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Stories related to television poem by roald dahl workbook answers

vivekanand

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kavi Abhishek Pathak

#poem

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रात भर एक चाँद का साया रहा,
दिल में कोई खामोश उजाला रहा।
तारों ने कहानियाँ बुन दी कई,
पर मेरी आँखों में बस वो ही चेहरा रहा।

चुपके से हवाओं ने कुछ कहा,
जैसे कोई राज़ धीरे से बयां किया।
दिल की किताब में एक पन्ना खुला,
और उसमें तेरा नाम ही लिखा रहा।

©kavi Abhishek Pathak #poem

diya the poetter

#poem

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White नई सुबह 

एक नई सुबह एक नया एहसाह करा देती है 
जीवन के पथ पर चलने की राह दिखाती है 
सूर्य सिर पे चढ़ता है ।
मानव नित नए आयाम रचता है
महकती फूलों की क्यारियों में तितलियां बैठती है 
भंवरे गीत सुनाते है।
नई सुबह नए गीत गुनगुनाती है।
मां की रसोई महकती है 
दादी के भजन से घर उमंग में डूबा जाता है 
नन्हे नन्हे भाई बहन आंगन में भागे जाते है 
घर उजाले में डूब जाता है नई रोशनी हमे मानसिक रूप से स्वस्थ बनाती है 
नई सुबह एक नया एहसाह करा देती हैं।
     दिया आर्या (दक्षिता)

©diya the poetter  #poem

HINDI SAHITYA SAGAR

poem

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जीने की इक वजह मेरी तू ही तो था।
तेरा ठुकरा के जाना यूँ तड़पा गया,
नाम से जिसके मैं जी रही अब तलक,
नाम उसके मर जाना मुझे आ गया।
                  -✍️शैलेन्द्र राजपूत

©HINDI SAHITYA SAGAR poem

S Priyadarshini

#good_night #poempoetry#poem

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White जिंदगी में ठोकरे हमें मजबूर नहीं अंदर से कठौर बना देते हैं l
🙏

©S Priyadarshini #good_night #Nojoto #poem#poetry#poem

Kiran Chougule

#poem

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Neha@Nehit_Enola

#unsaid answers

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Jeetal Shah

#poem

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jayant biswas

#poem

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Anil Sapkal

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White जीवनाच्या प्रवासात 
बरच काही जमवलय 
                                    
                                 सुख, चैन, उसंत असं 
                                 खूप काही गमवलय...






                                                                अनिल सपकाळ

©Anil Sapkal poem
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