Find the Latest Status about नौतपा कब से लग रहे हैं from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, नौतपा कब से लग रहे हैं.
loyal_lyrics
गैरों से मिल के तुम,मुझको जला रहे हो धीरे-धीरे दिल से,मुझको भुला रहे हो उनसे बात करके,मन भर गया तुम्हारा शायद वजह यही हैं, अब मुझको बुला
read moreloyal_lyrics
White गैरों से मिल के तुम,मुझको जला रहे हो धीरे-धीरे दिल से,मुझको भुला रहे हो उनसे बात करके,मन भर गया तुम्हारा शायद वजह यही हैं, अब मुझको बुला रहे हो 💔 ✍️ || लखन ©loyal_lyrics #love_shayari गैरों से मिल के तुम,मुझको जला रहे हो धीरे-धीरे दिल से,मुझको भुला रहे हो उनसे बात करके,मन भर गया तुम्हारा शायद वजह यही हैं,म
#love_shayari गैरों से मिल के तुम,मुझको जला रहे हो धीरे-धीरे दिल से,मुझको भुला रहे हो उनसे बात करके,मन भर गया तुम्हारा शायद वजह यही हैं,म
read moreneelu
White आप जो सोच रहे हैं उसे होने से कौन रोक सकता है.. ©neelu #love_shayari #आप जो #सोच #रहे हैं उसे #होने से कौन #रोक #सकता है
neelu
White ऐसे तो खेल होते ही नहीं है जो सीख कर आप खेल ना सके... आप सिख रहे हैं या खेल रहे हैं यह इस बात पर निर्भर जरूर करेगा की ©neelu #Sad_Status आप #सिख रहे हैं या #खेल रहे हैं यह इस #बात पर #निर्भार #जरूर करेगा #की
neelu
White हम क्यों भुलाना चाहते हैं कि हम क्यों चल रहे हैं हम क्या क्या कह रहे हैं क्यों रावण जला रहे हैं हम क्यों अंधेरे के लिए जला रहे हैं ©neelu #diwali_wishes हम #क्यों #भुलाना चाहते हैं कि हम #क्यों चल रहे हैं हम क्या #क्या कह रहे हैं क्यों #रावण #जला रहे हैं हम क्यों #अंधेरे के
Ravi Sharma
ये ज़मी ये आसमा,ये चांद सितारे तुम्हारे हैं हमसे पूछते हो क्या,हम तो कब से तुम्हारे हैं।।
read moreGoluBabu
#देहदानमहादान ऐसे शुभ कार्य संत रामपाल जी महाराज अपने ज्ञान द्वारा अपने अनुयायियों से करवा रहे हैं।
read moreParveen Ritwal
ये लग रहे हैं हम पर जो इल्जाम शायरी दर्द शायरी लव लव शायरी 'दर्द भरी शायरी' दोस्ती शायरी
read moreFuck off nojoto
नादानगी में कैसे, ख़ुद को बहका रहे हैं नही है नही है, इश्क़ झुठला रहे है.. दिल जलाने में उनको, मज़े आ रहे है जिगर चाक करके, वो चले जा रहे है.. हुए पाँच दिन कुल, उनको मुझसे है बिछड़े अभी से ये तारे, जिस्म पिघला रहे हैं.. गले से लगा लो, या मुझको मार डालो वसवसे तन्हाइयों के, दिल दहला रहे हैं.. किया ये अहद है, फिर ना होगी मुहब्बत लाचारगी तो देखो, ख़ुद को बहला रहे हैं.. लगाते है वो मोल, उदासियों का मिरी हूँ परेशां बे-मतलब, ये दोहरा रहे हैं.. आँखों से मिरी आँसू, सँभाले ही न संभलें रहमत ये किस ख़ुशी में, वो बरसा रहे हैं.. इक शराब ही है, ग़म-ए-फुरक़त समझती मरीज़-ए-इश्क़ ख़ुद को, यूँ भी समझा रहे हैं.. वाक़िफ़ हो गए है, दुश्वारियों से ज़िन्दगी की हम भी हैं इंसा, हम भी पछता रहे हैं.. तस्वीरों को जिसकी, देखकर तू था रोया कूचा-ए-रक़ीब में वो इश्क़ फरमा रहे हैं.. दूर महसूस ख़ुद को, करते है ख़ुद ही से बेवज़ह नही हम, तग़ज़्ज़ुल फ़रमा रहे है.. किनारे लग गए हैं, मिरे ख़्वाब सारे देखकर मिरा हस्र, ये भी घबरा रहे है.. मेरा अज़ीब होना, ही है मेरी जरूरत छोटे मोटे ग़म तो, आने को शरमा रहे है.. ©Arshu.... नादानगी में कैसे, ख़ुद को बहका रहे हैं नही है नही है, इश्क़ झुठला रहे है.. दिल जलाने में उनको, मज़े आ रहे है जिगर चाक करके
नादानगी में कैसे, ख़ुद को बहका रहे हैं नही है नही है, इश्क़ झुठला रहे है.. दिल जलाने में उनको, मज़े आ रहे है जिगर चाक करके
read more