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Manmarzi Shayar
White नाम जोड़ा था तुमने मेरा अपने नाम के साथ.... ब्रेकअप नहीं अब तो तलाक़ होना चाहिए.... ©Manmarzi Shayar #sad_dp नाम जोड़ा था तुमने मेरा अपने नाम के साथ.... ब्रेकअप नहीं अब तो तलाक़ होना चाहिए....
#sad_dp नाम जोड़ा था तुमने मेरा अपने नाम के साथ.... ब्रेकअप नहीं अब तो तलाक़ होना चाहिए....
read morepaimel preet kaur
White सपनों के लिए उम्र मायने नहीं रखती है, जब जीना ही है तो क्या खुशी क्या गम! वजह मायने नहीं रखती है, बस हौंसले बुलंद होने चाहिए, *जब दर्द से जीतना ही है तो... मीठी हो या कड़वी! दवाई मायने नहीं रखती है।* ©paimel preet kaur सपनों के लिए उम्र मायने नहीं रखती। #motivation #True_line
सपनों के लिए उम्र मायने नहीं रखती। #Motivation #True_line
read moresushil.
White मैने दर्द सह कर जीना सीखा है जिंदगी मे पा साथ तेरा मुस्कुराना सीखा है मैने जिंदगी मे एक तेरे होने से उम्मीद बंधती है मेरी सुलझती दिखी उलझती पहेली जिंदगी मे मैने दर्द सहकर जीना सीखा है जिंदगी मे पा साथ तेरा मुस्कुराना सीखा है जिंदगी मे ©sushil. #Sad_Status दोस्ती के नाम खुशियों भरा पैगाम
#Sad_Status दोस्ती के नाम खुशियों भरा पैगाम
read moresanju पहाड़ी
हुस्न मायने नही रखता की आप खूबसूरत हो की नही । हमारे दिल की आवाज़ जिसे चाह ले उसे खूबसूरत बना सकती है ।। ©sanju पहाड़ी # हुस्न मायने नी रखता
# हुस्न मायने नी रखता
read moreShiv Narayan Saxena
White भीतर का जला सकें न, बाहर जलाते रावण इस ढोंग से भला कभी, मर सकेगा रावण? खुद को खुद ही के वश में सफलता से कर लें जाएंगे सही मायने में दशहरा बस वे ही जन मनाएंगे. ©Shiv Narayan Saxena #Dussehra सही मायने में दशहरा.....
#Dussehra सही मायने में दशहरा.....
read moreLalit Saxena
White मैं महक गांव की मिट्टी की छोड़कर शहर चला आया गांव के गहरे रिश्तों को तोड़कर शहर में रिश्ते बनाने चला आया हां........सफ़र गांव से शहर का कुछ मीलों का था लेकिन , फांसला अपनों से बहुत दूर का बना आया मेरा हर कदम अब बड़ रहा था बेशर्मी की ओर..... संस्कारों की दुनिया को स्वार्थ के कफ़न से खुद ही ढक आया था मैं महक गांव की मिट्टी की छोड़कर शहर चला आया था चल रहा था सैंकड़ों की भीड़ में फिर भी अकेला था शहर में गांव के अंधेरों में भी साया था अपनो का इन बड़ी बड़ी इमारतों में खुद ही कैद होने को आया था "ललित" अपनों को छोड़ सबसे बहुत दूर चला आया था। महक गांव की मिट्टी की छोड़ शहर चला आया था!!!! ©Lalit Saxena #महक
Mahesh Patel
White सहेली..... ए वक्त तेरे इरादे ठीक नहीं लगते मुझे.. उनको आने की महक आ रही है... लाला.... ©Mahesh Patel सहेली... महक... लाला....
सहेली... महक... लाला....
read morePraveen Jain "पल्लव"
White पल्लव की डायरी ये पढ़ाई लिखाई संस्कारहीन है पैसो से तौली जाती है हुनर के नाम पर सर्टिफिकेट थमाती फिर बोलिया नॉकरी की लगाती है अधबुढे होकर ,कुछ काम के ना रहे शहरों में एक इंच जमीन खरीद नही पाते है कम उम्र में गांवों में ही अगर व्यवस्थित हो जाते तो मालिक खुद अपनी संम्पत्ति के होते गुलामी और वेवशी क़ी जिंदगी से बच जाते प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #love_shayari हुनर के नाम पर सर्टिफिकेट बाँटती #nojotohindi
#love_shayari हुनर के नाम पर सर्टिफिकेट बाँटती #nojotohindi
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