Find the Latest Status about पेट पोल्नु from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, पेट पोल्नु.
Himanshu Prajapati
White जब मन और पेट साफ हो तो व्रत रहने की जरूरत नहीं पड़ती..! #hpstrange #36gyan ©Himanshu Prajapati #GoodMorning जब मन और पेट साफ हो तो व्रत रहने की जरूरत नहीं पड़ती..! #hpstrange #36gyan नये अच्छे विचार
#GoodMorning जब मन और पेट साफ हो तो व्रत रहने की जरूरत नहीं पड़ती..! #hpstrange #36gyan नये अच्छे विचार
read moreHimanshu Prajapati
Jai mata di ©Himanshu Prajapati #navratri जब मन और पेट साफ हो तो व्रत रहने की जरूरत नहीं पड़ती..! #hpstrange #36gyan
#navratri जब मन और पेट साफ हो तो व्रत रहने की जरूरत नहीं पड़ती..! #hpstrange #36gyan
read moreIG @kavi_neetesh
हमसफ़र के संग जिंदगी गम में भी मुस्कराती हैं, सारा दर्द भूल कर, सुकूँ महसूस करती हैं। गमों के बादल ज़ब जिंदगी को भिगो भिंगो देते हैं, जीवन साथी का स्पर्श, सारे दर्द को दूर कर देते हैं। जो सुख दुख में संग खड़े रहते हैं जिंदगी के हर मोड़ पर साथ निभाते हैं, ऐसे जीवन साथी किस्मत वालों को ही मिलते हैं। खाली पेट और तमाम दर्द जिंदगी के, ज़ब रिश्तों को दूर कर देते हैं, ऐसी तपती जिंदगी में, जीवन साथी ही छाँव बनते हैं। जीवन साथी की मीठी छुअन, मरती जिंदगी को जिंदा कर देती हैं, जाती साँसो को पल भर के लिये ही सही लौटा देती हैं, ऐसी महक जीवन साथी की ही होती हैं। ©Instagram id @kavi_neetesh हमसफ़र के संग -------====------ हमसफ़र के संग जिंदगी गम में भी मुस्कराती हैं, सारा दर्द भूल कर, सुकूँ महसूस करती हैं।
हमसफ़र के संग -------====------ हमसफ़र के संग जिंदगी गम में भी मुस्कराती हैं, सारा दर्द भूल कर, सुकूँ महसूस करती हैं।
read moreSaurabh Raj Sauri
पाणी बणिथै ल्वे जिकुड़ी कू,सिरवणी थै भिजोंणी च तेरी निर्दयी माया गैल्या, अब मेरी आंख्यूँ थै रुवोंणी च चिट्ठी लेखि धरि रैगी,कितबी का पेट "राज" आख़रु थै लेखदी कलम,अब कुम्र जन पितौणी च ब्यखुनी सुबेर ख्याल त्यारा ,रात्यु कू सुपन्या त्यारा हीं देखदू हर बोल गीत कविता शायरी का ,त्यारा बारा मा हीं लेखदू लूँण मर्चा घुशणु रांदूँ ,याद कैरी त्वे सदनी मौल नी छि घौ कतै भी, स्या रुन्दी पीड़ा बतौणी च पाणी बनिथै ल्वे जिकुड़ी कू,सिरवणी थै भिजोंणी च यखुली बैठयूं रांदु अजकलु , अब कै दगड़ी रायेंदूँ नी भूख तीस भी मोरी गे, अब कुछ भी मि चयेंदूँ नी कुछ बि अब भूलेंदूँ नि, त्यारा बारा मा सौंजड्या तेरी निर्भगी खुद स्या गैल्या, मि हर घड़ी सतौणी च पाणी बनिथै ल्वे जिकुड़ी कू,सिरवणी थै भिजोंणी च ©Saurabh Raj Sauri कितबी का पेट 💛
कितबी का पेट 💛
read moreOdysseus
Rap टूटी चप्पल, सस्ते कपड़े बटुआ अपना ख़ाली है हर मौसम में साथ निभाती अपनी ये कंगाली है कोई ताने देता है तो
read moreBate Gyan ki
White आसान नही इतना बाहर पैसे कमाना दो वक्त की रोटी जुटने के लिए भुखे भी सोना पड़ता है। ©Naushad Shamsi motivation भूखे पेट भी सोना पड़ता हैं।
भूखे पेट भी सोना पड़ता हैं।
read moreHimanshu Prajapati
हल्का भोजन हल्का मन, पेट खाली दिमाग भ्रम, फ्री का पाकर खाने में काहे का लागे शर्म..! ©Himanshu Prajapati #Funny हल्का भोजन हल्का मन, पेट खाली दिमाग भ्रम, फ्री का पाकर खाने में काहे का लागे शर्म..! #hpstrange #36gyan
#Funny हल्का भोजन हल्का मन, पेट खाली दिमाग भ्रम, फ्री का पाकर खाने में काहे का लागे शर्म..! #hpstrange #36gyan
read moreVivek Pandey
#हम गरीब है साहब, अपनी ख्वाइशों का गला घोट कर, परिवार का पेट भरना बखूबी जानते हैं!
read moreNiaz (Harf)
गरीबी फटे हुए कपड़ों में लिपटी ज़िन्दगी की कहानी, हर सांस में बसी है दर्द की निशानी। पेट की आग बुझाने को दिन रात जूझते हैं, ख्वाब तो हैं मगर, टूटे आईनों में सूझते हैं। रोटी के टुकड़ों में बंटा है सारा वजूद, हर ख्वाहिश पर लगता है जैसे कोई सूद। आंखों में आंसू, दिल में हसरतें दबती हैं, हर सुबह उम्मीदें फिर से मरती हैं। नहीं हैं किताबें, ना खेलों की बात, बस मेहनत में बीतता है बचपन का हर रात। वो टूटी हुई झोपड़ी, वो सूना सा चूल्हा, दौलत के आगे सब कुछ यहाँ बेमानी सा लगता है। कभी उम्मीदें होती हैं, कभी दिल तंग होता है, गरीबी में हर इंसान का सपना अधूरा सा रहता है। इस अंधेरी रात में बस एक ख्वाब है रोशनी का, शायद कभी खत्म हो ये दर्द गरीबी का। ©Niaz (Harf) गरीबी फटे हुए कपड़ों में लिपटी ज़िन्दगी की कहानी, हर सांस में बसी है दर्द की निशानी। पेट की आग बुझाने को दिन रात जूझते हैं, ख्वाब तो हैं म
गरीबी फटे हुए कपड़ों में लिपटी ज़िन्दगी की कहानी, हर सांस में बसी है दर्द की निशानी। पेट की आग बुझाने को दिन रात जूझते हैं, ख्वाब तो हैं म
read more