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Parasram Arora
Unsplash मेरी बिगड़ेल चाहतो से मुझे राहत मिलेगी कब? मेरे शरारती स्वार्थी तत्व आखिर कब समझ पायगे जीवन का यथार्थ? मेरा मौन चिल्लाना चाहता है युगो से आखिर उनकी आवाज़ मै सुन पाऊंगा कब? ©Parasram Arora कब?
कब?
read moreF M POETRY
इस तरह से मेरे दिल में सुकूँन भरती है... एक कप चाय दिसंबर को जून करती है... यूसुफ़ आर खान... ©F M POETRY #एक कप चाये....
#एक कप चाये....
read moreVEER NIRVEL
आधा कप चाए बनाई है फ़क़त और उसमें से इन्हें भी चाहिए.. #Veer_Ki_Shayari ©VEER NIRVEL आधा कप चाए बनाई है फ़क़त और उसमें से इन्हें भी चाहिए
आधा कप चाए बनाई है फ़क़त और उसमें से इन्हें भी चाहिए
read moreDR. LAVKESH GANDHI
India quotes हिंदुस्तान कल भी दोगले हिन्दुस्तानियों के कारण हीं हिंदुस्तान गुलाम था और आज भी दोगले हिन्दुस्तानियों के कारण हीं हिंदुस्तान विश्व गुरु नहीं बन पा रहा है | वरना किसी की औकात नहीं कि वह हिंदुस्तान की ओर नजर भी उठा कर देख सके | ©DR. LAVKESH GANDHI # हिंदुस्तान# # विश्व गुरु भारत#
# हिंदुस्तान# # विश्व गुरु भारत#
read moreRakesh frnds4ever
White कहना सुनना आखिर कब तक !!??!! सहना सहना आखिर कब तक!!??!! क्रूरताओं और अत्याचारों के बीच में चीखती मेरी खामोशियां,, आखिर कब तक!!??!! प्रताड़नाओं की मार के आगे दबती सुबकती मेरी सिसकियां,,,, आखिर कब तक!!??!! कहना सुनना आखिर कब तक !?! रोना धोना आखिर कब तक!?! सहना सहना आखिर कब तक!?! जीवन संघर्ष का युद्ध कब तक?!? प्राणों का ये ताना बाना कब तक?!? कब तक आखिर कब तक मैं ही क्यों आखिर कब तक!!???!!!!?? ©Rakesh frnds4ever #कहना_सुनना आखिर कब तक #सहना सहना आखिर कब तक,,,,,, #क्रूरताओं और #अत्याचारों के बीच में चीखती मेरी #खामोशियाँ आखिर कब तक, प्रताड़नाओं
#कहना_सुनना आखिर कब तक #सहना सहना आखिर कब तक,,,,,, #क्रूरताओं और #अत्याचारों के बीच में चीखती मेरी #खामोशियाँ आखिर कब तक, प्रताड़नाओं
read moreShashi Bhushan Mishra
ख़्वाहिश कब लेती मंज़ूरी, रहती मन की बात अधूरी, भाग्य साथ देता तो होती, मनोकामनाएं सब पूरी, दीदावर मिल जाए सच्चा, नर्गिस कभी न हो बेनूरी, लोग मुकर जाते वादे से, रहती होगी कुछ मज़बूरी, मनचाहा मिल जाए कैसे, क़िस्मत के हाथों में छूरी, हरपा हुआ नहीं फल देता, छल प्रपंच से रखना दूरी, जीवन सफ़ल बना देता है, 'गुंजन' श्रद्धा और सबूरी, --शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' प्रयागराज उ०प्र० ©Shashi Bhushan Mishra #ख़्वाहिश कब लेती मंजूरी#
#ख़्वाहिश कब लेती मंजूरी#
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