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Stories related to कुमार कल्याण रस

Ravendra

मां लक्ष्मी सब का कल्याण करें

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YOGESH SHARMA

#love_shayari बृजेश कुमार बेबाक़

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White मुस्कुराहट गुलाम है उस चेहरे कि उसे रोना भी नहीं आता 
हर रंग है कुदरत का उसके पास उसे सजोना भी नहीं आता 
खूबसूरती कि सारी हदे, सारे अल्फाज़ फीके है उसकी तारीफ मे 
 कम्बखत उसे तो खूबसूरत होना भी नहीं आता

©YOGESH SHARMA #love_shayari  बृजेश कुमार बेबाक़

Singer Er Jk nigam

कुमार विश्वास की कविता कुमार विश्वास की कविता Hinduism Kalki

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Shiv Narayan Saxena

#navratri मां करें सदा कल्याण

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मां का ध्यान मां का नाम, सदा है पूरन काम
सच्चे मन से याद करो मां करें सदा कल्याण

©Shiv Narayan Saxena #navratri मां करें सदा कल्याण

Shiv Narayan Saxena

#Buddha_purnima रस में डूबे बोल.....

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White किसी को भी  भाते नहीं, तीखे कड़वे बोल।
सम्बन्धों को ठीक नहीं, स्वार्थ में डूबे बोल।।

पछताये कुछ  बोल के, समझै न जो मोल।
मनमुटाव को खत्म करैं, रस में डूबे बोल।।

©Shiv Narayan Saxena #Buddha_purnima रस में डूबे बोल.....

अभियंता प्रिंस कुमार

#@अभियन्ता प्रिंस कुमार @अभियन्ता प्रिंस कुमार @abhiyanta_prince_kumar #GoodNight

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White 

भू- राजस्व विभाग बिहार 
********
मोबाईल ज़रूरी है,मज़बूरी है, मजदूरी है, मुस्किल भी है, ।
इक दिन थे, जब कैमरे की गोद में सोना अच्छा लगता था, लेकिन अब 
कैमरा देख लगता जैसे LRC का मुक़ाम मुस्तकिल भी है।
___________

©अभियंता प्रिंस कुमार #@अभियन्ता प्रिंस कुमार 
@अभियन्ता प्रिंस कुमार 
@abhiyanta_prince_kumar 
#goodnight

Ravendra

काव्य रस बिखरने आएंगे अनामिका

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Yadav ji Ji

लखन कुमार

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जनकवि शंकर पाल( बुन्देली)

#श्रंगार रस

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Arpit Mishra

दुष्यंत कुमार

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चाँदनी छत पे चल रही होगी, 
अब अकेली टहल रही होगी।

फिर मेरा जिक्र आ गया होगा, 
वो बरफ़-सी पिघल रही होगी।

कल का सपना बहुत सुहाना था,
 ये उदासी न कल रही होगी।

सोचता हूँ कि बंद कमरे में, 
एक शमआ-सी जल रही होगी।

शहर की भीड़-भाड़ से बचकर, 
तू गली से निकल रही होगी।

आज बुनियाद थरथराती है, 
वो दुआ फूल-फल रही होगी।

तेरे गहनों-सी खनखनाती थी,
बाज़रे की फ़सल रही होगी।

जिन हवाओं ने तुझको दुलराया,
उनमें मेरी ग़ज़ल रही होगी।







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©Arpit Mishra दुष्यंत कुमार
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