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Rahul Varsatiy Parmar
सुबह के 5 बज चुके है तो जमाने ए बंदिश खैर एक खयाल एक गजल देखिए रातों की नींद से (अदावत/ दुश्मनी) हो गई है हमे भी ज़माने के रिवाजों से (कदूरत/ नफरत) हो गई है ज़माने- ए- बंदिश में कैद है (आबरू/ इज्जत) ) हमारी अब खुद को ही खामोश कर रही है खामोशी हमारी (मशगूल-ए- महफिल /मिलना जुलना) नही है रही अब फितरत हमारी मशरूफ-ए-बेरुखी जिंदगी खुद से हमारी हिदायत-ए -दिल है की मुखातिब हो ज़माने से क्यों हया-ए- आबरू खौफ से गुजरे जिंदगी हमारी (मशरूफ/व्यस्त,) (बेरुखी/नाराजगी,)( हिदायत/ सलाह ,) (मुखातिब/ सामना,) (हया ए आबरू/ शर्म) ,(खौफ/ डर) इस गजल का सीधा सा मतलब है 4 लोगो क्या कहेंगे इसे बेफिकर होकर जियो निर्मला पुत्र सिद्धांत परमार ©Rahul Varsatiy Parmar #foryoupapa जिंदगी खुद के लिए जियो समाज के लिए नही #
#foryoupapa जिंदगी खुद के लिए जियो समाज के लिए नही #
read moreharshit tyagi
White कमाने की सोचो जमाने की नही, जमाना सिर्फ दो ही चिज दे सकता है सलाह और ताना ©harshit tyagi खाने के लिए खुद कामना पड़ेगा...
खाने के लिए खुद कामना पड़ेगा...
read moreParasram Arora
White कुछ पलो के लिए ही सही प्यार जहा से भी मिले उसे लेलो अगर उधार भी लेना पड़े तों उससे . परहेज़ मत करना इसके बावजूद भी अगर वो प्यार नही मिलता तुम्हे तों उसे पुकारो वो जहा भी होगा तुम्हारी आवाज़ वो जरूर सुनेगा ©Parasram Arora प्यार के लिए पुकार
प्यार के लिए पुकार
read moreF M POETRY
White तेरी दुनियाँ संवारने के लिए.. अपनी हस्ती मिटा दिया मैंने.. यूसुफ आर खान... ©F M POETRY #तेरी दुनियाँ संवारने के लिए.....
#तेरी दुनियाँ संवारने के लिए.....
read moreRinkesh
White दोस्ती दिल से करो। वरना मतलब के लिए तो सब दोस्त बन जाते हैं। ©Rinkesh #Sad_Status दोस्ती के लिए शायरी
#Sad_Status दोस्ती के लिए शायरी
read moreहिमांशु Kulshreshtha
White बहकते हैं हर रोज़ ये कदम, तुम्हारे पास आने के लिए, न जानें कितने फासले, अभी तय करने हैं तुम्हें पाने के लिए....!! ©हिमांशु Kulshreshtha तुम्हें पाने के लिए..
तुम्हें पाने के लिए..
read moreANSARI ANSARI
White जवानी मे खुन पसीना बहा था परिवार के हर खुशी के लिए। जीवन भर की कमाई लुटा देता है इन्सान बुढ़ापे मे दो वक़्त रोटी के लिए। नासमझ है ओ बुढ़ापे मे ठुकरा देते है मा बाप को दौलत के लिए। ©ANSARI ANSARI दौलत के लिए।
दौलत के लिए।
read moreM R Mehata(रानिसीगं )
White जय माता दी 🌼🌼🌼 अपने और पराये का भेद सिखाया है जीवन में कैसे रखे दोनो से मेल.... मीठा हो बोल परायो के लिए केवल अपनापन तो अपनो के लिए ही है केवल अच्छे से समझाया है.... 😪💔 ©M R Mehata(रानिसीगं ) #teachers_day अपनापन हो अपनो के लिए
#teachers_day अपनापन हो अपनो के लिए
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