Nojoto: Largest Storytelling Platform

New उजाला बीज कब है Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about उजाला बीज कब है from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, उजाला बीज कब है.

Stories related to उजाला बीज कब है

Amit Seth

कार्तिक पूर्णिमा कब है nojoto #viral

read more

अनिल कसेर "उजाला"

उजाला

read more

unique writer

आपके जीवन में रहे सदैव रोशनी और उजाला

read more

Shashi Bhushan Mishra

#अपना चाहा कब होता है#

read more
हंसती आंखें दिल रोता है,
अपना चाहा कब होता है,

गाने  वाला  रो दे अक़्सर,
पाने  वाला  ही   खोता है,

राम नाम  रटने  वाला भी,
फंसा जाल में ज्युं तोता है,

रोज़ नहाये  गंगा  जल से,
मन का मैल नहीं धोता है,

पछताने से क्या होगा जब,
बीज दुखों का ख़ुद बोता है,

रात में  करता है  रखवाली,
श्वान दिवस में ही  सोता है,

ज्ञान बिना दुनिया में गुंजन,
भंवर  बीच  खाता गोता है,
--शशि भूषण मिश्र 'गुंजन'

©Shashi Bhushan Mishra #अपना चाहा कब होता है#

Shashi Bhushan Mishra

#ख़्वाहिश कब लेती मंजूरी#

read more
ख़्वाहिश कब लेती मंज़ूरी,
रहती मन की बात अधूरी,

भाग्य साथ देता तो होती,
मनोकामनाएं  सब   पूरी,

दीदावर मिल जाए सच्चा,
नर्गिस कभी न हो  बेनूरी,

लोग  मुकर जाते वादे से,
रहती होगी कुछ मज़बूरी,

मनचाहा मिल जाए कैसे,
क़िस्मत के हाथों में छूरी,

हरपा हुआ नहीं फल देता,
छल प्रपंच से  रखना दूरी,

जीवन सफ़ल बना देता है,
'गुंजन' श्रद्धा  और  सबूरी,
--शशि भूषण मिश्र 'गुंजन'
      प्रयागराज उ०प्र०

©Shashi Bhushan Mishra #ख़्वाहिश कब लेती मंजूरी#

Heer

तुम्हे प्यार है मुझसे,पर कब तक! जब तक......!!

read more

Internet Jockey

उजाला जानता है, दरारों की अहमीयत sad love shayari

read more
उजाला जानता है, दरारों की अहमीयत

©Internet Jockey उजाला जानता है, दरारों की अहमीयत sad love shayari

Urvashi Kapoor

#ना जाने कब.....

read more

Sk

उम्मीद और विश्वास का छोटा सा बीज, खुशियों के विशाल फलों से बेहतर और शक्तिशाली है

read more
White उम्मीद और विश्वास का छोटा सा बीज, खुशियों के विशाल फलों से बेहतर और शक्तिशाली है

©Sk उम्मीद और विश्वास का छोटा सा बीज, खुशियों के विशाल फलों से बेहतर और शक्तिशाली है

Shashi Bhushan Mishra

#स्वप्न बीज बोना चाहूँगा#

read more
White थोड़ा  मैं  सोना चाहूँगा, 
स्वप्न बीज बोना चाहूँगा,

उम्र क़ैद से मिली रिहाई, 
तेरा   मैं   होना  चाहूँगा,

काँधे पर सिर रखके पारो, 
जी भरकर  रोना चाहूँगा,

अंग संग होकर  प्रेमी के, 
मैं ख़ुद को खोना चाहूँगा,

महाकुंभ में पाप जहां का, 
गंगा   में   धोना   चाहूँगा,

नफ़रत की दीवार तोड़कर, 
दिल में इक कोना चाहूँगा,

कजरारे  नैनों का  'गुंजन',
फिर  जादू-टोना   चाहूँगा,
--शशि भूषण मिश्र 'गुंजन'
       समस्तीपुर बिहार

©Shashi Bhushan Mishra #स्वप्न बीज बोना चाहूँगा#
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile