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संस्कृतलेखिकातरुणाशर्मा-तरु
दुनिया की सबसे खूबसूरत जोड़ी हमारी श्री लली राधे रानी और हमारे प्यारे भाई क्रिशु♥️ भाग्यशाली हैं हम जो हमें राधेश्याम के चरण शरण में स्थान
read moredarpanpremka by Rajesh Rj
White जो तेरी शरण में हो , जहाँ तेरा सुमिरन हो , उसे तारा तुमने ही , क्यों भवसागर में हो ? ©darpanpemka जो तेरी शरण में हो , जहाँ तेरा सुमिरन हो , उसे तारा तुमने ही , क्यों भवसागर में हो ? #sad_quotes #darpanpremka #Trending 'दर्द भरी शायरी'
जो तेरी शरण में हो , जहाँ तेरा सुमिरन हो , उसे तारा तुमने ही , क्यों भवसागर में हो ? #sad_quotes #darpanpremka #Trending 'दर्द भरी शायरी'
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White जो तेरी शरण में हो , जहाँ तेरा सुमिरन हो , उसे तारा तुमने ही , क्यों भवसागर में हो ? ©darpanpemka जो तेरी शरण में हो , जहाँ तेरा सुमिरन हो , उसे तारा तुमने ही , क्यों भवसागर में हो ? #sad_quotes #darpanpremka #Trending 'दर्द भरी शायरी'
जो तेरी शरण में हो , जहाँ तेरा सुमिरन हो , उसे तारा तुमने ही , क्यों भवसागर में हो ? #sad_quotes #darpanpremka #Trending 'दर्द भरी शायरी'
read moreHimanshu Prajapati
जब पता है कि जब भी तू मुंह खोलता है, गटर की बहता है तो फिर क्यों सबकी ज़िन्दगी नाला करने पर तुला है..! ©Himanshu Prajapati #Funny जब पता है कि जब भी तू मुंह खोलता है, गटर की बहता है तो फिर क्यों सबकी ज़िन्दगी नाला करने पर तुला है..! #hpstrange #36gyan
#Funny जब पता है कि जब भी तू मुंह खोलता है, गटर की बहता है तो फिर क्यों सबकी ज़िन्दगी नाला करने पर तुला है..! #hpstrange #36gyan
read moreसंस्कृतलेखिकातरुणाशर्मा-तरु
हमारी वास्तविक आवाज शीर्षक न जानामि योगम् श्री शिव रुद्राष्टकम् हिंदी अर्थ सहित . . विधा श्री शिव रुद्राष्टकम् हिंदी अर्थ सहित श्लोक ८
read moreAnuradha T Gautam 6280
MAHENDRA SINGH PRAKHAR
White दोहा :- बनो प्रचारक हिंद के , हिंदी में दो ज्ञान । मिल जायेगा एक दिन , ऊँचा तुमको स्थान ।। हिंदी भाषा से यहाँ , जो भी हुआ प्रवीण । आज उसे संसार में , मानो तुम उत्तीर्ण ।। बनकर शिक्षक शिष्य को , दिखलाते जो राह । ऐसे गुरुवर की शरण , मिले शिष्य की चाह ।। हिंदी भाषा का सदा , करते हैं गुणगान । इससे ही अब हो रही, अपनी भी पहचान ।। मिला हमें गुरुदेव का , जबसे आशीर्वाद । छन्द ग़ज़ल दोनों रचे , सब देते हैं दाद ।। हिंदी में ही राम का , वृक्ष करे गुणगान । निकट अयोध्या देख लो , जाकर तुम अब स्थान ।। महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR दोहा :- बनो प्रचारक हिंद के , हिंदी में दो ज्ञान । मिल जायेगा एक दिन , ऊँचा तुमको स्थान ।। हिंदी भाषा से यहाँ , जो भी हुआ प्रवीण । आज उसे
दोहा :- बनो प्रचारक हिंद के , हिंदी में दो ज्ञान । मिल जायेगा एक दिन , ऊँचा तुमको स्थान ।। हिंदी भाषा से यहाँ , जो भी हुआ प्रवीण । आज उसे
read moreMAHENDRA SINGH PRAKHAR
White मुक्तक :- आज मिलन में पूरी कर दो , गिरधर मेरी साध । वही सलोना श्याम मनोहर , दर्शन दियो अगाध । मैं बालक तुम स्वामी मेरे , हरिजन का हूँ दास - आज शरण में हो जब वंदन , दो बिसरा अपराध ।। महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR मुक्तक :- आज मिलन में पूरी कर दो , गिरधर मेरी साध । वही सलोना श्याम मनोहर , दर्शन दियो अगाध । मैं बालक तुम स्वामी मेरे , हरिजन का हूँ दा
मुक्तक :- आज मिलन में पूरी कर दो , गिरधर मेरी साध । वही सलोना श्याम मनोहर , दर्शन दियो अगाध । मैं बालक तुम स्वामी मेरे , हरिजन का हूँ दा
read moreMAHENDRA SINGH PRAKHAR
White विधा :- वसनविशाला छन्द १११ १११ १२२ २२२ पशु सम बन नही आत्याचारी । नर जस रह सदा आज्ञाकारी ।। चल शरण गुरु तू हो जा ज्ञानी । फिर बन जगत में तू सम्मानी ।। महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR विधा :- वसनविशाला छन्द १११ १११ १२२ २२२ पशु सम बन नही आत्याचारी । नर जस रह सदा आज्ञाकारी ।। चल शरण गुरु तू हो जा ज्ञानी । फिर बन ज
विधा :- वसनविशाला छन्द १११ १११ १२२ २२२ पशु सम बन नही आत्याचारी । नर जस रह सदा आज्ञाकारी ।। चल शरण गुरु तू हो जा ज्ञानी । फिर बन ज
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