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Stories related to philosophy का हिन्दी

Sanjeev Khandal

White "मनुष्य सब कर सकता है, 
जो वह चाहता है...
पर वह यह नहीं चाह सकता, 
कि वह क्या चाहता है..."

©Sanjeev Khandal #philosophy #true

Surendra Subba

#philosophy

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White बैमानी के निवाला से
बेहतर है भुखा पेट

©Surendra Subba #philosophy

Shiv Narayan Saxena

किसकी बेटी है हिन्दी?

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મસ્તાન

#Sad_Status #મસ્તાન #philosophy #newmindset

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White हर रात को मैं आत्मदाह करता हुँ, 
सुबह उसकी राख से खुद को सजाता हुँ।

©મસ્તાન #Sad_Status #મસ્તાન #philosophy #newmindset

Dpoonam4

White हिन्दी दिवस की सभी हिन्दी प्रेमियों को हार्दिक शुभकामनाएं 
🙏🌹🙏

©Dpoonam4 #hindi_diwas #मातृभाषा #हिन्दी #भाषा #Hindi #nojohindi

Ashraf Fani

यदि तुम हिन्दी हो तो भाषा पे लज्जित क्यों डोलते हो हिन्दी होने का गर्व है तो हिन्दी क्यों नहीं बोलते हो #ashraffani #hindi_diwas

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Dev Rishi

#hindi_diwas हिन्दी दिवस

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White मातृभाषा.. मां तू जननी... 
अग्रिम उल्लेख.....,  भाव के तू जननी...
शब्द तप से हम जगत.. के भाव देखनी..
दिवाकर.. के दृव्य लालाट सिर तोहरे माथे..देखनी..

©Dev Rishi #hindi_diwas हिन्दी दिवस

MAHENDRA SINGH PRAKHAR

विषय हिन्दी विधा दोहा हिन्दी हिन्दस्तान की , सुन लो होती शान । इसके देश विदेश में , है लाखो विद्वान ।।१ हिन्दी से नित मिल रह

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White विषय       हिन्दी :- विधा        दोहा

हिन्दी हिन्दस्तान की , सुन लो होती शान ।
इसके देश विदेश में , है लाखो विद्वान ।।१

हिन्दी से नित मिल रहा , भारत को सम्मान ।
हिन्दी ही पहचान है , करो सदा गुणगान ।।२

हिन्दी-हिन्दी रट रहे , हिन्दी में कुछ खास ।
हिन्दी पढ़ ले आप तो , हो जाए विश्वास ।।३

प्रथम बोल नवजात के , माँ से हो शुरुआत ।
हिन्दी के यह बोल है , होता सबको ज्ञात ।।४

हिन्दी भाषा में भरा , सुनो ज्ञान भण्डार ।
वर्ण-वर्ण पढ़कर कभी , तुम भी करो विचार ।।५

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मुक्तक :-

हमें  तो  बोलना भी  माँ  सिखाती  है  सुनों  हिन्दी ।
सभी स्वर  के अलग  लक्षण बताती है सुनों हिन्दी ।
रहूँ  मैं दूर क्यूँ  इससे  सभी  हैं काम  रुक  जाते -
हमारी तो  सभी  खुशियां  दिलाती  है सुनों हिन्दी ।।१

नहीं  भाषा  गलत  कोई  मगर  पहचान  है  हिन्दी ।
हमारी  सभ्यता का  नित  करे  व्याख्यान है हिन्दी ।
इसी  में  तो  समाहित  आज  हिंदुस्तान  है सारा -
तभी तो  हिन्द  की  देखो  बनी अभिमान है हिन्दी ।।२

१४/०९/२०२३     महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR विषय       हिन्दी 
विधा        दोहा

हिन्दी हिन्दस्तान की , सुन लो होती शान ।
इसके देश विदेश में , है लाखो विद्वान ।।१

हिन्दी से नित मिल रह

Ghanshyam Ratre

राष्ट्रीय हिन्दी दिवस

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Shiv Narayan Saxena

विज्ञान-निर्झर हिन्दी

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