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हिमांशु Kulshreshtha
White हमने ख्वाबों और ख्वाहिशों को टूटते देखा है, दिल के मचलते अरमानों को बिखरते देखा है, मोहब्बत कभी रोशन किया करती थी जिन्दगी, हमने तो अब चिराग़ को बेसबब बुझते देखा है. ©हिमांशु Kulshreshtha बस यूँ ही...
बस यूँ ही...
read moreहिमांशु Kulshreshtha
फर्श पे गिर के बिखर पड़े हैं, फिर भी, मैं मायूस नहीं छोड़ो, उनको टूटना ही था, आखिर वो सपने ही तो थे तुमने ही जब गलत समझा, तो दिल टूटना ही था कोई होता गैर, दिल पे न लेता मैं अफ़सोस, तुम तो मेरे अपने थें ©हिमांशु Kulshreshtha बस यूँ ही..
बस यूँ ही..
read moremehar
खुश रहा करो ,कोई दुवा करता है तुम्हारे लिए जब लगे कि कोई नहीं मेरा, तो ख्याल रखो कि कोई जीता है तुम्हारे लिए। ©mehar बस तुम
बस तुम
read moreहिमांशु Kulshreshtha
अफ़सोस इतना गहरा नहीं कि सब कुछ मिटा देने को मन करे ना ही दुख इतना गहरा कि ख़ुद को पीड़ा पहुचा लूँ बस निष्प्रभ हूँ, डगमगाता , लड़खड़ाता सा कितने फ़ैसले जो मैंने लेना चाहे उन्हें लेने और ना लेने का खामियाजा भुगतता हुआ कभी सोचता हूँ अपने अकेलेपन में अगर ऐसा होता तो क्या होता अगर ये कर लिया होता तो क्या होता क्या ये होता.. या फिर..... इन्हीं सवालों में अक्सर उलझ जाता हूँ ©हिमांशु Kulshreshtha बस यूँ ही...
बस यूँ ही...
read moreहिमांशु Kulshreshtha
White कहते हैं मरने के बाद सब खत्म पर…. सब खत्म नही होता यादें शेष रह जाती हैं रहेंगी मेरी यादें भी तुम भी महसूस करोगी मुझे मेरी कविताओं में तैरता रहूँगा तुम्हारी आँखों में सपना बन कर ©हिमांशु Kulshreshtha बस यूँ ही..
बस यूँ ही..
read morePraveen Jain "पल्लव"
White पल्लव की डायरी जिंदगी एक रेस है लुत्फ हरदम उठाना है संसाधनों में उलझे ना साधारण जीवन बनाना है कीमत कभी कम ना हो अपनी जो हो पास में खुशी खुशी उसे अपनाना है लाचार ना हो कभी अभावो को भरने में,नोक झोंक कर मूल्य अपना नही गिराना है दुनिया तो बाजार है आकर्षण का जरूरते कम कर अपना खुद का बजूद बनाना है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #love_shayari दुनियाँ बाजार है,आकर्षण का #nojotohindi
#love_shayari दुनियाँ बाजार है,आकर्षण का #nojotohindi
read moreParasram Arora
White दुनिया के इस वृहद बाजार मे बहुत सारी चीज़े आती है बिकने के लिये. तुम शायद ये भूल गए की तुम भी खडे हो इसी बाज़ार मे और अब लगता नही की तुम बचा पाओगे खुदको खरीददारों की नजर से ©Parasram Arora बाजार
बाजार
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