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Anuj Ray
White सारे बाज़ार सबके सामने मैं कत्ल हो गया, सब देखते रह गए मैं मोहब्बत में गिरफ्त हो गया, और ये 'मोहब्बत' ही मेरी मौत का समान हो गई। ©Anuj Ray # मोहब्बत"
# मोहब्बत"
read moredharmendra kumar yadav
White मज़ाक था या सच जाने क्या सोचकर आया था मेरा अज़ीज़ मुझको गिफ्ट में आईना लाया था वो आसूं सिर्फ आसूं नहीं बाग़ी भी हो सकते थे पर क्या शख्स रहा था वो जो फिर भी निभाया था जिससे ज्यादातर नाराज़ ही रहता रहा ये दिल उसको ही अपने बुरे दिनों में अपने साथ पाया था वो मेरी जान से जिक्र की है कि वो मेरी होती जो मुझे उन दिनों बर्बाद ओ बेकार बताया था ©dharmendra kumar yadav ग़ज़ल
ग़ज़ल
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White किसी किसी के लिए पारस है मोहब्बत, छूते ही ज़िन्दगी को सुनहरे रंग में रंग देती है, और किसी की जिंदगी अभिशाप बना देती है। ©Anuj Ray # मोहब्बत"
# मोहब्बत"
read moreअनिल कसेर "उजाला"
मोहब्बत मिले जो आदमी को सुधर भी सकता है, नहीं तो नफ़रत के कहर से बिखर भी सकता है। जो प्यार से हम देख ले मुफ़लिस को 'उजाला', वो ग़रीबी से इस दुनिया में उभर भी सकता है। ©अनिल कसेर "उजाला" मोहब्बत
मोहब्बत
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White जीना हैं अकेले फिर भी लोगों के पीछे दुख के मेले हैं किसी के साथ होते हुए भी ना जाने क्यों हम अब भी अकेले हैं जलते हैं अकेले ही यादों के दरिया में भी बुझती नहीं वो आग तफ़्दिशे जलन भी झेले हैं किसी के साथ होते हुए भी ना जाने क्यों मगर और भी अकेले हैं नसीब का लिखा वो ही जाने तक़दीर का दिया हुआ दर्द_ए _नसीब हम ने भी झेले है अब इस के बाद न जाने नसीब में क्या है ना आओ साथ हमारे जिंदगी में हमारे बहुत झमेले हैं ना याद आते अब वो लम्हे ना याद आते हो तुम कभी इस कदर मेरे सफ़र में ओ मुसाफ़िर कि अब तन्हाई इस कदर मेरी यादों में घुल गई कि ना अब कोई मिलता ना अब कभी बिछड़ता शायद अब हम अपने आप से भी नहीं मिलते कि अब हम अपने ध्यान से उतरे हुए से आसुओं के रेले हैं के ना अब कभी कहना मुझसे कि साथ चलने को तुम्हारे हम अपना सब कुछ छोड़ चलते हैं अब ना मिलेंगे हम ना वो हमारी मोहब्बत मिलेंगे तो सिर्फ हम और हमारी तन्हाई जिसको दिया तुमने और हमने वो जख्म सदियों से झेले है फिर ये खेल ना खेलो हमारे साथ समझ जरा ज़ख्मी हु और टूटे हुए इस कदर की फ़िर ना जुड़ सकू दोबारा जो खेल लोगों ने सदियों से खेले हैं मत आजमा ए ज़ालिम कि आवाज़ तक नहीं आएगी मेरे दर्द कि हम अब अकेले बहुत अकेले हैं ©Sonuzwrites #good_night ग़ज़ल ✍️
#good_night ग़ज़ल ✍️
read moreBINOदिनी
बातों में कभी उन मुलाक़ातों में। झलकते हैं ख़्वाब, आपके उन अनकही जज़्बातों में।। कभी करे शिकवा, कभी गिला करते हैं। न जाने क्यों आपके चमकते वह नैन, बिन बोले हमें घायल करते हैं।। बातों में, कभी मुलाक़ातों में, कभी लफ़्ज़ों से, कभी बिन बोले उन अल्फ़ाज़ों में...... ©BINOदिनी #Hum #मोहब्बत
Dr Amit Gupta
इस मुकाम पर पहुंच गई मोहब्बत अब, मैं घर से नहीं निकालता और तुम दिल से l ©Dr Amit Gupta मोहब्बत
मोहब्बत
read moreहिमांशु Kulshreshtha
Red sands and spectacular sandstone rock formations किस क़दर बेकार है मोहब्बत मुसलसल हम कहे जा रहे हैं ग़ज़ब ये है हम मोहब्बत किए जा रहे हैं ©हिमांशु Kulshreshtha मोहब्बत..
मोहब्बत..
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