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N S Yadav GoldMine
White {Bolo Ji Radhey Radhey} यदि आप तेज चलना चाहते हो, तो आप अकेले ही चले, और यदि आप दूर तक चलना चाहते हैं, तो साथ और मिल कर चले। ©N S Yadav GoldMine #Dhanteras {Bolo Ji Radhey Radhey} यदि आप तेज चलना चाहते हो, तो आप अकेले ही चले, और यदि आप दूर तक चलना चाहते हैं, तो साथ और मिल कर चले।
#Dhanteras {Bolo Ji Radhey Radhey} यदि आप तेज चलना चाहते हो, तो आप अकेले ही चले, और यदि आप दूर तक चलना चाहते हैं, तो साथ और मिल कर चले।
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White {Bolo Ji Radhey Radhey} वक्त वक़्त के साथ या सबके साथ व सबके के लिए, चलना कोई जरूरी नहीं है, पर सच के साथ चलना जरूरी है, रास्ता कठिन व लम्बा जरुर हो सकता है, पर जिंदगी में सकून से जीना आपको व सबको अच्छा जरूर लगेगा।। जय श्री राधेकृष्ण जी।। ©N S Yadav GoldMine #Sad_Status {Bolo Ji Radhey Radhey} वक्त वक़्त के साथ या सबके साथ व सबके के लिए, चलना कोई जरूरी नहीं है, पर सच के साथ चलना जरूरी है, रास्त
#Sad_Status {Bolo Ji Radhey Radhey} वक्त वक़्त के साथ या सबके साथ व सबके के लिए, चलना कोई जरूरी नहीं है, पर सच के साथ चलना जरूरी है, रास्त
read moreIG @kavi_neetesh
White “ निशीथ का दिया “ तुम जलो , जलना तुम्हें है तुम चलो , चलना तुम्हें है पथ तुम्हें दुर्गम मिलेंगे मन तुम्हारा वह छलेंगे हारकर रुकना नहीं है टूटकर झुकना नहीं है जय विजय का प्रण लिए निर्भीक पग चलना तुम्हें है तुम जलो, जलना तुम्हें है।। दिव्यता का दीप तुम हो सजग प्रहरी वीर तुम हो चिर निरंतर जल रहा जो धर हृदय वह धीर तुम हो सृष्टि के कल्याण परहित कठिन पथ चलना तुम्हें है तुम जलो, जलना तुम्हें है।। रोशनी के तुम शिखर हो तिमिर के शत्रु प्रखर हो हो रहा जो रण अटल उस सभ्यता का दीप तुम हो घोर गहवर इन तमों से लड़ना सदा डटकर तुम्हें है तुम जलो , जलना तुम्हें है ।। ©IG @kavi_neetesh #GoodMorning प्रेम कविता देशभक्ति कविताएँ कविताएं कविता कोश हिंदी कविता “ निशीथ का दिया “ तुम जलो , जलना तुम्हें है तुम चलो , चलना तुम्ह
#GoodMorning प्रेम कविता देशभक्ति कविताएँ कविताएं कविता कोश हिंदी कविता “ निशीथ का दिया “ तुम जलो , जलना तुम्हें है तुम चलो , चलना तुम्ह
read moreBhupendra Rawat
White दर बदर भटका हूँ तो मंज़िल को पाया है राह की ठोकरों ने मुझे चलना सिखाया है वो चिराग नहीं जो बुझ जाए हवा के झरोखो से मैंने स्वयं को आँधियों मे जलना सिखाया है ©Bhupendra Rawat दर बदर भटका हूँ तो मंज़िल को पाया है राह की ठोकरों ने मुझे चलना सिखाया है वो चिराग नहीं जो बुझ जाए हवा के झरोखो से मैंने स्वयं को आँधियों मे
दर बदर भटका हूँ तो मंज़िल को पाया है राह की ठोकरों ने मुझे चलना सिखाया है वो चिराग नहीं जो बुझ जाए हवा के झरोखो से मैंने स्वयं को आँधियों मे
read moreRiyanka Alok Madeshiya
