Nojoto: Largest Storytelling Platform

New saurabh mukherjea books Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about saurabh mukherjea books from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, saurabh mukherjea books.

Stories related to saurabh mukherjea books

Er Aryan Tiwari

#Sad_Status Sircastic Saurabh शायरी दर्द

read more
White क्या ज़रूरी है मुहब्बत में तमाशा होना
जिससे मिलना ही नहीं उससे जुदा क्या होना

ज़िंदा होना तो नहीं हिज्र में ज़िंदा होना
हम इसे कहते हैं होने के अलावा होना

तेरा सूरज के क़बीले से त'अल्लुक़ तो नहीं
ये कहाँ से तुझे आया है सभी का होना

तूने आने में बहुत देर लगा दी वरना
मैं नहीं चाहता था हिज्र में बूढ़ा होना

क्या तमाशा है कि सब मुझको बुरा कहते हैं
और सब चाहते हैं मेरी तरह का होना
  - Abbas Tabish

©Er Aryan Tiwari #Sad_Status  Sircastic Saurabh  शायरी दर्द

Jayesh gulati

#Books

read more
मैंने कभी लिखा था ख्वाब एक किताब में,
तुम्हे देखा तो जाना ख्वाब पूरे भी होते है ।।

©Jayesh gulati #Books

Sonia Anand

R Ojha VIPUL KUMAR Sircastic Saurabh

read more

Writer Ravi

#Books

read more
उलझनो को सुलझा देती हैं किताबें 
भटके को मार्ग दिखाती हैं किताबें 
बदतर से बेहतर बनाती है किताबें 
तू किताबों को दोस्त बना तो सही 
मंजिल तक आसानी से पहुंचती हैं किताबें ।

©Writer Ravi #Books

Zahid Akhtar

#Books love Knowledge

read more
Knowledge makes 
you more
HUMBLE
more
RESPECTFUL
more 
ACCEPTABLE

people who self proclaim
and fall into arguments
must study more

©Zahid Akhtar #Books #love #Knowledge

कृतांत अनन्त नीरज...

#Books

read more
आकर्षण आपको
सिर्फ आकर्षित कर सकता है
नष्ट नही
नष्ट तो आप तब होते है
जब आप आकर्षण की ताकत को 
अपने "आत्म अनुशासन" की शक्ति से
अधिक समझ लेते है...

©कृतांत    अनन्त नीरज... #Books

Heer

#Books

read more
किताबें 
बड़ी हसरत लिए बंद अलमारी के शीशों से झांकती किताबें, 
सोचती होगी पहले जिनसे रोज़ होती थी बातें, 
अब तो महीनों होती नही मुलाक़ातें। 

जो रातें गुजरती थी अक्सर साथ में, आज वो कटती है
 computer के साथ में, 
देख बड़ी बेचैन रहती हैं किताबें क्योंकि, 
उन्हें अब नींद में चलने की आदत हो गई है। 

जो किस्से कहानियां वो सुनाती थीं, battery जिनकी कभी
न खत्म होती थी, 
वो झलक अब नजर कही आती नही, 
रिश्ते रह गए उजड़े उजड़े, घर हो गया अब खाली खाली। 

जुबां पर ज़ायका आता था जो एक अल्फाज़ निकलता था, 
अब उँगली click करने से बस एक झपकी गुज़रती है, 
बहुत कुछ तबाह हो गया और बचा है वो परदे पर खुलता चला जाता है। 

किताबों से जो काटी जाती थी राते सीने से लिपटे हुए 
गुजरते थी जो रातें, 
कभी गोदी में तो कभी घुटनों के बल बैठ पढ़ते थे, 
कभी अजीब सी सूरत बनाकर मुस्कुराया करते थे,
सजदे में कभी छूते थे जबीं से, जाने कहा को गया वो सुकून
Robot के इस जहान में।

©Heer #Books

its_sukh3337

#Books #booklover

read more

daisykavi

#Books

read more

daisykavi

#Books

read more
எம் நூலகபணிக்கு நன்றி.
எதிர்மறையான சில மனித மனங்களுக்கு மத்தியில் இல்லாமல், நேர்மறையான நூலக வாசனையில் பயணிப்பது ஒரு சிலாக்கியம்தான்

©daisykavi #Books
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile