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BROKENBOY
White कुछ दिल की मजबूरी थी कुछ किस्मत के मारे थे साथ वो भी छोड़ गए जो जान से प्यारे थे.. ©BROKENBOY #sad_qoute कुछ दिल की मजबूरी थी कुछ किस्मत के मारे थे साथ वो भी छोड़ गए जो जान से प्यारे थे.. 2 line love shayari in english most romant
#sad_qoute कुछ दिल की मजबूरी थी कुछ किस्मत के मारे थे साथ वो भी छोड़ गए जो जान से प्यारे थे.. 2 line love shayari in english most romant
read moreSarfaraj idrishi
Red sands and spectacular sandstone rock formations मैंने क़ब्रिस्तान में उन लोगों की क़ब्रें भी देखीं हैं जो अपने हक के लिए इस लिए नहीं लड़े के कहीं मारे न जाएं। 😞 ©Sarfaraj idrishi #Sands मैंने क़ब्रिस्तान में उन लोगों की क़ब्रें भी देखीं जो अपने हक के लिए इस लिए नहीं लड़े के कहीं मारे न जाएं। sad shayari on life realit
Chandrawati Murlidhar Gaur Sharma
White आज़ मैंने एक बच्चे को बाहर जाते हुए और पीछे मुड़-मुड़ कर देखते हुए देखा, तो मुझे अपने बचपन की बात याद आई। मैंने सोचा, इसे साझा कर दूं, क्योंकि हो सकता है कि आपने भी ऐसा किया हो। जब हम बचपन में अंधेरे से डरते थे, और हमें रात को किसी काम से बाहर भेजा जाता था, या फिर किसी पड़ोसी के घर पर खेलते-खेलते देर हो जाती थी और अंधेरा छा जाने के कारण डर लगने लगता था, लेकिन घर भी तो जाना था। तो हम अपने ताऊजी, मां, काकी, या दादी से कहते थे कि "घर छोड़ कर आ जाओ।" और वे कहते, "हां, चलो छोड़ आते हैं।" जब घर का मोड़ आता तो वे कहते, "अब चल जा," लेकिन डर तो लग रहा होता था। तो हम कहते, "आप यहीं रुकना," और वे बोलते, "मैं यहीं हूँ, तेरा नाम बोलते रहूंगा।" जब तक वे हमारा नाम लेते रहते थे और जब तक हम घर नहीं पहुंच जाते थे, हमें यह विश्वास होता था कि वे हमारे साथ ही हैं, भले ही वे घर लौट चुके होते। लेकिन जब तक हमारा दरवाजा नहीं खुलता था, तब तक डर लगता था कि कोई हमें पीछे से पकड़ न ले। और जैसे ही दरवाज़ा खुलता, हम फटाफट घर के अंदर भाग जाते थे। फिर, जब घर के अंधेरे में चबूतरे से पानी लाने के लिए कहा जाता था, तो हम बच्चों में डर के कारण यह कहते, "नहीं, पहले तू जा, पहले तू जा।" एक-दूसरे को "डरपोक" भी कहते थे, लेकिन सभी डरते थे। पर जाना तो उसी को होता था, जिसे मम्मी-पापा कहते थे। वह डर के मारे कहता, "आप चलो मेरे साथ," और वे कहते, "नहीं, तुम जाओ, तुम तो मेरे बहादुर बच्चे हो। मैं तुम्हारा नाम पुकारूंगा।" और फिर जब वह पानी लेकर आता, तो वे कहते, "देखो, डर नहीं लगा न?" लेकिन सच कहूं तो डर जरूर लगता था। पर यही ट्रिक हम दूसरे पर आजमाते थे। आज देखो, हम और हमारे बच्चे क्या डरेंगे, वे तो डर को ही डरा देंगे! 😂 बातें बहुत ज्यादा हो गई हैं, कुछ को फालतू भी लग सकती हैं, लेकिन हमारे बचपन में हर घर में हर बच्चे के साथ यही होता था। अब आपकी प्रतिक्रिया देने की बारी है। क्या आपके साथ भी यही हुआ ChatGPT can make ©Chandrawati Murlidhar Gaur Sharma कैप्शन में पढ़े 🤳 आज़ मैंने एक बच्चे को बाहर जाते हुए और पीछे मुड़-मुड़ कर देखते हुए देखा, तो मुझे अपने बचपन की बात याद आई। मैंने सोचा, इसे
कैप्शन में पढ़े 🤳 आज़ मैंने एक बच्चे को बाहर जाते हुए और पीछे मुड़-मुड़ कर देखते हुए देखा, तो मुझे अपने बचपन की बात याद आई। मैंने सोचा, इसे #विचार #love_shayari
read moreDevesh Dixit
