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Savitri Parveen Kumar
White हवा में क्यों लटक बैठे अगर उड़ाना नहीं आता, राह ऐसी चुनी ही क्यों जिस पर चलना नहीं आता ।फ़कत इंसान हो आखिर परिंदे बनते हो तुम क्यों उतर आओ जरा धीमे तुम्हें डरना नहीं आता। ©Savitri Parveen Kumar #sad_quotes #nojoto #nojotoapp #SAD #nojotohindi #love #nojotoofficial #nojotowriters #nojotopoetry #nojotoquotes संस्कृतलेखिकातरुणाशर्म
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read moreAanshi Ajit
White *आपको सपरिवार दीपोत्सव की हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाई। भगवान से मंगलकामनाऐं है कि आप सभी सदैव सुखी ,सम्पन्न ,स्वस्थ रहें। आपके लिए यह दीपावली का महापर्व ढेरों खुशियां ,समृद्धि ,यश और वैभव लेकर आए।* 🙏 *सादर* 🙏 🌹 *शुभ दिपावली* 🌹 ©Aanshi Ajit #happy_diwali 'हिंदी कोट्स' सुरेश अनजान puja udeshi संस्कृतलेखिकातरुणाशर्मा-तरु Sethi Ji nita kumari Adhuri Hayat
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read moreReena Sharma
#reenasharma3011 love #SAD #New Vikram vicky 3.0 Aditi Agrawal Aryan Shivam Mishra KRISHNA KUMAR KUSHVAHA सुरेश अनजान
read moreNeeti
White श्री कृष्ण ने कहा है जितने अच्छे आप होंगे आपको लोग उतने ही घटिया मिलेंगे। ©Neeti #GoodMorning pramodini Mohapatra Actors Raj Tilak सुरेश अनजान Madhusudan Shrivastava akash shrivastav
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read moreBhavana kmishra
दंष्ट्राकरालवदने शिरोमालाविभूषणे। चामुण्डे मुण्डमथने नारायणि नमोऽस्तु ते।। जय मां कालरात्रि 🙏🙏🙏 ©Bhavana kmishra #navratri #Nojoto #bhavanakmishra Nirankar Trivedi SURAJ SHARMA Vivek saxena Deep_26Nt सुरेश अनजान Sethi Ji
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read moredarpanpremka by Rajesh Rj
या देवी सर्वभूतेषु शक्ति रूपेण संस्थिता नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः । जय माता दी🙏🙏🌹 ©darpanpemka #navratri #darpanpremka priya Sethi Ji Neha verma Shiv Narayan Saxena सुरेश अनजान शायरी हिंदी में 'दर्द भरी शायरी' लव शायरी शायरी लव
#navratri #darpanpremka priya Sethi Ji Neha verma Shiv Narayan Saxena सुरेश अनजान शायरी हिंदी में 'दर्द भरी शायरी' लव शायरी शायरी लव
read moreArjun Rawat पार्थ
Anand Kumar Ashodhiya
निर्भया - नई हरयाणवी रागणी वासना के भूखे दरिन्दे, याहडै कदम कदम पै पावैं सैं करकै इज्जत तार तार फेर, मौत के घाट पहुँचावैं सैं मन्नै पता ना मेरी हस्ती नै, कौण मिटा कै चल्या गया मैं तीन साल की बच्ची थी मनै, मौत की नींद सुल्या गया मैं दर्द के मारे रोवण लागी, वो गला घोंट कै चल्या गया बेदम हाेकै मेरी आँख पाटगी, वो मनै फेंक कै चल्या गया इब रक्त रंजित मेरी लाश पड़ी सब, नैना नीर बहावैं सैं दस बारा आज बरस बीतगे, मनै स्कूल में जाती नै लुंगाडा की फौज खड़ी रहै, मनै छेड़ें आती जाती नै कोए नज़रां तै पाछा करता, कोए घूरै था मेरी छाती नै घर वालों को बता सकी ना मैं तो खुद पै ही शरमाती नै लूट कै इज्जत घाल कै फाँसी इब पेड्डां पै लटकावैं सैं बस का सफर हो या रेल यात्रा, सब मेरै ए सटणा चाहवैं थे सिरफिरे बदमाश अवारा, ना कुराह तै हटणा चाहवैं थे हर हालत में मनै घेर कै, मेरै तन कै चिपटणा चाहवैं थे पागल कुत्ते के माफ़िक, मेरा माँस नोंचणा चाहवैं थे आज मैं भी निर्भया बणा देइ मेरी लाश पै कैंडल जळावैं सैं हे पणमेशर तूँ हे बता तनै, यो कुणसा खेल रचाया सै औरत होणा ही दुश्वर है तो क्यूं औरत रूप बणाया सै सारी गलती नारी देह की, जो मानव मन भटकाया सै तेरी माया नै समझ सके ना, ना यो भेद किसै नै पाया सै गुरु पाले राम सुरग में जा लिए पर आनंद का ज्ञान बढावैं सैं कॉपीराइट©️आनन्द कुमार आशोधिया 2024-25 ©Anand Kumar Ashodhiya #Thinking #निर्भया #nirbhaya निर्भया नई हरयाणवी रागनी हिंदी कविता प्रेरणादायी कविता हिंदी कविता कविताएं कविता कोश
Anand Kumar Ashodhiya
पर्यावरण - नई हरयाणवी रागनी तूं कितना ए जतन लगाले बन्दे वो पल में प्रलय करता है तूं भाज भाज कै थक लेगा, वो एक पग में योजन भरता है तनै पेड़ अर पौधे काट काट कै, जंगल नदी उजाड़ दिए पर्वत घाटी काट काट कै, खनिज और पत्थर काढ़ लिए उनै बाढ़ के पंजे गाड़ दिए, इब क्यूं ज्यान बचाए फिरता है तनै सारी ए धरती बंजर करदी, मार कै खाद दवाई खान पान सब जहरी कर दिया, जहरी ए हवा बणाई तनै अपनी शामत आप बुलाई, वो तौल तौल कै धरता है धरती थोथी करकै नै तनै, सारा पाणी खींच लिया पीवण नै भी छोड़या ना तनै, आंगण बाड़ी सींच लिया उनै दया का पंजा भींच लिया इब, बूंद बूंद नै मरता है कई कई मंजिल भवन बणा लिए, कितै बारा कितै ठारा पहाड़ दरकगे नदी उफणगी, तेरा कुछ ना चाल्या चारा कदे सुनामी कदे हल्लण आरहया, फिर कुदरत से क्यूं डरता है गुरु पालेराम नै पकड़ आंगली कथना रचना सिखा दिया के आच्छा के बुरा जगत में शीशे की ज्यूं दिखा दिया उनै कड़वा मीठा चखा दिया वो जीवन के दुख हरता है कॉपीराइट©️आनन्द कुमार आशोधिया 2024-25 ©Anand Kumar Ashodhiya #पर्यावरण नई हरयाणवी रागनी पर्यावरण कविता कोश कविताएं प्रेरणादायी कविता हिंदी कविता हिंदी कविता
#पर्यावरण नई हरयाणवी रागनी पर्यावरण कविता कोश कविताएं प्रेरणादायी कविता हिंदी कविता हिंदी कविता
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