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बेजुबान शायर shivkumar

तेरी एक #झलक से मेरी ये दुनिया बदल जाती है, तू न हो पास तो मेरी ये #धड़कन रुक सी जाती है । तुम्हारी एक वो #मुस्कान से मेरी ये #साँसें

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तेरी एक् झलक

©बेजुबान शायर shivkumar तेरी एक #झलक  से मेरी ये दुनिया बदल जाती है,
तू न हो पास तो मेरी ये #धड़कन  रुक सी जाती है ।

तुम्हारी एक वो #मुस्कान  से मेरी ये  #साँसें

Ravi_bhagat11

बस 🚞 वाले सिंक डिजाइन #ट्रिंग

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बेजुबान शायर shivkumar

#karwachouth #Karwachauth #मेहंदी लगी है हाथों पर, माथे पर सजाया है #पिया के नाम का #सिंदूर हाथों में पहनी हैं प्यार की #चूड़ियां ला

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White मेहंदी लगी है हाथों पर,
माथे पर सजाया है पिया के नाम का सिंदूर
हाथों में पहनी हैं प्यार की चूड़ियां
लाल जोड़े ने भी निखारा है नूर

सात जन्मों तक रहेंगे साथ
यही वादा निभाएंगे हमेशा एक साथ
हर साल मनाएंगे 
करवा चौथ का त्योहार खास

©बेजुबान शायर shivkumar #karwachouth #Karwachauth 



#मेहंदी  लगी है हाथों पर,
माथे पर सजाया है #पिया  के नाम का #सिंदूर 
हाथों में पहनी हैं प्यार की #चूड़ियां 
ला

Ashtvinayak

सीधी सरल नहीं हैं जिंदगी की राहें .. शायरी हिंदी हिंदी शायरी दोस्ती शायरी शायरी attitude

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Banarasi..

💭 क्या कभी आपको ऐसा महसूस हुआ है कि जीवन की कठिनाइयों से डरकर हमने कई मौके खो दिए हों? 💭 क्या प्रेम के भावों को समझना हमेशा इतना सरल होता है

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बनारसी ......

©Banarasi.. 💭 क्या कभी आपको ऐसा महसूस हुआ है कि जीवन की कठिनाइयों से डरकर हमने कई मौके खो दिए हों?
💭 क्या प्रेम के भावों को समझना हमेशा इतना सरल होता है

Kavi Himanshu Pandey

सरल, ज़्यादा Hindi #beingoriginal

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Ramesh Gupta

#मेहंदी डिजाइन #nojoto

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Prakash writer05

सुनो द्रोपदी शस्त्र उठा लो, अब गोविंद ना आएंगे...l छोड़ो मेहंदी खड़ग संभालो खुद ही अपना चीर बचा लो द्यूत बिछाए बैठे शकुनि, मस्तक सब बिक जा

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White सुनो द्रोपदी शस्त्र उठा लो, 
अब गोविंद ना आएंगे...l

छोड़ो मेहंदी खड़ग संभालो
खुद ही अपना चीर बचा लो
द्यूत बिछाए बैठे शकुनि,
मस्तक सब बिक जाएंगे

सुनो द्रोपदी शस्त्र उठालो, 
अब गोविंद ना आएंगे...|

कब तक आस लगाओगी तुम, 
बिक़े हुए अखबारों से,

कैसी रक्षा मांग रही हो दुशासन दरबारों से
स्वयं जो लज्जा हीन पड़े हैं

वे क्या लाज बचाएंगे
सुनो द्रोपदी शस्त्र उठालो अब गोविंद ना आएंग...l

कल तक केवल अंधा राजा, अब गूंगा-बहरा भी है
होंठ सिल दिए हैं जनता के, कानों पर पहरा भी है

तुम ही कहो ये अश्रु तुम्हारे,
किसको क्या समझाएँगे
सुनो द्रोपदी शस्त्र उठालो, अब गोविंद ना आएंगे...l

©Prakash writer05 सुनो द्रोपदी शस्त्र उठा लो, 
अब गोविंद ना आएंगे...l

छोड़ो मेहंदी खड़ग संभालो
खुद ही अपना चीर बचा लो
द्यूत बिछाए बैठे शकुनि,
मस्तक सब बिक जा

Ankur tiwari

#GoodMorning जानती हो तुरंत रिप्लाई कर देने का मतलब शायद तुम्हे लगता हो कि मैं निठल्ला निकम्मा आवारा बैठा रहता हूं दिनभर पर व्यस्त रहने औ

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White  जानती हो 
तुम्हारा मैसेज आते ही मैं झट से रिप्लाई कर देता हूं 
तुम्हारे ऑनलाइन आने के इंतजार में जगा रहता हूं 
तुम जब कभी लाईक करती हो मेरी इंस्टा स्टोरीज को
उस दिन मैं दिनभर एक अलग ही ख़ुशी में डूबा रहता हूं
जानती हो 

पूरी स्टोरी पढ़े नीचे कैप्शन मे.......👇

©Ankur tiwari #GoodMorning  जानती हो 
तुरंत रिप्लाई कर देने का मतलब शायद तुम्हे लगता हो
कि मैं निठल्ला निकम्मा आवारा बैठा रहता हूं दिनभर 
पर व्यस्त रहने औ

MAHENDRA SINGH PRAKHAR

दोहा :- बेटी पढ़ाकर भी नही  , बचा न पाये प्राण । पुनः दिया है दुष्ट ने , फिर से आज प्रमाण ।। गिद्ध बना इंसान है , देता नित्य प्रमाण ।

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दोहा :-
बेटी पढ़ाकर भी नही  , बचा न पाये प्राण ।
पुनः दिया है दुष्ट ने , फिर से आज प्रमाण ।।

गिद्ध बना इंसान है , देता नित्य प्रमाण ।
हरता रहता नित्य है , बहू बहन के प्राण ।।

मूक बधिर हम सब बने , देख रहे हैं कृत्य ।
गली-गली शैतान वह , हमें दिखाता नृत्य ।।

सरल यही अब राह है , जला सभी लो मोम ।
याद भला कब तक रहे , तुम्हें नाथ का ओम ।।

याद किसी को है नही , सत्य सनातन ओम ।
बुझे पड़े है कुंड सब , कही न होता होम ।।

जला-जला के मोम को , देते रहो प्रमाण ।
हम निर्बल असहाय हैं , हर लो मेरे प्राण ।।

पढ़ो पढ़ाओ बेटियाँ , बनकर सब इंसान ।
निर्मम हत्या के लिए , खड़े गली शैतान ।।

महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR दोहा :-

बेटी पढ़ाकर भी नही  , बचा न पाये प्राण ।

पुनः दिया है दुष्ट ने , फिर से आज प्रमाण ।।


गिद्ध बना इंसान है , देता नित्य प्रमाण ।
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