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AwadheshPSRathore_7773
मंगल-मूरति मारुत-नंदन। सकल-अमंगल-मूल-निकंदन।। पवनतनय संतन-हितकारी। हृदय बिराजत अवध-बिहारी।। प्रकाश पर्व दीपावली के पावन अवसर पर आज श्री अयोध्या धाम स्थित श्री हनुमानगढ़ी में स्थित पवनपुत्र श्री संकटमोचन बजरंगबली की कृपा सभी भक्तों और देशवासियों पर सदा बनी रहे। सबके जीवन में सदैव उत्सव-उमंग-उन्नति का आगमन हो, यही प्रार्थना है। ©AwadheshPSRathore_7773 #हनुमानगढ़ी #हनुमानगढ़ प्रकाश पर्व दीपावली के पावन अवसर पर आज श्री अयोध्या धाम स्थित श्री हनुमानगढ़ी में पवनपुत्र श्री हनुमान जी के दर्शन-पू
#हनुमानगढ़ी #हनुमानगढ़ प्रकाश पर्व दीपावली के पावन अवसर पर आज श्री अयोध्या धाम स्थित श्री हनुमानगढ़ी में पवनपुत्र श्री हनुमान जी के दर्शन-पू
read moreIG @kavi_neetesh
White “ निशीथ का दिया “ तुम जलो , जलना तुम्हें है तुम चलो , चलना तुम्हें है पथ तुम्हें दुर्गम मिलेंगे मन तुम्हारा वह छलेंगे हारकर रुकना नहीं है टूटकर झुकना नहीं है जय विजय का प्रण लिए निर्भीक पग चलना तुम्हें है तुम जलो, जलना तुम्हें है।। दिव्यता का दीप तुम हो सजग प्रहरी वीर तुम हो चिर निरंतर जल रहा जो धर हृदय वह धीर तुम हो सृष्टि के कल्याण परहित कठिन पथ चलना तुम्हें है तुम जलो, जलना तुम्हें है।। रोशनी के तुम शिखर हो तिमिर के शत्रु प्रखर हो हो रहा जो रण अटल उस सभ्यता का दीप तुम हो घोर गहवर इन तमों से लड़ना सदा डटकर तुम्हें है तुम जलो , जलना तुम्हें है ।। ©IG @kavi_neetesh #GoodMorning प्रेम कविता देशभक्ति कविताएँ कविताएं कविता कोश हिंदी कविता “ निशीथ का दिया “ तुम जलो , जलना तुम्हें है तुम चलो , चलना तुम्ह
#GoodMorning प्रेम कविता देशभक्ति कविताएँ कविताएं कविता कोश हिंदी कविता “ निशीथ का दिया “ तुम जलो , जलना तुम्हें है तुम चलो , चलना तुम्ह
read moreसंस्कृतलेखिकातरुणाशर्मा-तरु
हमारी वास्तविक आवाज हमारी वास्तविक आवाज शीर्षक हमारे संस्कार युवा पीढ़ी विधा विचारनुमा भाषा शैली हिन्दी . .
read moreMAHENDRA SINGH PRAKHAR
White विषय हिन्दी :- विधा दोहा हिन्दी हिन्दस्तान की , सुन लो होती शान । इसके देश विदेश में , है लाखो विद्वान ।।१ हिन्दी से नित मिल रहा , भारत को सम्मान । हिन्दी ही पहचान है , करो सदा गुणगान ।।२ हिन्दी-हिन्दी रट रहे , हिन्दी में कुछ खास । हिन्दी पढ़ ले आप तो , हो जाए विश्वास ।।३ प्रथम बोल नवजात के , माँ से हो शुरुआत । हिन्दी के यह बोल है , होता सबको ज्ञात ।।४ हिन्दी भाषा में भरा , सुनो ज्ञान भण्डार । वर्ण-वर्ण पढ़कर कभी , तुम भी करो विचार ।।५ ************************** मुक्तक :- हमें तो बोलना भी माँ सिखाती है सुनों हिन्दी । सभी स्वर के अलग लक्षण बताती है सुनों हिन्दी । रहूँ मैं दूर क्यूँ इससे सभी हैं काम रुक जाते - हमारी तो सभी खुशियां दिलाती है सुनों हिन्दी ।।१ नहीं भाषा गलत कोई मगर पहचान है हिन्दी । हमारी सभ्यता का नित करे व्याख्यान है हिन्दी । इसी में तो समाहित आज हिंदुस्तान है सारा - तभी तो हिन्द की देखो बनी अभिमान है हिन्दी ।।२ १४/०९/२०२३ महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR विषय हिन्दी विधा दोहा हिन्दी हिन्दस्तान की , सुन लो होती शान । इसके देश विदेश में , है लाखो विद्वान ।।१ हिन्दी से नित मिल रह
विषय हिन्दी विधा दोहा हिन्दी हिन्दस्तान की , सुन लो होती शान । इसके देश विदेश में , है लाखो विद्वान ।।१ हिन्दी से नित मिल रह
read moreAnjali Singhal
१४ सितंबर #हिंदी_दिवस ✍️ "हिंदी हमारी प्यारी हिंदी, भावों की अभिव्यक्ति है, धर्म का पाठ पढ़ाकर हमें, मानवता से जोड़े रखती है। इससे ही जुड़ी
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