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saumya
White In this great city, shadows loom, A dance of contrasts, joy and gloom. Where there is love, there is hatred near, Hearts entwined, yet hearts in fear. Where whispers plot, courage stands tall, Battling treachery, answering its call. But solace, a phantom, evades our sight, No relief, only endless night. Each step we take, the ground may quake, Doom lurking in choices we make. Yet through the cracks, a light may gleam, Fleeting hope, a fragile dream. In this great city, life unfolds, A tale of iron, dust, and gold. Through love and loss, through dark and bright, We carve our paths, chasing the light. ©saumya Echoes of the great city #Life #Life_Story love poetry in english Extraterrestrial life poetry lovers
Echoes of the great city Life #Life_Story love poetry in english Extraterrestrial life poetry lovers
read moreMishra Agency
अंत का भी अंत होता है कुछ भी कहां अनंत होता है पतझड़ भी एक घटना है 12 महीने कहां बसंत होता है ©Mishra Agency #tree
Vaibhav Harsh Saxena
White कोलकाता का पुराना नाम कलकत्ता था। 1 जनवरी, 2001 से कलकत्ता का नाम आधिकारिक तौर पर कोलकाता हुआ। कालीकाता नाम का उल्लेख मुग़ल बादशाह अकबर (शासन काल, 1556-1605) के राजस्व खाते में और बंगाली कवि बिप्रदास (1495) द्वारा रचित 'मनसामंगल' में भी मिलता है। ©Vaibhav Harsh Saxena # History of Kolkata
# History of Kolkata
read moreharsha mishra
White कब तक😪 आंगन की किलकारियां क्यों सिसकियों में बदलतीं हैं? मेरे ही चश्में के शीशे मेरे आंखों में चुभतीं हैं। कभी पैरों पर खड़ी मै आज फर्श पर पड़ी थी मैं। मेरे जिस्म के लहू बताते हैं दरिंदों से कितना लड़ी थी मैं। मेरे कंठ की पुकार से कितनों को हंसाया मैंने । तोड़ गई वही गर्दन हाय कितना चिल्लाया मैंने। बदन तो मैंने ढका ही था मर्यादित मेरी काया थी। बताओ ना मेरी गलती अभी क्यों मंडराई बुरा साया थी? अरे मां ने कहा पापा ने कहा शिक्षक ने भी तो कहा था सच बोलो,,सच के लिए बोलो सच बोली तो मार दी गई मैं झुकी नहीं तो लुट ली गई मैं। हैवानियत का जनाजा कब निकलोगे दोस्तों? मोमबत्तियां बहुत जला ली हैवानों को कब जलाओगे दोस्तों? निर्भया की नजरों में भय का ठिकाना गूंजता है। इस दरिंदगी से हमें कब बचाओगे दोस्तों? जिस्म मेरा मर गया आत्मा रो रही है अब तक। मिलने से रही मुक्ति दोषी आजाद हैं जबतक दोषी आजाद हैं जबतक हर्षा मिश्रा रायपुर ©harsha mishra #kolkata #न्याय
sakshi yadav
White बड़ा गरम था माहौल किसी लड़की की मौत से लोगो ने कपड़े पर सवाल कर मामला ठंडा कर दिया ©sakshi yadav #Kolkata #kolkatarapecase #justice #savegirls #kolkatarapscene #justiceforgirls