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Stories related to कहीं और चला जाता हूं

Anukaran

#चल अभी कुछ और हिसाब बाकी है, ऐ जिंदगी! कुछ कदम चला हूँ, और कुछ बाकी है ऐ दोस्त।

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White चल अभी कुछ और हिसाब बाकी है, ऐ जिंदगी!
कुछ कदम चला हूँ, और
कुछ बाकी है ऐ दोस्त।

©Anukaran #चल अभी कुछ और हिसाब बाकी है, ऐ जिंदगी!
कुछ कदम चला हूँ, और
कुछ बाकी है ऐ दोस्त।

Poet Kuldeep Singh Ruhela

#love_shayari #कभी खामोश रहता हूं कभी में गुनगुनाता हूं तेरी चाहत के समंदर में हमेशा में डूब जाता हूं में बदनसीब हूं तेरी चाहत के नशे मे

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White #कभी खामोश रहता हूं 
कभी में गुनगुनाता हूं
तेरी चाहत के समंदर में
 हमेशा में डूब जाता हूं 
में बदनसीब हूं तेरी चाहत 
के नशे में यार फंस जाता हूं
तेरी महफिल में आके अपनी
चाहत के किस्से सबको सुनाता हूं

©Poet Kuldeep Singh Ruhela #love_shayari #कभी खामोश रहता हूं 
कभी में गुनगुनाता हूं
तेरी चाहत के समंदर में
 हमेशा में डूब जाता हूं 
में बदनसीब हूं तेरी चाहत 
के नशे मे

cldeewana

#love_shayari एक और शुभ दीपावली मंगलमय हूं

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parshu shayari

जब दिल कहीं ठहर जाता है | #parshu #sadShayari Read More:- https://parshu-shayari.blogspot.com शायरी वीडियो

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Rimpi chaube

#रावण 🏹 हां,मैं वही रावण हूं, जो छुपा सभी के अंदर होता हूं। पर स्वयं में दिखाई नहीं देता, और दूसरों में नजर आता हूं।। यूं पुतले जलाने से मेर

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शुभ विजयादशमी 


हां,मैं वही रावण हूं,
जो छुपा सभी के अंदर होता हूं।
पर स्वयं में दिखाई नहीं देता,
और दूसरों में नजर आता हूं।।
यूं पुतले जलाने से मेरा अंत नहीं होगा।
पहले वहां से तो खत्म करो मुझे...
जहां सबके अंदर पाया जाता हूं।। में।

©Rimpi chaube #रावण 🏹
हां,मैं वही रावण हूं,
जो छुपा सभी के अंदर होता हूं।
पर स्वयं में दिखाई नहीं देता,
और दूसरों में नजर आता हूं।।
यूं पुतले जलाने से मेर

untold

कहीं और जा मिलता 🙏🥲🥀💔sad_quotes #Shaayari

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White हर दिन हर पल मैं नए सिरे से परेशान मिलता 
तारीख मुझसे भी पक्की करता ,वो शख्स मगर कहीं और जा मिलता 

एक पौधे की तरह पाला हमने इस रिश्ते को
मै इंतजार तो करता मगर वो फूल कहीं और जा खिलता

हर मरहज की दवा मौजूद है शहर में मगर
जो इश्क के जख्म भर दे वो हाकिम नहीं मिलता

जिसके बगैर रह नहीं सकते उसी को बता दी ये बात
मुसलसल तय था हमें धोखा मिलता

घर पे बात करनी है हर शाम ये कहकर फोन रखता वो
मेरा दिल रो पड़ता उसकी गर्दन पर अगली सुबह एक नया निशान मिलता



                          ~Untold stories__
                                🙏🥲🥀💔

©untold कहीं और जा मिलता 🙏🥲🥀💔#sad_quotes #Shaayari

Rakesh frnds4ever

#क्यामैंहूंकहीं या मैं हूं ही नहीं क्या मैं हूं कहीं या मैं हूं ही नहीं,,,, मेले के आकर्षण वाली भीड़ में, खिलौनों - झूलों में कहीं

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White क्या मैं हूं कहीं
     या मैं हूं ही नहीं,,,,

मेले के आकर्षण वाली भीड़ में, 
खिलौनों - झूलों में कहीं 
खलती रही है सदा मुझको किसी अपने की कमी 

क्या मैं हूं कहीं 
या मैं हूं ही नहीं 

खेतों और खलिहानों में 
काम से थके हारे टूटते बदन की बहती पसीने की नमी में कही,, 
पिया है हरदम आसुओं का घूट ही,,,,

क्या मैं हूं कहीं 
या मैं हूं ही नहीं,...

............. 2..........

©Rakesh frnds4ever  #क्यामैंहूंकहीं या मैं हूं ही नहीं 

क्या मैं हूं कहीं
     या मैं हूं ही नहीं,,,,

मेले के आकर्षण वाली भीड़ में, 
खिलौनों - झूलों में कहीं

Rameshkumar Mehra Mehra

# तुझे चाहना मेरी जिद है,और मै बहुत जिद्दी हूं.....

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White तुझे चाहना मेरी जिद्द है.....
और मै बहुत जिद्दी हूं............,!

©Rameshkumar Mehra Mehra # तुझे चाहना मेरी जिद है,और मै बहुत जिद्दी हूं.....

Rakesh frnds4ever

#क्यामैंहूंकहीं या मैं हूं ही नहीं क्या #मैं हूं कहीं, या मैं हूं ही नहीं तुम्हारी हर #खुशियों के #शोर_शराबे में, किसी कोने कचोने में #

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White क्या मैं हूं कहीं,
या मैं हूं ही नहीं 

तुम्हारी हर खुशियों के शोर शराबे में,  किसी कोने कचोने में चीखें मेरी दबी पड़ी
तुम्हारे उत्सव और त्योहारों में, घर में कभी ना मुझको मिली मौजूदगी,,,

क्या मैं हूं कहीं 
या मैं हूं ही नहीं 

दिन भर के थके बदन के चूर चूर हालातों में, 
शामों के कामों व रात भर के  
दिल,मन,जज्बातों के मरे 
खून से चकनाचूर हुए बिखरे जर्जर शरीर की ,
 तुम्हारे अरामो, विश्रामों या खिलखिलाकर बतियाती बातों से परे 
टूटे फूटे बदन की मेरी, नंगे पांव गुजरी जलती हर दोपहरी
क्या मैं हूं कहीं,,
या मैं हूं ही नहीं,,,,
.................१.............

©Rakesh frnds4ever #क्यामैंहूंकहीं या मैं हूं ही नहीं 

क्या #मैं  हूं कहीं,
या मैं हूं ही नहीं 
तुम्हारी हर #खुशियों के #शोर_शराबे में,  किसी कोने कचोने में #

JEETENDRA Sharma

पता नहीं चला

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