Find the Latest Status about महाप्रसाद जननी सर्व सौभाग्यवर्धिनी from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, महाप्रसाद जननी सर्व सौभाग्यवर्धिनी.
Abasaheb Patil
9172683363 ©Abasaheb Patil *🌾☘️प्रधानमंत्री पीक विमा योजना रब्बी हंगाम 2024-25* 🌱🌿☘️🍀🎋🍃🍂🌾 *सर्व शेतकऱ्यांना कळविण्यात अत्यंत आनंद होतो की दरवर्षीप्रमाणे याही वर्षी प्र
*🌾☘️प्रधानमंत्री पीक विमा योजना रब्बी हंगाम 2024-25* 🌱🌿☘️🍀🎋🍃🍂🌾 *सर्व शेतकऱ्यांना कळविण्यात अत्यंत आनंद होतो की दरवर्षीप्रमाणे याही वर्षी प्र
read moreIG @kavi_neetesh
कात्यायनी मैया, शरणागत को चरणों में ले लो, हे मातारानी दुनिया में, तेरी कृपा बड़ी महान् है। आदिशक्ति का छठा रूप हो तुम, शक्ति स्वरूपा, महिषासुर मर्दनी रूप में, जग में तेरी पहचान है। कात्यायनी मां……. ब्रह्मा, विष्णु, महेश के आग्रह पर हे देवी महारानी, आदिशक्ति दुर्गा भवानी का दिया, रूप यह वरदान है। कात्यायन ऋषी आश्रम गई थी, आप बेटी बनकर, धर्म ग्रंथों में हे मां, ऐसा ही तेरा अमर निशान है। कात्यायनी मां……….. पीताम्बर परिधान तुमको, बहुत भाता है देवी माता, पंचमेवा तेरे भोग का भवानी, मन पसंद सामान है। द्वापर में ब्रजमंडल की, अधिष्ठात्री देवी रही थी मां, त्रेता युग में रामावतार में, श्रीहरि की रही शान है। कात्यायनी मां………….. मैया, महिषासुर वध करके, दिया तुमने सुंदर उपहार, तीनों लोक में बजा डंका, आज भी वही सम्मान है। चार भुजाओं वाली देवी, तुम सारे जग की जननी हो, अस्ताचल की शोभा मैया, तू सबके मन का अरमान है। कात्यायनी मां ………….. ©IG @kavi_neetesh कात्यायनी माता अराधना (माता रानी के षष्टम रूप की अराधना) “आप सभी मित्रों एवं साथियों तथा प्यारे बच्चों को शारदीय नवरात्रि के परम पावन
कात्यायनी माता अराधना (माता रानी के षष्टम रूप की अराधना) “आप सभी मित्रों एवं साथियों तथा प्यारे बच्चों को शारदीय नवरात्रि के परम पावन
read moreAjeet Goswami
!! जय माता दी !! ओम सर्व मंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके, शरण्ये त्र्यंबके गौरी नारायणी नमोस्तुते, हे मां तेरी सदा ही जय हो, मां दुर्गा
read moreCHOUDHARY HARDIN KUKNA
आदिशक्ति जगत जननी माँ श्री करणी जी महाराज देशनोक मंगला जोत आरती करणी_माता भक्ति Hinduism
read moreधाकड़ है हरियाणा
Bhupendra Rawat
White हम सब है,हिंदी भाषी हिंदी हमारी पहचान है जन - जन की है, जननी हिंदी हिंदी हमारी शान है अ, आ, इ, ई पढ़कर हमने अक्षरों से शब्दों के जोड़े बनाए हिंदी भाषा सीखी हमने तो हिंदुस्तानी कहलाए तू भी हिंदी, मैं भी हिंदी हिंदी हमारी जान है बिन भाषा हम सब अनजान है गर्व से कहो, हिंदी हमारी आन बान शान है ©Bhupendra Rawat #hindi_diwas हम सब है,हिंदी भाषी हिंदी हमारी पहचान है जन - जन की है, जननी हिंदी हिंदी हमारी शान है अ, आ, इ, ई पढ़कर हमने अक्षरों से शब्दों
