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Shiv Narayan Saxena
White किसी को भी भाते नहीं, तीखे कड़वे बोल। सम्बन्धों को ठीक नहीं, स्वार्थ में डूबे बोल।। पछताये कुछ बोल के, समझै न जो मोल। मनमुटाव को खत्म करैं, रस में डूबे बोल।। ©Shiv Narayan Saxena #Buddha_purnima रस में डूबे बोल.....
#Buddha_purnima रस में डूबे बोल..... #Poetry
read moreRakesh frnds4ever
White क्या मैं हूं कहीं, या मैं हूं ही नहीं तुम्हारी हर खुशियों के शोर शराबे में, किसी कोने कचोने में चीखें मेरी दबी पड़ी तुम्हारे उत्सव और त्योहारों में, घर में कभी ना मुझको मिली मौजूदगी,,, क्या मैं हूं कहीं या मैं हूं ही नहीं दिन भर के थके बदन के चूर चूर हालातों में, शामों के कामों व रात भर के दिल,मन,जज्बातों के मरे खून से चकनाचूर हुए बिखरे जर्जर शरीर की , तुम्हारे अरामो, विश्रामों या खिलखिलाकर बतियाती बातों से परे टूटे फूटे बदन की मेरी, नंगे पांव गुजरी जलती हर दोपहरी क्या मैं हूं कहीं,, या मैं हूं ही नहीं,,,, .................१............. ©Rakesh frnds4ever #क्यामैंहूंकहीं या मैं हूं ही नहीं क्या #मैं हूं कहीं, या मैं हूं ही नहीं तुम्हारी हर #खुशियों के #शोर_शराबे में, किसी कोने कचोने में #
#क्यामैंहूंकहीं या मैं हूं ही नहीं क्या #मैं हूं कहीं, या मैं हूं ही नहीं तुम्हारी हर #खुशियों के #शोर_शराबे में, किसी कोने कचोने में # #दबी #हालातों #दोपहरी #चकनाचूर #चीखें #कोट्स #rakeshyadav
read moreRimpi chaube
White मां ने जिस भाषा में मुझको,दुनियादारी सिखलाई। मां को मां ही क्यूं कहते,इस बात की समझी गहराई। अपनापन का बोध कराती मेरी प्यारी भाषा हिंदी, भावों को भावों में पिरोकर,जो भावपूर्ण है कर पाई।। निज भाषा उन्नति की द्योतक,अन्य में न जिह्वा रस पाई। हिंदी सिर्फ भाषा नही,ये मां के आंचल–सी सर पे छाई।। समस्त जन को हिंदी दिवस की हार्दिक बधाई। ©Rimpi chaube #मेरी_प्यारी_भाषा_हिन्दी मां ने जिस भाषा में मुझको,दुनियादारी सिखलाई। मां को मां ही क्यूं कहते,इस बात की समझी गहराई। अपनापन का बोध कराती मे
#मेरी_प्यारी_भाषा_हिन्दी मां ने जिस भाषा में मुझको,दुनियादारी सिखलाई। मां को मां ही क्यूं कहते,इस बात की समझी गहराई। अपनापन का बोध कराती मे
read moreSethi Ji
White 💗 ज़िन्दगी का हिसाब , ज़िन्दगी का जवाब 💗 ज़िन्दगी एक सवाल हैं , जिसका हम सब ढूंढ़ते जवाब हैं खोए रहते हो जिसके ख्वाबों - ख्यालों में सुबह - शाम हर रात आता उसका ख्वाब हैं करती हो हम पर सितम अपनी अदाओं से ऐ सनम मेरा दिल रखता तुम्हारा एक - एक हिसाब हैं ना जाने कितनों को घायल करती हो अपनी जवानी से ना जाने कितनों को पगाल करती हो अपनी रवानी से तू समझती खुद को हुस्न की शराब हैं याद रखना हुनर मेरा भी लाजबाब हैं पढ़ लो मेरी मोहब्बत मेरी आँखों से ऐ हमदम मेरी ज़िन्दगी एक खुली किताब हैं 💝💝💝💝💝💝💝💝💝💝💝💝💝💝💝💝 🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸 ©Sethi Ji 💞💞 इश्क़ का नशा 💞💞 💞💞 इश्क़ का मज़ा 💞💞 जो इश्क़ के नशे में चूर होता हैं उसको हमारा हर हुकुम मंज़ूर होता है लिखते हो तुम भी किसी की जवानी के
