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New अश्क का पर्यायवाची Quotes, Status, Photo, Video

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Surkh ( سرخ )

White  


 तुमने बरसात को बरसते हुए देखा होगा,
कई लोगों को अपनों के लिए तड़पते हुए देखा होगा।
वो झूठे नहीं होते सुर्ख,
तुमने भी कभी अपनी ही भरी हुई पलकों से अश्कों को गिरते देखा होगा!!

©Surkh ( سرخ ) #rainy_season #शायरी #बरसात #अश्क  #Life

manipratap

प्यार का.....

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White उदास हु पर तुमसे नाराज नही
तेरे दिल में हु पर तेरे पास नही
झुठ कहु तो सब कुछ हैं मेरे पास और सच कहूँ तो तेरे सिवा कुछ नही है मेरे पास अस्मिता लव यू

©manipratap प्यार का.....

Avadhesh Verma

दियरा का राजा का महल

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Anjali Singhal

"थमने ही वाले थे अश्क आँखों के। फिर उभर आए जख्म यादों के।।" #AnjaliSinghal #Shayari nojoto

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संस्कृतलेखिकातरुणाशर्मा-तरु

हमारी वास्तविक आवाज शीर्षक अश्क का दर्द विधा विचारनुमा भाषा शैली हिन्दी भाव वास्तविक छुपा कर रखना आसान कहां होता है जब बात

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Jatin

आज का विचार आज का विचार

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प्रा.शिवाजी ना.वाघमारे

का

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का  कुणावर प्रेम कराव ?  का  कुणासाठी झुरायच ,का कुणासाठी मरायच, देवाने आई बाबा दिले आहे त्यांच्यासाठी सगळं करायच..

©प्रा.शिवाजी ना.वाघमारे का

thakur Pintu Singh

का

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सौरभ अश्क

White फूलों ने भी
रखी होंगी उपवास
अपने सानिध्य में
आलिंगन करने के लिए
भौरों को।
की होंगी ईश्वर को याद
मांगी होंगी
छोटे समय में 
अपने साथी का प्रेम
आलिंगन होने का साथ।
मजबूर भौरा 
ढूंढता आ पहुंचा होगा
फूलों के पास
इठलाती फूल
भौरों को देख
सहम गई होगी
लाख जतन के बाद
भौरे ने जताई विश्वाश
तब फूल ने
 चुपके चुपके
सौप दी अपनी
द्रवित प्रेम परिहास
आवारा भौरा 
फूल के प्रेम को
समझ न पाया
रसास्वादन कर 
दौड़ पड़ा दूजे
फूलों के पास
वफा के घात पर
परिघात को बर्दास्त न किया
और टूट गई वो डाली से
छोड़ दी अपनी सांस

©सौरभ अश्क #flowers
#प्रेम
#प्रकृति 
#फूलों 
#सौरभ अश्क

सौरभ अश्क

#सौरभ अश्क

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White फूलों ने भी
रखी होंगी उपवास
अपने सानिध्य में
आलिंगन करने के लिए
भौरों को।
की होंगी ईश्वर को याद
मांगी होंगी
छोटे समय में 
अपने साथी का प्रेम
आलिंगन होने का साथ।
मजबूर भौरा 
ढूंढता आ पहुंचा होगा
फूलों के पास
इठलाती फूल
भौरों को देख
सहम गई होगी
लाख जतन के बाद
भौरे ने जताई विश्वाश
तब फूल ने
 चुपके चुपके
सौप दी अपनी
द्रवित प्रेम परिहास
आवारा भौरा 
फूल के प्रेम को
समझ न पाया
रसास्वादन कर 
दौड़ पड़ा दूजे
फूलों के पास
वफा के घात पर
परिघात को बर्दास्त न किया
और टूट गई वो डाली से
छोड़ दी अपनी सांस

©सौरभ अश्क 
#सौरभ अश्क
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