Nojoto: Largest Storytelling Platform

New समीपता का सिद्धांत किसने दिया Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about समीपता का सिद्धांत किसने दिया from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, समीपता का सिद्धांत किसने दिया.

वैभव जैन

#एक दिया

read more
White *एक दिया जो भेद मिटाए,*
*क्या तेरा क्या मेरा है?*
*एक दिया जो याद दिलाये,*
*हर रात के बाद सवेरा है |*

©वैभव जैन #एक दिया

Suneel Nohara

किसने जाना हैं, Sethi Ji Anupriya Ashutosh Mishra Anshu writer Sana naaz

read more

Bachan Manikpuri

शरीर का दिया आँख है

read more

neelu

White सीखने का सबसे बेहतर तरीका क्या है
दिया जलाने का सबसे बेहतर तरीका क्या है

©neelu #happy_diwali #दिया #जलाने का #सबसे #बेहतर #बेहतरीन #तरीका #क्या है

ਸੀਰਿਯਸ jatt

madarchod saali कुतिया रंडियों को प्यार दे दिया इस बात का बुरा लगता हैं!

read more

mehar

बस जाने दिया

read more
तुम रूठते तो मना लेती,गलती होती तो माफी मांग लेती।
मगर तुम तो छोड़ के जा रहे हो ,बोलो क्या ही कर लेती।
मोहब्बत में जबरदस्ती का राब्ता नहीं होता,
इसलिए जाने दिया,साथ रख कर भी क्या ही कर लेती।

©mehar बस जाने दिया

Lucky Sir

#रोते रोते हसने का हुनर सिखा दिया sad shayari

read more
रोते-रोते मुस्कुराने का हुनर सीख लिया,
ज़ख्म दिल के छुपाने का सफर सीख लिया।
अब न पूछो दर्द का हाल ऐ दोस्तों,
हर ग़म को हंसी में ढालने का असर सीख लिया।

©Lucky Sir  #रोते रोते हसने का हुनर सिखा दिया  sad shayari

Praveen Jain "पल्लव"

#engineers_day उधेड़ दिया जीवन आम आदमी का #nojotohindi

read more
White पल्लव की डायरी
ऊँची उड़ानों का दम्भ भर बैठे
घुटन उतनी भारी है
समसामयिक जीवन पीछे छूटा
दिलो पर बोझ पड़ता भारी है
घुमक्कड़ पन और सुख सुविधा को
विकास मान बैठे
अंतर्विरोध जीवन का भारी है
भले कनेक्टीविटी जुड़ी हो दुनियाँ भर से
जरूरत के कितने संग साथी है
उधेड़ दिया जीवन आम आदमी का
कद बौना लिये घूमता है
विषमता और गैर बराबरी जोरो पर है
अस्तिव की लड़ाई लिये, मारा मार मानव फिरता है
                                                                प्रवीण जैन पल्लव

©Praveen Jain "पल्लव" #engineers_day उधेड़ दिया जीवन आम आदमी का
#nojotohindi

हिमांशु Kulshreshtha

इतना कुछ दिया....

read more
पीले पलाश के 
गंधहीन फूल से मेरे भाव 
जलते जंगल की सी तपन 
रातों का अकेलापन 
अनगिनत रतजगे
और न जाने कितनी करवटे
तुम से मिल कर... 
इतना कुछ पाया मैंने

©हिमांशु Kulshreshtha इतना कुछ दिया....

person

इस पृथ्वी का सिद्धांत हैं जो जन्म लिया है उसे जाना हैं मृत्यु ही अटल हैं

read more
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile