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Vinod Mishra
gudiya
White वह तोड़ती पत्थर; देखा उसे मैं इलाहाबाद के पथ पर - वह तोड़ती पत्थर कोई ना छायादार पेड़ वह जिसके तले बैठी हुई स्वीकार ; श्याम तन, भर बंधा यौवन, नत नयन ,प्रिय- कर्म -रत मन, गुरु हथोड़ा हाथ , करती बार-बार प्रहार ;- सामने तरु -मालिका अट्टालिका ,प्राकार । चढ़ रही थी धूप; गर्मियों के दिन दिवा का तमतमाता रूप; उठी झुंझलाते हुए लू रूई - ज्यों जलती हुई भू गर्द चिनगी छा गई, प्राय: हुई दुपहर :- वह तोड़ती पत्थर ! देखे देखा मुझे तो एक बार उस भवन की ओर देखा, छिन्नतार; देखकर कोई नहीं, देखा मुझे इस दृष्टि से जो मार खा गई रोई नहीं, सजा सहज सीतार , सुनी मैंने वह नहीं जो थी सुनी झंकार; एक क्षण के बाद वह काँपी सुघर, ढोलक माथे से गिरे सीकर, लीन होते कर्म में फिर जो कहा - मैं तोड़ती पत्थर 'मैं तोड़ती पत्थर।' - सूर्यकांत त्रिपाठी निराला ©gudiya #love_shayari #Nojoto #nojotophoto #nojotoquote #nojotohindi #nojotoenglish वह तोड़ती पत्थर; देखा उसे मैं इलाहाबाद के पथ पर - वह तोड़ती प
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read moreIG @kavi_neetesh
White शरद पूर्णिमा उत्सव हमको, केवल यही बताता है। किरणपुंज इस भू पर आकर, अमृतमय हो जाता है।। सबसे निकट चंद्रमा होता, आज रात इस पृथ्वी पर। सोलह सभी कलायें खिलतीं , इंद्रधनुष सी धरती पर।। लक्ष्मी श्री का शुभ आराधन, सबको सुखद बनाता है।। किरणपुंज इस भू पर आकर.......... रात सुई में धागा डालो, नेत्र ज्योति बढ़ जायेगी। खीर खिलाओ खुद भी खाओ, उम्र बहुत बढ़ जायेगी।। जो कोजागर होकर रहता, वो ही प्रभु को पाता है।। किरणपुंज इस भू पर आकर............ कृष्ण मनाते महारास हैं, शिव गोपेश्वर हो जाते। महारास की इस लीला में, मन वृंदावन हो जाते।। अंतर्मन आनंदित होता, उत्सव मुदित मनाता है।। जो कोजागर होकर रहता.......... ©IG @kavi_neetesh पवित्र शरद पूर्णिमा के अवसर पर :::::::::::::::::::: जो कोजागर होकर रहता ;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;
पवित्र शरद पूर्णिमा के अवसर पर :::::::::::::::::::: जो कोजागर होकर रहता ;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;
read moreAlka pandey
दृष्टि हीन व्यक्तियों की खूबसूरती❤️ Sunil Kumar Maurya Bekhud Praveen Jain "पल्लव" Shilpa priya Dash arvind bhanwra ambala. India Asif H
read moreShort And Sweet Blog
अब जिसकी जैसी दृष्टि 👍। #rahim #Ram #sanatandharma #धर्म #Sabkamalikek #sabbhaibhai #ThoughtsOfTheDay #ThoughtsinWords #thoughtsinhindi sho
read moreIG @kavi_neetesh
“जय शिव शंकर, त्रिपुरारी, भोले भंडारी, तेरे चरणों में नतमस्तक दुनिया सारी।“ नवरात्रि में, दुर्गा महारानी आ रही है, तुम भी पधारो, पधारो हे त्रिभुवननाथ! आदिशक्ति जगदम्बा रानी आ रही है, तुम भी पधारो, दर्शन दो हे भोलेनाथ! नवरात्रि में, दुर्गा……… एक बार शिव, डमरू डम डम बजा देना, त्रिशूल की शक्ति जग को दिखला देना। तेरे संग संग, गंगा मैया भी आ जाएगी, सब में उमंग जगा देना हे त्रिलोकीनाथ! नवरात्रि में, दुर्गा…………. जिसकी जैसी करनी, उसकी वैसी भरनी, दुनिया पर नजर रखती है जगत जननी। तुम्हारे दर्शन से मौसम मंगलमय होगा। पूरी नवरात्रि देना मैया भवानी का साथ! नवरात्रि में, दुर्गा,………. बड़ा अच्छा लगता आपका भस्म लगाना, आपका यह तो श्रृंगार है बहुत ही पुराना। तीसरा नेत्र अपना बंद ही रखना महादेव, आशीर्वाद के लिए खुले रखना दोनों हाथ! नवरात्रि में, दुर्गा………… ©IG @kavi_neetesh भक्ति गीत : नवरात्रि में पधारो भोलेनाथ “जय शिव शंकर, त्रिपुरारी, भोले भंडारी, तेरे चरणों में नतमस्तक दुनिया सारी।“ नवरात्रि में, दुर्
भक्ति गीत : नवरात्रि में पधारो भोलेनाथ “जय शिव शंकर, त्रिपुरारी, भोले भंडारी, तेरे चरणों में नतमस्तक दुनिया सारी।“ नवरात्रि में, दुर्
read moreबेजुबान शायर shivkumar
White ।। जिस काले गोले से होता है , इस ब्रह्मांड का विनाश है, वह काला गोला महादेव के बस एक सूक्ष्म अंश के वो समान है ।। आदि ना ही अंत जिनका, कंठ समुद्र समान है गले मैं अजय बासुकी, बाल गरुण समान है रूप मानो ऐसा जिसके मुट्ठी में ब्रह्मांड है एक रूप ऐसा जहा ब्रह्मांडधारि पुष्प पे सवार है, जिनका तप सहस्त्र सूर्यो के समान है जिनका मन पूर्ण चंद्र सा महान है, जिनके नेत्र में है बस्ता,वो अंतिम खंड इस समाज का ऐसा ना समझो कि, भैरव बस नाम वो विनाश का । आदियोगी, सर्वयोगी, पूर्णयोगी, महानयोगी । बह रहे हैं गंगाधारी, नदियों के बहाव में चल रहे हैं चंद्रधारी, हिमालय की हवाओं में जिनको महसूस हो रहे जो वो " मां " नाम की पुकार में सहला रहे हैं छाती मेरी ममता के आवास में, रो रहे हैं भोलेनाथ जी भूख की पुकार में ।। लड़ रहे हैं रूद्र बनके, उग रहे हैं पुष्प बनके हंस रहे हैं चंद्र बनके, जल रहे हैं कोयला बनके, हर रहे हैं मां बनके, और मुझे डांट रहे हैं पितृ बनके । ।। जिनके हाथ में है भार मेरे हाथ का, जिनकी आंखों में है तेज मेरी आंख का, जिनकी बुद्धि है शोध मेरे ज्ञान का, महादेव कहो या शिव संपूर्ण अर्थ बस यही काल का ।। ॐ हर हर महादेव ॐ ©बेजुबान शायर shivkumar #Shiva #om_namah_shivay #हरहरमहादेव #हिन्दीकविता #बेजुबानशायर143 #बेजुबानशायर #कविता95 #कविता #omnamahshivaya हर हर महादेव भक्ति सागर भक्त
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