White चलना है विश्राम नहीं है.... ------------------------------ चलना है विश्राम नहीं है। व्यर्थ में करना आराम नहीं है। अमूल्य समय गंवाने से, बनता कोई काम नहीं है। समय जो एक बार चला जाएगा। वापस वह लौट कर नहीं आएगा। चाहे तुम जितना जोर लगा लो, समय का चक्र तो ना घूम पाएगा। जीवन को ना समझो सुमन-पथ। यह तो है ;बिन पहियों का रथ। खींच कर तुमको ले जाना है, और पार करना है यह अग्निपथ। संकल्प और स्वाभिमान जीवन पथ पर संगी होंगे। तभी तो पूर्ण जीवन के हर एक सपने होंगे। अनवरत हो आगे ही आगे जब तुम बढ़ते जाओगे, तो कांटे भी इस पथ के फूलों से कोमल होंगे। स्वरचित और मौलिक रियंका आलोक मदेशिया ©Riyanka Alok Madeshiya #चलना है विश्राम नहीं है
#चलना है विश्राम नहीं है
read moreMohan raj
White सफ़र कभी ख़त्म नहीं होता, बस हम चलना छोड़ देते हैं यात्रा कदापि न समाप्तं भवति, वयं केवलं पादचालनं त्यजामः। The journey never ends, we just stop walking Dhanywaad HarHar Mahadev ©Mohan raj #Life Lessons सफ़र कभी ख़त्म नहीं होता, बस हम चलना छोड़ देते हैं यात्रा कदापि न समाप्तं भवति, वयं केवलं पादचालनं त्यजामः। The journey never
#Life Lessons सफ़र कभी ख़त्म नहीं होता, बस हम चलना छोड़ देते हैं यात्रा कदापि न समाप्तं भवति, वयं केवलं पादचालनं त्यजामः। The journey never
read moreMAHENDRA SINGH PRAKHAR
उल्लाला छन्द :- छोटी-छोटी बात पर , करते क्यों तकरार हो । तुम ही जब रघुनाथ हो , तुम ही जब संसार हो ।। मुझसे ऐसी भूल क्या , हुई बताओ नाथ अब । जो रहकर भी साथ में , छोड़े मेरा हाथ अब ।। जीवन के हर मोड़ पर , चलना हमको साथ है । याद रहे इतना पिया , थामा तेरा हाथ है ।। अब तो तेरे संग ही , इन साँसो की डोर है । ले जाओ अब तुम जिधर , चलना अब उस ओर है ।। महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR उल्लाला छन्द :- छोटी-छोटी बात पर , करते क्यों तकरार हो । तुम ही जब रघुनाथ हो , तुम ही जब संसार हो ।। मुझसे ऐसी भूल क्या , हुई बताओ नाथ अब ।
उल्लाला छन्द :- छोटी-छोटी बात पर , करते क्यों तकरार हो । तुम ही जब रघुनाथ हो , तुम ही जब संसार हो ।। मुझसे ऐसी भूल क्या , हुई बताओ नाथ अब ।
read moreबादल सिंह 'कलमगार'
चलना है तो चल हाथ पकड़... #badalsinghkalamgar Poetry Love #Hindi Neel Meri baatein.... Arshad Siddiqui M. Acharya गुरु देव[Al
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White {Bolo Ji Radhey Radhey} हमारा यह जीवन एक साइकिल की तरह है, जिसका जीवन में बहुत संतुलन बना कर चलना बहुत जरुरी है, अन्यथा काफी हद तक आपका बिगाड़ हो सकता है।। N S Yadav GoldMine. ©N S Yadav GoldMine #GoodMorning {Bolo Ji Radhey Radhey} हमारा यह जीवन एक साइकिल की तरह है, जिसका जीवन में बहुत संतुलन बना कर चलना बहुत जरुरी है, अन्यथा काफी
#GoodMorning {Bolo Ji Radhey Radhey} हमारा यह जीवन एक साइकिल की तरह है, जिसका जीवन में बहुत संतुलन बना कर चलना बहुत जरुरी है, अन्यथा काफी
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