Find the Latest Status about कई तरह का from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, कई तरह का.
F M POETRY
White मेरे कानों में इयरफोन लगा रहता है.. तेरी बातों को मैं गज़लों की तरह सुनता हुँ.. यूसुफ़ आर खान... ©F M POETRY #तेरी बातों को मैं गज़लों की तरह.....
#तेरी बातों को मैं गज़लों की तरह.....
read moreF M POETRY
White हम अपने आप में जो हैँ तुम्हे पसंद नहीं.. तुम्हें तुम्हारी तरह के ही लोग ज़चते हैँ.. यूसुफ़ आर खान..... ©F M POETRY #तुम्हें तुम्हारी तरह के ही लोग.....
#तुम्हें तुम्हारी तरह के ही लोग.....
read moreAnant Nag Chandan
White हमारा मसअ्ला ये है कि एक शक्स से हम, कई तरह का ताल्लुक़ बनाना चाहते हैं। अब्बास ताबिश ©Anant Nag Chandan #love_shayari हमारा मसअ्ला ये है कि एक शक्स से हम, कई तरह का ताल्लुक़ बनाना चाहते हैं। अब्बास ताबिश
#love_shayari हमारा मसअ्ला ये है कि एक शक्स से हम, कई तरह का ताल्लुक़ बनाना चाहते हैं। अब्बास ताबिश
read moreLamha
White कभी कोई अच्छा, कभी कोई अच्छा, कभी कोई अच्छा लगता है, जो थोड़ा मीठा बोले वो ही अपना लगता है!! ©Lamha #GoodMorning फसाती है ये आदत बुरी तरह 🤣🤣
#GoodMorning फसाती है ये आदत बुरी तरह 🤣🤣
read morekhaή s͢͢͢aͥhaͣbͫ
White हर मुसीबत का दिया एक तबस्सुम से जवाब उस तरह गर्दिश दौरों को-- रुलाया --हम ने ©khaή s͢͢͢aͥhaͣbͫ हर मुसीबत का दिया एक तबस्सुम से जवाब उस तरह गर्दिश दौरों को-- रुलाया --हम ने –Varsha Shukla Laxmi Neetu nnn Sudha Tripathi
हर मुसीबत का दिया एक तबस्सुम से जवाब उस तरह गर्दिश दौरों को-- रुलाया --हम ने –Varsha Shukla Laxmi Neetu nnn Sudha Tripathi
read morePraveen Jain "पल्लव"
White पल्लव की डायरी सुख दुख की दो पटरियों पर दौड़ता ये जीवन जर्नी बचपन जबानी बुढ़ापा है मिलते बिछुड़ते यार दोस्त सब स्टेशनों पर उतर जाते है पाप पुण्य के डिब्बे स्लीपर,ऐसी की तरह है जीवन इंजन की तरह दौड़ता है मंजिल पर सबको स्थापित करके अगले गन्तव्य के लिये चौला शरीर बदलता है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #Sad_Status जीवन इंजन की तरह दौड़ता है #nojotohindi
#Sad_Status जीवन इंजन की तरह दौड़ता है #nojotohindi
read moreAshvani Kumar
White चलो फिर से अजनबी बन जाते हैं फिर से तलाशते हैं तुमको और फिर से इश्क लड़ाते हैं छुप छुप कर मिलने का वो दौर ही कुछ और था तेज धड़कनों के साथ तुमसे मिलना ही कुछ और था छू जाती थी उंगलियां जो तुम्हारी वो तरंगों का खुमार भी कुछ और था चलो नजरों से दिल तक का सफर फिर से करते हैं फिर से मिलते हैं तुमसे हाल ए दिल बयां करते हैं चलो मिलते हैं फिर से तुमसे अजनबी बन कर फिर से दिल लगा तुमसे प्यार करते हैं ©Ashvani Kumar #Sad_Status चलो मिलते हैं फिर अजनबी की तरह
#Sad_Status चलो मिलते हैं फिर अजनबी की तरह
read more