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काव्य महारथी
आ. शिवानी कौशल, कानपुर उत्तर प्रदेश हिंदी दिवस पर कविता कविताएं कविता कोश कविता हिंदी कविता
read moreTamradhwaj Nishad
जो दिल से पुकार निकले वही प्रार्थना। न मंत्र, न तंत्र और न ही पूजा-पाठ। प्रार्थना ही सत्य है। ©Tamradhwaj Nishad नाथे नवागांव कांकेर उत्तर बस्तर छत्तीसगढ़
नाथे नवागांव कांकेर उत्तर बस्तर छत्तीसगढ़
read moreAmit Seth
Divyanjli Verma
जय श्री राम ©Divyanjli Verma श्री राम साहित्य सेवा संस्थान अयोध्या उत्तर प्रदेश की तरफ से सभी देश वासियों को शारदीय नवरात्र की हार्दिक शुभकामनाएं व बधाई...🌺
श्री राम साहित्य सेवा संस्थान अयोध्या उत्तर प्रदेश की तरफ से सभी देश वासियों को शारदीय नवरात्र की हार्दिक शुभकामनाएं व बधाई...🌺
read moreकाव्य महारथी
काव्य महारथी सुनील कुमार नकुड़ सहारनपुर उत्तर प्रदेश भारत कविता कोश हिंदी दिवस पर कविता हिंदी कविता प्रेरणादायी कविता हिंदी कविताएं
read moreMohan Sardarshahari
आज मैंने जिंदगी से पूछा मैंने अब तक क्या पाया ? जिंदगी ने उत्तर दिया कितना खुश किस्मत है तू कि खोने का डर ही ना रहा। ©Mohan Sardarshahari उत्तर
उत्तर
read moreਸੀਰਿਯਸ jatt
उत्तर प्रदेश की रंडिया हैं ये ! साली भारत की चूतिया औरते! मेरा तो Trust ही खत्म हो गया!
read moreकाव्य महारथी
काव्य महारथी जनकवि सुखराम शर्मा सागर सलोन रायबरेली उत्तर प्रदेश कविता कोश कविताएं देशभक्ति कविताएँ प्रेरणादायी कविता हिंदी प्रेम कवित
read morenisha Kharatshinde
जगा अन् जगूद्या सध्या पन्नाशीही पार करणे खूप अवघड झालंय अन् आत्महत्या करणे अगदी सोपं झालंय पंचवीस वर्षाच्या नात्याला किंमत राहिली नाही दोन वर्षाच्या प्रेमासाठी कुणी आईचाही उरला नाही त्या रागापुढे सर्वच शून्य अहंकाराने डाव साधला वेदनांनी आवाज न करता भावनांचा गळा घोटला दुनियेचं हसू होईल अन् इज्जतीचा पंचनामा समजून घेऊ जग म्हणतं अन् पडद्याआडून जाहीरनामा इथं कुणी कुणाची निंदा करते स्तुती मात्र क्वचित तिरस्काराने एकमेकांच्या संपली माणुसकीही निश्र्चित अफवांवर पांघरुण घालणारे पडतात फसवणुकीत बळी माहेर आहेर संपलय आता जन्मत:च खुंटते कळी जगा अन् जगूद्या सर्वा या महामारीच्या परिस्थितीत अत्यल्प आयुष्य उरलय बदल करा मनस्थितीत ✍️ निशा खरात/शिंदे (काव्यनिश) ©nisha Kharatshinde जगा अन् जगू द्या
जगा अन् जगू द्या
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