#hindi_diwas हम सब है,हिंदी भाषी हिंदी हमारी पहचान है जन - जन की है, जननी हिंदी हिंदी हमारी शान है अ, आ, इ, ई पढ़कर हमने अक्षरों से शब्दों
read moreSONA DEVI
White कुरान शरीफ के गूढ़ रहस्य को आज तक कोई नहीं समझ पाया। बाख़बर संत रामपाल जी महाराज जी अ ने ही कुरान शरीफ से स्पष्ट किया है कि वह अल्लाह कबीर जी ही हैं जिन्होंने सर्व सृष्टि की रचना 6 दिन में ताताअल-काफ़िरा-न की। (सुरत-फुर्कानि 25:59) #AlKabir_Islamic #SaintRampalJi ©SONA DEVI #love_qoutes #love_shayari #लव #शायरी #कविता #viral #Love #कॉमेडी कुरान शरीफ के गूढ़ रहस्य को आज तक कोई नहीं समझ पाया। बाख़बर संत रामपाल
#love_qoutes #love_shayari #लव #शायरी #कविता #viral Love #कॉमेडी कुरान शरीफ के गूढ़ रहस्य को आज तक कोई नहीं समझ पाया। बाख़बर संत रामपाल
read moreMAHENDRA SINGH PRAKHAR
गीत :- तुम जननी हो इस जग की , रच लो एक नया संसार । क्यों घुट-घुट कर फिर जीती हो , क्यों सब सहती आत्याचार ।। तुम जननी हो इस जग की .... पुरुष वर्ग नारी पर भारी , क्यों होता है करो विचार । निकल पड़ो हाथो में लेकर , घर से अपने आज कटार ।। बेटे भाई पति को अपने , दान करो अपने शृंगार । तुम जननी हो इस जग की .... कितनी बहनें कितनी बेटी , होंगी कब तक भला शिकार । चुप बैठी है सत्ता सारी , विवश हुआ है पालनहार ।। मन में अपने दीप जलाओ , नहीं मोम से जग उँजियार । तुम जननी हो इस जग की ..... छोड़ों चकला बेलन सारे , बढ़कर इन पर करो प्रहार । बहुत खिलाया बना-बना कर , इन्हें पौष्टिक तुम आहार ।। बन चंडी अब पहन गले में , इनको मुंडों का तू हार । तुम जननी हो इस जग की .... बन्द करो सभी भैय्या दूज , बन्द करो राखी त्यौहार । ये इसके हकदार नही है , आज त्याग दो इनका प्यार ।। जहाँ दिखे शैतान तुम्हें ये , वहीं निकालो तुम तलवार । तुम जननी हो इस जग की .... सिर्फ बेटियाँ जन्म लिए अब , सुतों का कर दो बहिष्कार । खो बैठें है यह सब सारे , बेटा होने का अधिकार ।। मिलकर जग से दूर करो यह , फैल रहा जो आज विकार । तुम जननी हो इस जग की .... तुम जननी हो इस जग की , रच लो एक नया संसार । क्यों घुट-घुट कर फिर जीती हो , क्यों सब सहती आत्याचार ।। महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR गीत :- तुम जननी हो इस जग की , रच लो एक नया संसार । क्यों घुट-घुट कर फिर जीती हो , क्यों सब सहती आत्याचार ।। तुम जननी हो इस जग की .... पुरुष
गीत :- तुम जननी हो इस जग की , रच लो एक नया संसार । क्यों घुट-घुट कर फिर जीती हो , क्यों सब सहती आत्याचार ।। तुम जननी हो इस जग की .... पुरुष
read moreसंस्कृतलेखिकातरुणाशर्मा-तरु
सर्वेभ्यः संस्कृतदिने शुभकामना🙏 आप सभी को संस्कृत दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं स्वलिखित रचना शीर्षक संस्कृत भाषा विधा कविता भाषा शैली संस
read more