💞💞 इश्क़ का नशा 💞💞 💞💞 इश्क़ का मज़ा 💞💞 जो इश्क़ के नशे में चूर होता हैं उसको हमारा हर हुकुम मंज़ूर होता है लिखते हो तुम भी किसी की जवानी के #Zindagi #Trending #GoodMorning #ishq #Shayari #kavita #nojotohindi #nojotoshayari #Sethiji #11Sept
read moreShatrughan Devpuria
एक मधुमक्खी का जीवनकाल का संपूर्ण कार्य सिर्फ एक चम्मच शहद बनाने में जाता है। लगभग 60,000 मधुमक्खियां मिलकर 55,000 मील की दूरी तय करती हैं औ #वीडियो
read morepuja udeshi
White पाप पहले भी होते थे पर अब पहले से 100 गुना ज्यादा हो रहे हैं कोई सुरक्षित नहीं, पुलिस का कोई डर नहीं, अपराध तो हो ही रहे हैं, बापू के सपने चूर चूर हो रहे quit india moment द्वारा अंग्रेजो क़ो भगाया था अब कौन से movement से अपने ही देश के गद्दारों क़ो भगाए जो अपनी ही माँ बहन की इज्जत नीलम कर रे लूट रहे, अपनी बहन की रक्षा और दूसरे की बहन बेटी का rape कर रहे इस लिए आजाद हुए थे कि अपने ही घर मे डाका डाले इज्जत लुटे शर्म हैं ऐसी मर्द जात पर ऐसे भेडियो पर जो गन्दे हैं waste हैं कचरा हैं हमारे देश के.... थू 🤮 ©puja udeshi #quit_india_movement पाप पहले भी होते थे पर अब पहले से 100 गुना ज्यादा हो रहे हैं कोई सुरक्षित नहीं, पुलिस का कोई डर नहीं, अपराध तो हो ही र
#quit_india_movement पाप पहले भी होते थे पर अब पहले से 100 गुना ज्यादा हो रहे हैं कोई सुरक्षित नहीं, पुलिस का कोई डर नहीं, अपराध तो हो ही र #Motivational
read moreMAHENDRA SINGH PRAKHAR
कुण्डलिया छन्द :- राधा-राधा जप रहे , देखो बैठे श्याम । आ जायें जो राधिका , तो पायें आराम ।। तो पायें आराम , चैन की वंशी बोले । फिर यमुना के तीर , प्रेम के वह रस घोले ।। ग्वाल-बाल का साथ , करे जिनका दुख आधा । वह ही है घनश्याम , चली जिनके सह राधा ।। महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR कुण्डलिया छन्द :- राधा-राधा जप रहे , देखो बैठे श्याम । आ जायें जो राधिका , तो पायें आराम ।। तो पायें आराम , चैन की वंशी बोले । फिर यमुना के
कुण्डलिया छन्द :- राधा-राधा जप रहे , देखो बैठे श्याम । आ जायें जो राधिका , तो पायें आराम ।। तो पायें आराम , चैन की वंशी बोले । फिर यमुना के #कविता
read moreबेजुबान शायर shivkumar
White रक्षाबंधन का यह त्योहार ले कर आया खुशियां अपार। बहना करती है इंतजार भैया आयेगा अपन यार। रोड़ी, अच्छत , फूल सजायी घी का मैंने दीप जलायी। प्यार की धागा जो बनायी रस मलाई मैंने बनायी। लूंगी नेक मैं अबकी बार रक्षाबंधन का है त्योहार। भाई बहन का कर मनुहार देता रक्षा का वह उपहार। रक्षाबंधन का यह त्योहार ले कर आया खुशियां अपार। बहना करती है इंतजार भैया आयेगा अपन यार। ©बेजुबान शायर shivkumar #raksha_bandhan_2024 #rakshabandhan #rakshabandhan #raksha_bandhan_2025 #रक्षाबंधन का यह #त्योहार ले कर आया #खुशियां अपार। बहना
#raksha_bandhan_2024 #rakshabandhan #rakshabandhan #raksha_bandhan_2025 #रक्षाबंधन का यह #त्योहार ले कर आया #खुशियां अपार। बहना #कविता #भाईबहन
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