White रक्षा बंधन का ये त्यौहार, अब फिर से है आ गया। राखी लेकर बहना बैठी, भाई भी उसका आ गया। खुशी के मारे झूम उठी वो, कि भैया उसका आ गया। करके तिलक बांध के राखी, भेंट भी भैया से पा लिया। वचनों से बंधा ये बंधन प्यारा, रिश्तों को मजबूत बनाता है। भाई बहन का रिश्ता ये प्यारा, रिश्तों को अनमोल बनाता है। हमने भी ये पर्व मनाना है, बहना से राखी बंधवाना है। खुशी के पल को जताना है, तिलक भी फिर करवाना है। देकर वचन उसकी सुरक्षा का, अपना फर्ज भी तो निभाना है। छूकर चरण प्यारी बहना का, प्यारा सा आशीष फिर पाना है। .............................................. देवेश दीक्षित ©Devesh Dixit #raksha_bandhan_2024 रक्षा बंधन का ये त्यौहार, अब फिर से है आ गया। राखी लेकर बहना बैठी, भाई भी उसका आ गया। खुशी के मारे झूम उठी वो,
#raksha_bandhan_2024 रक्षा बंधन का ये त्यौहार, अब फिर से है आ गया। राखी लेकर बहना बैठी, भाई भी उसका आ गया। खुशी के मारे झूम उठी वो, #Poetry
read moreमहेन्द्र सिंह (माही)
White मैंने अपनी ज़िन्दगी से किसी को नहीं निकला बस हुआ यूँ की सब विस्वाश के हादसे में मारे गए.....!! ©महेन्द्र सिंह (माही) #Sad_shayri मैंने अपनी ज़िन्दगी से किसी को नहीं निकला बस हुआ यूँ की सब विस्वाश के हादसे में मारे गए.....!!
#Sad_shayri मैंने अपनी ज़िन्दगी से किसी को नहीं निकला बस हुआ यूँ की सब विस्वाश के हादसे में मारे गए.....!! #विचार
read moreSinger Chandradeep Lal Yadav
जान मारे झुलनिया ना Actor singer writer Chandradeep lal Yadav videos bhojpuri video youtube videos videos gana a videos download #Videos
read moreManya Parmar
दिमाग का शांति का विवेक का भी इस्तेमाल किया करो आदमी। Dear parents. बेटियो को अक्षर ज्ञान ही ज़रूरी है तो आपको हमसे ज्यादा ज्ञान है आप ही क #Shayari
read moreManya Parmar
कमाल करते है बच्चे भी😡😒 1/2कमरे का घर, जिसमें कोई चैन न पढ़ पाए न सो पाए,कॉपी है तो किताब नहीं,स्कूल की फीस न दे पाना, सरकारी स्कूल में पढ़ा #olympics
read moreEr VKB Shayar
हम भी किसी के मुहब्बत के मारे है, किसी के प्यार में इस दिल को हारे है। तकलीफ़ ये नहीं की उनके दो-दो बच्चे है, तकलीफ़ तो ये है की हम आज भी कु #SAD #Shayari #viral #treanding #VKB
read moreDevesh Dixit
बिन दौलत के जिंदगी (दोहे) बिन दौलत के जिंदगी, होती है दुश्वार। ताने भी भरपूर हों, जीवन ये बेकार।। बिन दौलत के जिंदगी, करती है हैरान। मन मारे भी रह रहे, बिखरे हैं अरमान।। कलह रहे घर-बार में, चुभते शूल समान। जीवन यापन हो कठिन, जैसे कसी कमान।। रह जाते कुछ काम हैं, बिन दौलत के जान। होती है पीड़ा बड़ी, खोता खुद का मान।। असमंजस में बीतता, जीवन का यह भार। जैसे पड़ती हो कभी, कुदरत की है मार।। कुछ करते अपराध भी, पाने की जो चाह। गलत तरीके ढूंँढते, है जीवन की राह।। बिन दौलत के जिंदगी, होती है अभिशाप। इससे जो भी है घिरा, उसको है संताप।। तड़प रही है जिंदगी, भरने को अब पेट। कैसे भी कुछ भी मिले, करते हैं आखेट।। बिन दौलत के जिंदगी, होती है गुमराह। कदम भटकते राह से, कहीं न इसकी थाह।। ............................................................ देवेश दीक्षित ©Devesh Dixit #बिन_दौलत_के_जिंदगी #दोहे बिन दौलत के जिंदगी (दोहे) बिन दौलत के जिंदगी, होती है दुश्वार। ताने भी भरपूर हों, जीवन ये बेकार।। बिन दौलत के ज
#बिन_दौलत_के_जिंदगी #दोहे बिन दौलत के जिंदगी (दोहे) बिन दौलत के जिंदगी, होती है दुश्वार। ताने भी भरपूर हों, जीवन ये बेकार।। बिन दौलत के ज #sandiprohila
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