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Anuj Ray
तुम्हारा इश्क़ ही पूजा है मेरे मंदिर की, और तुम्हारे ख़्वाब हैं मेरी जन्नत का नज़ारा। सब गवारा है मुझे मेरे इश्क़ की खातिर, सारी दुनिया में मुझे एक मेरा महबूब ही प्यारा। ©Anuj Ray # तुम्हारा इश्क"
# तुम्हारा इश्क" #शायरी
read moreParasram Arora
White जिस दर से मेरी खाली झोली. को भरा गया है.. आज मैं उस भरी. झोली को फिर वही खाली कर आया था क्योंकि मेरे ज़मीर ने इस बात का घोर विरोध कर दिया है ©Parasram Arora मेरा ज़मीर
मेरा ज़मीर #कविता
read moreF M POETRY
White फूल जैसा है तुम्हारा चेहरा.. इसलिए फूल देखा करता हुँ.. यूसुफ आर खान... ©F M POETRY #फूल जैसा है तुम्हारा चेहरा...
#फूल जैसा है तुम्हारा चेहरा...
read moreVandana Rana
White हो सकता है तुम्हारा भाग्य में न होना ही मेरा भाग्य हो। ©Vandana Rana हो सकता है तुम्हारा भाग्य में न होना ही मेरा भाग्य हो।
हो सकता है तुम्हारा भाग्य में न होना ही मेरा भाग्य हो। #wishes
read moreseema patidar
White मेरा मन हमेशा अंतर्द्वंध से लड़ता रहता है कभी ख्वाबों के पुलिंदे सजाता है तो कभी मायूसी को गले लगाता है कभी भविष्य की संभावनाओं को निहारता है तो कभी अतीत के जख्मों को टटोलता है कभी समझदार बनकर जिम्मेदारियों से डरता है तो कभी सारे बंधन तोड़ आजाद होने को करता है कभी मान सम्मान के दायरे तय करता है तो कभी कल्पनाओं के साकार होने की दुआ करता है कभी स्वार्थ में खुद के लिए प्रेम ढूंढता है तो कभी निस्वार्थ बन अपने हिस्से का प्रेम भी ओरो के लिए उड़ेल देता है कभी जो हासिल हुआ उसी में सब्र कर लेता है तो कभी जो पाना रह गया उसकी शिकायते करता रहता है मेरा मन हमेशा अंतर्द्वध से लड़ता है क्या तुम्हारा भी मन कभी अंतर्द्वंध से लड़ता है। ©seema patidar मेरा मन
मेरा मन #Love
read morekavi Dinesh kumar
White जीवन के सफर में चल रहें हैं अब तक देखता हूं चलना है आखिर मुझको कब तक ©kavi Dinesh kumar #मेरा सफर
Aarzoo smriti
White आ भी जाओ न है इंतज़ार तुम्हारा, कब से है देखो दिल बेकरार हमारा। रहती हो धड़कनों में हरपल ही तुम, कुछ भी रहा न मेरा, सब हो गया तुम्हारा। ©Aarzoo smriti #इंतज़ार तुम्हारा....
#इंतज़ार तुम्हारा....
read moreRicha Dhar
White संध्या का समय और समुंदर का किनारा था एक दौर था जब हाथों में हाथ तुम्हारा था गीली रेत पर पैरों के पदचिह्न तुम्हारे मैंने नतमस्तक हो पूजित तुम्हें किया था तुम्हारा यूं अनवरत देखना संपूर्ण ब्रम्हांड में प्रेम भर जाता था मेरे हृदय का ब्रम्हांड अब खंड खंड हो चला है जिसमें कभी तुम्हारा ही अधिपत्य नज़र आता था मेरे प्रेम को अपने प्रेम से पुनर्जीवन दान दे दो जो तुम्हारे प्रेम के गंगाजल से कभी तृप्त हो जाता था। ©Richa Dhar #love_shayari तुम्हारा प्रेम
#love_shayari तुम्हारा प्रेम #कविता
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