Find the Latest Status about अक्सर इस दुनिया में लिरिक्स from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, अक्सर इस दुनिया में लिरिक्स.
हिमांशु Kulshreshtha
White अफ़सोस इतना गहरा नहीं कि सब कुछ मिटा देने को मन करे ना ही दुख इतना गहरा कि ख़ुद को ख़त्म कर लूँ बस निष्प्रभ हूँ, डगमगाता , लड़खड़ाता सा कितने फ़ैसले जो मैंने लेना चाहे उन्हें लेने और ना लेने का खामियाजा भुगतता हुआ कभी सोचता हूँ अपने अकेलेपन में अगर ऐसा होता तो क्या होता अगर ये कर लिया होता तो क्या होता क्या ये होता.. या फिर..... इन्हीं सवालों में अक्सर उलझ जाता हूँ ©हिमांशु Kulshreshtha अक्सर...
अक्सर...
read moreSarvesh kumar kashyap
💗इस दुनिया में तुम्हारा कौन..🤷 #nojohindi #viral #Trending #shayri #status
read moremanshisingh@gmail.com
मुझे नही पता था किसी की यादे इतनी रुलाती हैं एक याद बनकर ज़िंदगी को उलझाती जाती हैं ज़िंदगी से जाने के बाद भी पीछा नहीं छोड़ती क्यों याद बन कर ज़िंदगी को सताती हैं क्यु ज़िंदगी इस मोड़ पर आती हैं 🩷🩷🩷 ©manshisingh@gmail.com zindgi में याद बनकर अक्सर कोई रहे ही जाता है
zindgi में याद बनकर अक्सर कोई रहे ही जाता है
read moreGoluBabu
राजी रहा ऊपर वाले की रजा में। तुमसे भी बहुत गरीब लोग रहते हैं इस दुनिया में।। #poor #Labourday
read moreहिमांशु Kulshreshtha
White अक्सर…. इन भीगी शामों में पुराने ख्याल उमड़ आते हैं बादलों की गरज से, आसमानी बिजली की चमक से हौले हौले गहरे स्याह होते हुए विगत को देखता हूँ तो अब न कोई अफसोस… न कुछ खोने का दुख, न कुछ हासिल न कर पाने का कुछ देर के लिए क्षितिज के एक छोर पर बादलों से बनती धुंधली सी आकृति को देखता हूँ मैं… जानता हूँ क्षणिक है… पर कुछ देर ही सही निहारना चाहता हूँ उसे यूँ ही अपलक, तब तक खो न जाए वो दूसरे छोर पर ©हिमांशु Kulshreshtha अक्सर...
अक्सर...
read moreVandana Rana
White इस दुनिया का सबसे आसान काम है दूसरों की गलतियाॅं निकालना। ©Vandana Rana इस दुनिया का सबसे आसान काम है दूसरों की गलतियाॅं निकालना।
इस दुनिया का सबसे आसान काम है दूसरों की गलतियाॅं निकालना।
read moreShashi Bhushan Mishra
छपते-छपते रह गया, बचते-बचते बह गया, चश्मदीद था एक अदद, जाते-जाते कह गया, मौत के साये में चुप था, दर्द ज़माने का सह गया, मिट्टी का जर्जर घर था, इस बारिश में ढह गया, छोड़ गया घर-आंगन सूना, मुद्दों से कर सुलह गया, पता ठिकाना बता कोई, जाने कौन सी जगह गया, मिटा गया रंजिशें तमाम, 'गुंजन' लेकर कलह गया, --शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' प्रयागराज उ॰प्र॰ ©Shashi Bhushan Mishra #इस बारिश में ढह गया#
#इस बारिश में ढह गया#
read more