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Vijay Vidrohi
सूख गए हों सबके प्राण झुक गया हो आसमान 6 दिसंबर 1956 को जब हुआ बाबा साहब का महापरिनिर्वाण। छोड़ गए हम सबका साथ रहा नहीं है सर पर हाथ उनके बिन अब कौन करेगा वंचित पिछड़ों के हकों की बात। खुद मर कर किया बुद्ध को जिंदा हैं उनके जैसे शख्स चुनिंदा आज तलक है मिशन अधुरा बाबा साहब हम हैं शर्मिंदा। ©Vijay Vidrohi बाबासाहेब आंबेडकर महापरिनिर्वाण दिवस #my #new #poem #tribute #babasaheb #Poetry #love #Constitution #india #Life poetry poetry
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read moreबोलती दीवार
White सुनो, मैं जब भी मांगूंगा तुमसे तुम्हारा वक्त मांगूंगा कब, कहाँ, कैसे हो इसका ज़िक्र मांगूंगा वक्त-बेवक्त कॉल करने का हक़ मांगूंगा बिन बात के मेरे लड़ने पर तुम्हारा सब्र मांगूंगा अलसायी-सोयी सी तुम्हारी तस्वीर मांगूंगा मैं जब भी मांगूंगा तुम्हें- तुमसे थोड़ा और मांगूंगा !! ©बोलती दीवार #love_shayari hindi poetry on life poetry poetry on love
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read moreRajni Vijay singla
मेरे गांव में हरियाली रे । मेरे गांव में खुशहाली रे । मेरे देश की ये पहचान रे। याकि माटी में बसे प्राण रे। ये जामे सब अन्न धान रे । मिल गावे इसको गुणगान रे। ©Rajni Vijay singla मेरा गांव मेरा देश #Village #India#khalihan#IndianArmyDay #hindustan hindi poetry on life poetry quotes poetry lovers
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read moreGkverse 10k
White "दोस्तों, असफलता से घबराएं नहीं, क्योंकि हर असफलता सफलता की शुरुआत होती है। मैं, रतन टाटा, कहता हूँ कि ज़िंदगी में बड़ा सपना देखो और उसे पाने के लिए लगातार मेहनत करो। याद रखें, चुनौतियाँ आएंगी, लेकिन आपका दृढ़ निश्चय और इरादा ही आपको उस मुकाम तक पहुँचाएगा, जहाँ आप चाहते हैं।" ©Gkverse 10k #Ratan_Tata THE LEGEND OF INDIA
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read moreAbd
White तिनका तिनका घर घरौंदा टूटा चूल्हा बर्तन औंधा बालू में से कंकर बीना ईंधन बना पत्तों का झीना फर्जी फर्जी दाल पकाई बच्चों को जब तक नींद ना आई लेकिन मां को भय था भोर का था सवाल बस चंद कोर का ब्याज ढले तो पो भी फटती तब जाके कहीं मूल से लड़ती कभी सीधी कभी उल्टी पड़ती बार बार करवटे बदलती झूठे सपनों में रोटी आई लेकिन सच्ची नींद ना आई भूख थी ज़्यादा पेट था ख़ाली मजबूरी में फिर बालू खाली भीतर पूरा रेगिस्तान हो गया जीवन ही वीरान हो गया ना पत्थर थी ना लक्कड़ थी अब चेतना बिल्कुल जड़ थी बच्चों से वज्रपात सहे ना काश कभी ये भोर भए ना ©Abd #sad_quotes #maa #chhutiyan #festivals
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