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Sangam Pipe Line Wala
White तुम्हे तो आदत पड़ी है घर बदलने की किसी को छोड़ किसीके साथ चलने की तुम्हे मेरा प्यार क्यूँ कभी नज़र नहीं आता मैं कोशिश करूं तुम्हारी यादों में जलने की... ©Sangam Pipe Line Wala #love_shayari हिंदी शायरी शायरी हिंदी में शेरो शायरी शायरी दर्द 'दर्द भरी शायरी'
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read moreSangam Pipe Line Wala
White तेरी आजकल बदली है चाल तुझे मिलते होंगे आशिक कमाल हुस्न दिखाकर उनको करो ना परेशान पता है तेरी फितरत तू कबूतरी बेमिसाल.... ©Sangam Pipe Line Wala #sad_shayari शायरी हिंदी में हिंदी शायरी शायरी दर्द शेरो शायरी 'दर्द भरी शायरी'
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read moreKaran Kumar
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read moreगुमनाम
White जब से तू गया है जिंदगी उदास लगती है, हर तकलीफ बेहिसाब लगती है, खुशी एक ख्वाब लगती है, जिंदगी गमों की किताब लगती है, तेरी यादें लाजवाब लगती है, सुनहरे वादों की किताब लगती है, तेरा इंतजार जीने की आस लगती है, तेरी मोहब्बत लबों की प्यास लगती है | 01/10/2024 ©गुमनाम #intjar शायरी शायरी दर्द हिंदी शायरी 'दर्द भरी शायरी' शायरी हिंदी में
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read morenakul Kumar
White लड़खड़ाती है क़लम रंगीनियाँ ही क्यों लिखूँ लू से जलता है बदन पुर्वाइयाँ ही क्यों लिखूँ दिख रही हों जब मुझे हैवानियत की बस्तियाँ तो इन्हें महबूब की शैतानियाँ ही क्यों लिखूँ देख लूँ मैं जब कभी बूढ़ी भिखारन को कहीं क्यों लिखूँ ग़ज़लों में परियाँ रानियाँ ही क्यों लिखूँ फूल से बच्चों के चेहरे भूख से बेरंग हों तो बता ऐ दिल मिरे फिर तितलियाँ ही क्यों लिखूँ माँ तिरे चेहरे पे जब से झुर्रियाँ दिखने लगीं और भी लिखना है कुछ रानाइयाँ ही क्यों लिखूँ क्यों लिखूँ ज़ुल्फ़-ओ-लब-ओ-रुख़सार पे नग्मे बहुत प्यार की पहली नज़र रुस्वाइयाँ ही क्यों लिखूँ लिख तो सकता हूँ बहुत सी ख़ुशनुमा ऊँचाइयाँ फिर ग़मों की ही बहुत गहराइयाँ ही क्यों लिखूँ क्यों लिखूँ दोनों तरफ़ दोनों तरफ़ की क्यों लिखूँ रौशनी लिख दूँ मगर परछाइयाँ ही क्यों लिखूँ जंग के मैदान में ये ख़ून या सिन्दूर है शोर जब भरपूर है शहनाइयाँ ही क्यों लिखूँ पेट की ख़ातिर जो हरदम तोड़ता हो तन बदन चैन से बैठा नहीं अँगड़ाइयाँ ही क्यों लिखूँ मैं लिखूँ दुनिया के हर इक आदमी की ज़िंदगी मौत की आमद या फिर बीमारियाँ ही क्यों लिखूँ ये नए लड़के जो सोलह साल के ही हैं अभी इनकी ये मदमस्तियाँ-नादानियाँ ही क्यों लिखूँ ज़िंदगी अपनी अभी तो ज़िंदगी से है जुदा अब मगर वीरानियाँ-बर्बादियाँ ही क्यों लिखूँ हाँ मिरे बेटे लिखूँगा मैं तुझे मेले बहुत मैं अकेला ही जिया तन्हाइयाँ ही क्यों लिखूँ ©nakul Kumar #sad_quotes शायरी हिंदी 'दर्द भरी शायरी' हिंदी शायरी शायरी दर्द शेरो शायरी
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read moreSunny Kumar Chourasia
White थोड़ा और समझदार होने के लिए थोड़ा और अकेला होना पड़ता है. 💔 ©Sunny Kumar Chourasia #Sad_Status शायरी हिंदी में शायरी दर्द शायरी हिंदी 'दर्द भरी शायरी' शायरी हिंदी में
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