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कृतांत अनन्त नीरज...
आकर्षण आपको सिर्फ आकर्षित कर सकता है नष्ट नही नष्ट तो आप तब होते है जब आप आकर्षण की ताकत को अपने "आत्म अनुशासन" की शक्ति से अधिक समझ लेते है... ©कृतांत अनन्त नीरज... #Books
Heer
किताबें बड़ी हसरत लिए बंद अलमारी के शीशों से झांकती किताबें, सोचती होगी पहले जिनसे रोज़ होती थी बातें, अब तो महीनों होती नही मुलाक़ातें। जो रातें गुजरती थी अक्सर साथ में, आज वो कटती है computer के साथ में, देख बड़ी बेचैन रहती हैं किताबें क्योंकि, उन्हें अब नींद में चलने की आदत हो गई है। जो किस्से कहानियां वो सुनाती थीं, battery जिनकी कभी न खत्म होती थी, वो झलक अब नजर कही आती नही, रिश्ते रह गए उजड़े उजड़े, घर हो गया अब खाली खाली। जुबां पर ज़ायका आता था जो एक अल्फाज़ निकलता था, अब उँगली click करने से बस एक झपकी गुज़रती है, बहुत कुछ तबाह हो गया और बचा है वो परदे पर खुलता चला जाता है। किताबों से जो काटी जाती थी राते सीने से लिपटे हुए गुजरते थी जो रातें, कभी गोदी में तो कभी घुटनों के बल बैठ पढ़ते थे, कभी अजीब सी सूरत बनाकर मुस्कुराया करते थे, सजदे में कभी छूते थे जबीं से, जाने कहा को गया वो सुकून Robot के इस जहान में। ©Heer #Books
daisykavi
எம் நூலகபணிக்கு நன்றி. எதிர்மறையான சில மனித மனங்களுக்கு மத்தியில் இல்லாமல், நேர்மறையான நூலக வாசனையில் பயணிப்பது ஒரு சிலாக்கியம்தான் ©daisykavi #Books
daisykavi
எம் நூலகபணிக்கு நன்றி. எதிர்மறையான சில மனித மனங்களுக்கு மத்தியில் இல்லாமல், நேர்மறையான நூலக வாசனையில் பயணிப்பது ஒரு சிலாக்கியம்தான் ©daisykavi #Books
Saba Rasheed
कभी नसीहत करते हैं, कभी मुझे बोर करते हैं खुशी-ग़म से मुझे अक्सर फ़साने सराबोर करते हैं ©Saba Rasheed #Books #शायरी #किताब #ख़ुशी #ग़म #Poetry #shayri #Love #twoliner shayari love
Navash2411
लगता है गहरे जख्मों की कहानी लिखी है, यादों की धुंध में छुपी रात पुरानी लिखी है। हस्ती को खुद में समाने की बात करते हो, शायद उस किताब में कोई निशानी रखी है। ©Navash2411 #Books
Sanjoy Khuman
White "A Life story of Bahadur Shah Zafar" Bahadur Shah Zafar was the last Mughal Emperor of India, born on October 24, 1775. He was the son of Akbar Shah II and succeeded his father as the ruler of the Mughal Empire in 1837. His reign, however, was largely symbolic with minimal real power, as the British East India Company had effectively taken control of most of India by then. Zafar's rule is most notable for his role in the Indian Rebellion of 1857, also known as the Sepoy Mutiny. During the uprising, he was declared the figurehead leader of the revolt against British rule. The rebellion was a significant, though ultimately unsuccessful, attempt to resist British dominance. Zafar's involvement in the uprising led to the British recapturing Delhi and reasserting control over the region. Following the suppression of the rebellion, Bahadur Shah Zafar was captured, tried, and convicted of treason by the British authorities. On October 7, 1858, he was deposed, and the Mughal Empire was officially abolished. Zafar was exiled to Rangoon (present-day Yangon) in Burma (present-day Myanmar), where he lived in relative obscurity and poverty until his death on November 7, 1862. Despite his fall from power, Zafar is remembered for his poetry and literary contributions. He wrote in Urdu and Persian, and his works reflect the rich cultural heritage of the Mughal court. His legacy remains a poignant reminder of the end of the Mughal Empire and the broader context of colonialism in India. ©Sanjoy Khuman #A life story of Bahadur Shah Zafar
Jyoti Jamlingappnavar
White A friend is whom you can be with you forever, that's how writer's discovered writings, and redears started reading books. ©Jyoti Jamlingappnavar poetry quotes poetry #Books #writing #writers #readers
संस्कृत भाषा ( शिक्षक ) Facebook pages
उद्यमेन हि सिध्यन्ति कार्याणि न मनोरथैः ! न हि सुप्तस्य सिंहस्य प्रविशन्ति मुखे मृगाः !! हिन्दी अर्थ : दुनिया में कोई भी काम सिर्फ सोचने से पूरा नहीं होता बल्कि कठिन परिश्रम से पूरा होता है. कभी भी सोते हुए शेर के मुँह में हिरण खुद नहीं आता. ©संस्कृत भाषा ( शिक्षक ) Facebook pages #Books
Radhe Shyam
देखा है जबसे तेरी लहराते जुल्फों को, सच कहते हैं तबसे हम चैन और सुकून को तरस गए। बेपनाह मोहब्बत हो गई तुमसे एक दीदार पर, न जाने कैसे हम पत्थर थे फिर भी पिघल गए। अब हो गया हूँ मगरूर मैं भी तेरे इश्क में, एक तेरे सिवा कोई चाँद मुझे दिखता नहीं। खामोश ही रहकर सही इकरार कर ले मेरी मोहब्बत का, क्यूँकी बिन देखे तूझे अब मुझे चैन होता नहीं। ✍️✍️Radhe Shyam. ©Radhe Shyam #Iqbal&Sehmat