Nojoto: Largest Storytelling Platform

New hindi kavita on road safety Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about hindi kavita on road safety from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, hindi kavita on road safety.

Stories related to hindi kavita on road safety

Narendra kumar

#Road life quotes in hindi

read more
पैसा है तो संसार का,
सब समान आप का।
पैसा है तो संसार का, 
सब सरकार आप का।

©Narendra kumar #Road  life quotes in hindi

Narendra kumar

#Road quotes on life

read more
अपनों के बीच भी, 
अपनापन का एहसास नहीं होता है। 
न जाने क्यों कोई खास नहीं होता है।
लगता है खाली खाली ,
कोई हाल नही पुछता है।
न जाने क्यों कोई सवाल नहीं पुंछता है।

©Narendra kumar #Road  quotes on life

m.k

#Hindi kavita

read more

Madhu Arora

Hindi# jindagi# Kavitashayari

read more

Madhu Arora

Krishna

women safety

read more

साहित्य संजीवनी

#kavita #Hindi #Hindi #urdu Poetry #Shayar

read more

Vaibhav Chaturvedi

Pratham kavita poetry in hindi

read more
ये एकतरफा कहते हैं मुझे तेरे इश्क़ में,
मैं नजरंदाज करता हूं,
नाम पूछते हैं जब तेरा,
मैं बस एक राज़ कहता हूं।

मैं आज भी पसंद तुझको ही करता हूं,
मैं आज भी राह तेरी निहारता हूं,

लोग खूबसूरती को पसंद करते हैं तेरी,
मुझे तो तेरी आवाज़ से भी प्यार है,
माप नहीं सकता इसको कोई,
ये इश्क बेशुमार है।

सपनों में ही सही मगर मिल तो कहीं, 
मैं बदल दूं खुदको तू हां कर तो सही।

देख लेता हूं तस्वीर तेरी, मुझसे रहा नहीं जाता,
मैं बेइंतहा मोहब्बत करता हूं तुझसे, ये कहा नहीं जाता।

मैं बोल नहीं पाता अपनी लिखी बातों को,
मगर इससे तो समझ मेरे दबे जज्बातों को।

इंतज़ार है तेरा तू आकर मिलना जरूर,
पता लगेगा तुझे तो आकर हां कहना जरूर,

©Vaibhav Chaturvedi Pratham kavita poetry in hindi

Shayra

Anand Dadhich

अब ध्वस्त हर उन्माद चाहिए.. 
ये बर्बरताएं, बर्बाद चाहिए.. 
न्याय नीति का निनाद चाहिए-
हे कृष्ण, फिर शंखनाद चाहिए।
     दुशासनों की हो रही जयकार,
     उजालों में भी पसरा अंधकार,
     झूठी खबरों का होता प्रचार,
     अब,महाभारत की याद चाहिए-
     हे कृष्ण, फिर शंखनाद चाहिए।
पाप, पापी हो रहे खूंखार,
दुर्जनों, खोटो से ढका संसार,
दृष्टिवान अंधो का हुआ विस्तार,
सुदर्शन चक्र का आघात चाहिए-
हे कृष्ण, फिर शंखनाद चाहिए।
     विधर्मियों से भर गया बाजार,
     मानकों का बचा ना आधार,
     त्रस्त पीड़ित जन मन करें पुकार,
      ये बर्बरताएं बर्बाद चाहिए-
     हे कृष्ण, फिर शंखनाद चाहिए।

डॉ आनंद दाधीच 'दधीचि' 🇮🇳

©Anand Dadhich #rgkar #Women #safety #kaviananddadhich #poetananddadhich #Hindi #poetsofindia
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile