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neelu
White अगर हम लोगों को सहारे नहीं दे पा रहे हैं तो क्या यह सही नहीं होगा कि हम उनको किनारे दे दे ©neelu #GoodMorning #अगर हम #लोगों को #सहारे #नहीं दे पा रहे हैं तो #क्या यह सही #नहीं #होगा कि हम #उनको #किनारे दे दे
RB BABLU
White मैं तुझे वहाँ से भी मांग लूं... कोई बता दे किस्मत के फैसले कहां होते हैं !! ©RB BABLU #Sad_Status कोई बता दे
#Sad_Status कोई बता दे
read moreranjit Kumar rathour
, 5ए वक्त इतनी जल्दी क्या हैं थोड़ा रुक जाया कर ज़ब तक होश सम्हालता हुँ देर हो जाती हैं पता नहीं तू जल्दी मे हैं या फिर मैं धीमा हुँ चलो कोई बात नहीं क्या हुआ जो तू आगे निकल गया थोड़ी देर से सही आऊंगा मैं लेकिन वक्त तो दे जिससे खुद क़ो सम्हाल पाऊं हां सम्हाल पाऊ ©ranjit Kumar rathour थोड़ा वक्त तो दे
थोड़ा वक्त तो दे
read moreAndy Mann
White पिताजी के अचानक.आ धमकने से पत्नी तमतमा उठी लगता है, बूढ़े को पैसों की ज़रूरत आ पड़ी है, वर्ना यहाँ कौन आने वाला था...अपने पेट का गड्ढ़ा भरता नहींघरवालों का कहाँ से भरोगे ? मैं नज़रें बचाकर दूसरी ओर देखने लगा। पिताजी नल पर हाथ-मुँह धोकर सफ़र,, की थकान दूर कर रहे थे इस बार मेरा हाथ कुछ ज्यादा ही तंग हो गया। बड़े बेटे का जूता फट चुका है। वह स्कूल जाते वक्त रोज भुनभुनाता है। पत्नी के इलाज के लिए पूरी दवाइयाँ नहीं खरीदी जा सकीं। बाबूजी को भी अभी आना था।घर में बोझिल "चुप्पी" पसरी हुई थी खाना खा चुकने पर,, पिताजी नेमुझे पास बैठने का इशारा किया। मैं शंकित था किकोई आर्थिक समस्या लेकर आये होंगे. पिताजी कुर्सी पर उठ कर बैठ गए। एकदम बेफिक्र...!!! “ सुनो ” कहकरउन्होंने मेरा ध्यान अपनी ओर खींचा।मैं सांस रोक कर उनके मुँह की ओर देखने लगा। रोम-रोम कान बनकर,,अगला वाक्य सुनने के लिए चौकन्ना था। वे बोले...“ खेती के काम में घड़ी भर भी फुर्सत नहीं मिलती। इस बखत काम का जोर है।रात की गाड़ी से वापस जाऊँगा।तीन महीने से तुम्हारी कोई चिट्ठी तक नहीं मिली... जब तुम परेशान होते हो, तभी ऐसा करते हो।उन्होंने जेब से सौ-सौ के पचास नोट निकालकर मेरी तरफ बढ़ा दिए, “रख लो। तुम्हारे काम आएंगे।धान की फसल अच्छी हो गई थी। घर में कोई दिक्कत नहीं ह तुम बहुत कमजोर लग रहे हो। ढंग से खाया-पिया करो, बहू का भी ध्यान रखो। मैं कुछ नहीं बोल पाया।शब्द जैसे मेरे हलक मे फंस कर रह गये हों ।मैं कुछ कहता इससे पूर्व ही पिताजी ने प्यार से डांटा“ले लो, बहुत बड़े हो गये हो क्या ..?” “ नहीं तो।" मैंने हाथ बढ़ाया। पिताजी ने नोट मेरी हथेली पर रख दिए। बरसों पहले.पिताजी मुझे स्कूल भेजने के लिए इसी तरह हथेली पर अठन्नी टिका देते थे,पर तब मेरी नज़रें ..आजकी तरह झुकी नहीं होती थीं।एक बात हमेशा ध्यान रखे... माँ बाप अपने बच्चो पर बोझ हो सकते हैं बच्चे उन पर बोझ कभी नही होते हैं । ©Andy Mann #आप-बीती अदनासा- Dr. uvsays Ravi Ranjan Kumar Kausik Santosh Narwar Aligarh Neel
#आप-बीती अदनासा- Dr. uvsays Ravi Ranjan Kumar Kausik Santosh Narwar Aligarh Neel
read moreShashi Bhushan Mishra
जाते-जाते जीवनभर की ख़ुशी भरी सौगात दे गया, वो मेरे सपने में आकर सबसे सुंदर रात दे गया, उसकी बातों में सुकून था अपनापन का आलम था, अंधियारे की घोर निशा में दीपक बनकर मात दे गया, अब भी उसकी बातें मन में पंछी सा कलरव करती, भाव शून्य से जीवन में भी प्रेमपूर्ण ज़ज़्बात दे गया, पायल की छम-छम कानों में मधुर रागिनी सी घोले, मेरे हिस्से में आकर वो मुझको भी औक़ात दे गया, साँसों के झूले पर रिमझिम सी फुहार मदमस्त पवन, ऐसे में आकर निर्मोही कपटी मन को घात दे गया, ज़रा ठहर कर पूछो ख़ुद से अपनी असली चाहत को, दीन-धर्म, ईमान, शांति सब ख़ुद में सारी बात दे गया, कैसे कहूँ मुकद्दर मेरे साथ नहीं चलता 'गुंजन', हर पल साथ रहा दामन में पूरी कायनात दे गया, ---शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' प्रयागराज उ॰प्र॰ ©Shashi Bhushan Mishra #ख़ुशी भरी सौगात दे गया#
#ख़ुशी भरी सौगात दे गया#
read morePankaj
White कि बीती हुई बातों को हर वक्त बताती है कभी हुआ था इश्क ऐ याद दिलाती है और इससे बड़ा दुश्मन कोई क्या मिलेगा हमको इतना तो तुम भी नहीं सताए जितनी याद सताती है ©Pankaj कि बीती हुई बातों को
कि बीती हुई बातों को
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