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Krishnan
Home is a place where After work, I return to the place where I belong and where I get rest. I may go out late at night, but I return to the place where I belong and I get sound . I go on vacations; ultimately, I return to the place where I belong and from where I cherish the moments of my travel! I even sometimes get into arguments with my friends before we part, and then there is only one place where I go to get peace of mind, where I belong! I even argue with my loved ones; nevertheless, at the end of the day, we patch up at the place we belong. It's home, sweet home, where we all belong. Wherever we go, whatever we do, we always have a shoulder to lean on, our sweet home! ©Krishnan #Home #homesweethome #relax #Life
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read moreI_surbhiladha
White मजबूरियों ने जिम्मेदार बना दिया; हमें वक्त से पहले..!! .. असली चेहरे नज़र आ ही जाया; करते है समय आने से पहले..!! .. तन्हाई और ख़ाली जैब जितना सिखा सकती है; जिंदगी जीना शायद उसे बेहतर कोई गुरु नहीं, सिखा सकता है।। ©I_surbhiladha #life #shayari #isurbhiladha #Google #Zindagi #reality #bittertruth
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read moreDil_ se_06
White दूसरो का घर बनाते बनाते हम ये खुद भूल गए की हमारा भी एक सपने का घर हैं बनाना है।। ©Dil_ se_06 #engineers_day #home #Life #Happy
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read moreI_surbhiladha
White अपने हुनर को छुपाने की भुल न करना, अपने हौसलों में कभी कोई कमी न आने देना।। तुम जीत लोगे एक दिन हर जंग सारी, बस अपने-आपको आजमाने की कोई कमी न रखना।। सुरभि लड्डा ©I_surbhiladha #engineers_day #isurbhiladha #shayari #Google #Life #nojato #Zindagi
#engineers_day #isurbhiladha shayari #Google Life #nojato #Zindagi
read moreNavdeep Baba
लोगों ने कई कोशिश की, मुझे मिट्टी में दबाने की..! लेकिन मैं बीज हूँ, आदत है मेरी बार बार उग जाने की.!! ©Navdeep Baba हिंदी छोटे सुविचार#google #Google #viral
Dr Amit Gupta
दरवाज़ों से न दीवारों से , घर बनता है घर वालों से। बड़ा कोई घर बनाएगा,पैसे भी खूब लगाएगा। फिर घर मे खुद न रहने आएगा घर भर जाएगा मकड़ी के जालों से, दरवाज़ों से न दीवारों से , घर बनता है घर वालों से। घर में अब कोई न होता है,न दादी है न पोता है घर अपने नैन भिगोता है,भीतर भीतर ही रोता है। घर खिलता है दिलवालों से, दरवाज़ों से न दीवारों से , घर बनता है घर वालों से। घर में एक बड़ी छत है, बस उससे घर की हिफाज़त है घर में ही सब रियायत है, ये घर ही एक सियासत है। ये घर भी बचा है तालों से , दरवाज़ों से न दीवारों से , घर बनता है घर वालों से। ©Dr Amit Gupta #home