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नवनीत ठाकुर
ज़िंदगी की राहों में जब सर्द हवाएँ तंग करती हैं, कई सितारे हों पास, फिर भी चाँद को अकेले ही चमकना पड़ता है। हर दर्द को छुपा कर मुस्कुराना पड़ता है, कभी किसी के लिए, कभी खुद के लिए रोना पड़ता है। अंधेरों में खो जाने का डर हर कदम साथ होता है, फिर भी अपनी रौशनी से, खुद को ही ढूँढ़ना पड़ता है। ये वो सफ़र है जहाँ खुद से ही लड़ना पड़ता है, हर एक खुशी के पीछे, एक ग़म को भी सहना पड़ता है। ©नवनीत ठाकुर #जिन्दगी
Pratibha Dwivedi urf muskan
*दिल* किसी ने की दिल्लगी,किसी का दिल लग गया!! कोई दिल लगाता रहा,कोई दिल को ठग गया ।। किसी ने संगदिल से दिल ही दिल में कह दिया। ना शुक्रा है ऐ दिल तू दिल मेरा तुझसे लग गया । पहचान भी ले जज्बाते दिल दिल को थोड़ी वफ़ा मिले । संगदिल ना बन ऐ यार पिघल दर्दे दिल को दवा मिले । ओ पत्थर दिल ओ बेपरवाह मान जा अब मान जा । तेरे दिल से होकर ही जाता है मेरे दिल का हर रास्ता। क्या करें कैसे समझाएं है दिल का नाज़ुक मामला । दिल तुझसे केवल तुझसे ही रखना चाहे वास्ता । ऐ यार हसीं सूरत भी दिखा दिल में आकर बैठ जा । दिल में बसाकर आशियाना इस दिल पर हुक्म जता । कह कुछ अपनी सुन कुछ मेरी दिल की हसीं दास्तां। बन जाने दे दिल प्रेम का दरिया बढ़ने दें नजदीकियांँ । बहुत हुई तेरी दिल्लगी अब और ना दिल को सता । मर जायें न जज़्बात दिल के वक्त रहते समझ जा । ✍️प्रतिभा द्विवेदी मुस्कान© सागर मध्यप्रदेश भारत ( 27 सितंबर 2024 ) #दिल #जज्बात #दिल्लगी #प्रतिभाउवाच #प्रतिभाद्विवेदीउर्फमुस्कान© #प्रतिभाद्विवेदीउर्फमुस्कानकीकलमसे #हिन्दी #कविता #स्वरचित हिंदी कविता प्रे
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read moreसंस्कृतलेखिकातरुणाशर्मा-तरु
आप सभी को हिन्दी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं 🙏 शर्मिंदगी छोड़ों हिन्दी बोलों हिन्दी है हमारे संस्कार व संस्कृति की पहचान, हमारी वास्तविक आ
read morePRAMILA LALIT SHUKLA
ReasonICried कबीर के पद हिन्दी कबीर Hindi poem poetry kavita कविता हिंदी कविता प्रेरणादायी कविता हिंदी कविताएं
read moreSantosh
White क्या लिखु जिंदगी तेरे बारे जितना सुलझता हुँ उतना ही उलझता हुँ ।शायद उलझने जिन्दगी के जीने तरीका बताती और सुलझने शायद जिदगी जीने का सलिका बताती है। ©Santosh जिन्दगी
जिन्दगी
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