Find the Latest Status about आधी लिखूंगा मगर हर बात from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, आधी लिखूंगा मगर हर बात.
Suneel Nohara
White टूटते तारो से आजकल , मन्नते पुरी नहीं होती। ये तो नज़रों का धोखा है साहब, के आस्मां से चांद की दुरी नही होती। हर बात पर रूठने वालो से, कहदो नोहरा, ख्वाहिश हो या जिद्द हर बार पुरी नहीं होती। ©Suneel Nohara हर बात पुरी नहीं होती। Sethi Ji अदनासा- Rakesh Srivastava Nîkîtã Guptā Anshu writer
हर बात पुरी नहीं होती। Sethi Ji अदनासा- Rakesh Srivastava Nîkîtã Guptā Anshu writer
read moreneelu
White हर बड़ी बात का आधार कोई ना कोई छोटी बात जरूर होती है हर छोटी बात पर ध्यान दे.. ©neelu #happy_diwali #namaste #हर #छोटी #बात पर #ध्यान दे
Palak Parmar
White अगर मैं लिखूं किताब तो तुझे अपना लिखूंगा , खुली आंखों से देखा हुआ सपना लिखूंगा, लिख कर सारे दुख अपने हिस्से तेरे हिस्से बस हंसना लिखूंगा ©Palak Parmar अगर मैं लिखूं किताब तो तुझे अपना लिखूंगा , खुली आंखों से देखा हुआ सपना लिखूंगा, लिख कर सारे दुख अपने हिस्से तेरे हिस्से बस हंसना लिखूंगा
अगर मैं लिखूं किताब तो तुझे अपना लिखूंगा , खुली आंखों से देखा हुआ सपना लिखूंगा, लिख कर सारे दुख अपने हिस्से तेरे हिस्से बस हंसना लिखूंगा
read morechandeshwar sada
Sarfaraj idrishi
इंतजार हमेशा करूंगा लेकिन आवाज नहीं दूंगा दोस्त लिखूंगा हर शायरी तेरे लिए, लेकिन तेरा नाम नहीं लूंगा ©Sarfaraj idrishi इंतजार हमेशा करूंगा लेकिन आवाज नहीं दूंगा लिखूंगा हर शायरी तेरे लिए, लेकिन तेरा नाम नहीं लूंगा Ayesha Aarya Singh shiza Sethi Ji बाबा ब्
इंतजार हमेशा करूंगा लेकिन आवाज नहीं दूंगा लिखूंगा हर शायरी तेरे लिए, लेकिन तेरा नाम नहीं लूंगा Ayesha Aarya Singh shiza Sethi Ji बाबा ब्
read morePankaj Pahwa
White क्या लिखा है क्या लिखुंगा और क्या लिखता हूं मै, शब्दों से जो दिख रहा हुं बस वही दिखता हूं मैं, ना पढ़े साहित्य मैने ना पढ़ी कोई पोथियां, अब तलक जितनी पढ़ी थीं निकली सारी थोथियाँ, जीने का मतलब सिखाती ये किताबें मोटियां, क्या करूं पढ़कर इन्हें गर मिल ना पाएं रोटियां, क्या लिखा है क्या लिखुंगा और क्या लिखता हूं मै, अब तलक जितना पढ़ा था सब किताबी ज्ञान था, असली दुनिया में तो मुझसा बस मैं ही अज्ञान था, झूठ को सच मान लेता ये यहां कानून है, सच को सच्चाई से कहना जैसे कर दिया खून है, क्या लिखा है क्या लिखुंगा और क्या लिखता हूं मै, अब इलाज के नाम पे वो लेते मोटी हैं रकम, पट्टी तो कर देते लेकिन नोटों का देते ज़ख्म, है अगर तुम में रईसी तुम में है पैसे का दम, तब तो जानो तुम हो जिंदा वरना समझो हो खतम, क्या लिखा है क्या लिखुंगा और क्या लिखता हूं मै, शब्दों से जो दिख रहा हुं बस वही दिखता हूं मैं, ©Pankaj Pahwa #Thinking क्या लिखूंगा
#Thinking क्या लिखूंगा
read more