्द के लाल , कहे मुझसे क्यों डरते ।
बनो सख
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