Nojoto: Largest Storytelling Platform

New nirbhaya gangrape case Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about nirbhaya gangrape case from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, nirbhaya gangrape case.

Stories related to nirbhaya gangrape case

Indian Kanoon In Hindi

498A Judgement August 2024 | Effect of 498A On Your Government Job | Criminal Case Effect On Job

read more

Indian Kanoon In Hindi

498A Judgement August 2024 | Effect of 498A On Your Government Job | Criminal Case Effect On Job

read more

Indian Kanoon In Hindi

कोर्ट केस जितने का राज यह बात कोई नहीं बताएगा | court case jitne ke upay

read more

Indian Kanoon In Hindi

कोर्ट केस जितने का राज यह बात कोई नहीं बताएगा | court case jitne ke upay

read more

Indian Kanoon In Hindi

कोर्ट केस जितने का राज यह बात कोई नहीं बताएगा | court case jitne ke upay

read more

Kazi Masuk

case tera baap ladlega 🔥🔥🙏👍🔥🙏

read more

Indian Kanoon In Hindi

498A Judgement August 2024 | Effect of 498A On Your Government Job | Criminal Case Effect On Job

read more

Indian Kanoon In Hindi

498A Judgement August 2024 | Effect of 498A On Your Government Job | Criminal Case Effect On Job

read more

Anjali Jain

#sad_quotes dr.rap case 13.09.24

read more
White लोकतंत्र में बहुत सहज और सरल है 
अपराध हो जाना....
किंतु बहुत बहुत मुश्किल है
 न्याय हो पाना.....!!

©Anjali Jain #sad_quotes dr.rap case 13.09.24

Anand Kumar Ashodhiya

#Thinking #निर्भया #nirbhaya निर्भया नई हरयाणवी रागनी हिंदी कविता प्रेरणादायी कविता हिंदी कविता कविताएं कविता कोश

read more
निर्भया - नई हरयाणवी रागणी 

वासना के भूखे दरिन्दे, याहडै कदम कदम पै पावैं सैं 
करकै इज्जत तार तार फेर, मौत के घाट पहुँचावैं सैं 

मन्नै पता ना मेरी हस्ती नै, कौण मिटा कै चल्या गया 
मैं तीन साल की बच्ची थी मनै, मौत की नींद सुल्या  गया 
मैं दर्द के मारे रोवण लागी, वो गला घोंट कै चल्या गया 
बेदम हाेकै मेरी आँख पाटगी, वो मनै फेंक कै चल्या गया 
इब रक्त रंजित मेरी लाश पड़ी सब, नैना नीर बहावैं सैं 

दस बारा आज बरस बीतगे, मनै स्कूल में जाती नै 
लुंगाडा की फौज खड़ी रहै, मनै छेड़ें आती जाती नै 
कोए नज़रां तै पाछा करता, कोए घूरै था मेरी छाती नै 
घर वालों को बता सकी ना मैं तो खुद पै ही शरमाती नै 
लूट कै इज्जत घाल कै फाँसी इब पेड्डां पै लटकावैं सैं

बस का सफर हो या रेल यात्रा, सब मेरै ए सटणा चाहवैं थे
सिरफिरे बदमाश अवारा, ना कुराह तै हटणा चाहवैं थे 
हर हालत में मनै घेर कै, मेरै तन कै चिपटणा चाहवैं थे  
पागल कुत्ते के माफ़िक, मेरा माँस नोंचणा चाहवैं थे  
आज मैं भी निर्भया बणा देइ मेरी लाश पै कैंडल जळावैं सैं 

हे पणमेशर तूँ हे बता तनै, यो कुणसा खेल रचाया सै 
औरत होणा ही दुश्वर है तो क्यूं औरत रूप बणाया सै 
सारी गलती नारी देह की, जो मानव मन भटकाया सै 
तेरी माया नै समझ सके ना, ना यो भेद किसै नै पाया सै 
गुरु पाले राम सुरग में जा लिए पर आनंद का ज्ञान बढावैं सैं

कॉपीराइट©️आनन्द कुमार आशोधिया 2024-25

©Anand Kumar Ashodhiya #Thinking #निर्भया #nirbhaya निर्भया नई हरयाणवी रागनी  हिंदी कविता प्रेरणादायी कविता हिंदी कविता कविताएं कविता कोश
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile