Find the Latest Status about पोषण के प्रकार from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, पोषण के प्रकार.
Rimpi chaube
समझ आई तो बच्चे कैसे भूल गए उस बात को। मैले कपड़े पहने माता–पिता,कितना कष्ट उठाएं दिन–रात को। जीवन जिन्होंने दांव लगाया,बच्चों के पालन पोषण पर, आज वही बच्चे नहीं समझते,अपने माता–पिता के जज्बात को।। ©Rimpi chaube #मातापिता 😊 समझ आई तो बच्चे कैसे भूल गए उस बात को। मैले कपड़े पहने माता–पिता,कितना कष्ट उठाएं दिन–रात को। जीवन जिन्होंने दांव लगाया,बच्चों क
#मातापिता 😊 समझ आई तो बच्चे कैसे भूल गए उस बात को। मैले कपड़े पहने माता–पिता,कितना कष्ट उठाएं दिन–रात को। जीवन जिन्होंने दांव लगाया,बच्चों क #Love #PARENTS #ParentsLove #माता_पिता
read moreIndian Kanoon In Hindi
अब ऐसी महिला को नहीं मिलेगा भरण पोषण? अब मेंटेनेंस केस पर आया नया कानून? #Videos
read moreIndian Kanoon In Hindi
अब ऐसी महिला को नहीं मिलेगा भरण पोषण? अब मेंटेनेंस केस पर आया नया कानून? #Videos
read moreHimanshu Prajapati
White हर हालात से लड़ा हूं, हर प्रकार के इंसान से मिला हूं, पर मेरे जैसा कोई नहीं, जो मोहब्बत में है पर किसके साथ पता नहीं..! ©Himanshu Prajapati #sad_shayari हर हालात से लड़ा हूं, हर प्रकार के इंसान से मिला हूं, पर मेरे जैसा कोई नहीं, जो मोहब्बत में है पर किसके साथ पता नहीं..!
#sad_shayari हर हालात से लड़ा हूं, हर प्रकार के इंसान से मिला हूं, पर मेरे जैसा कोई नहीं, जो मोहब्बत में है पर किसके साथ पता नहीं..! #विचार
read moreN S Yadav GoldMine
White गीता ४।१४) {Bolo Ji Radhey Radhey} किसी भी जीव के 'कर्मों के फल में मेरी स्पृहा नहीं है; इसलिये मुझे कर्म लिप्त नहीं करते -इस प्रकार जो मुझे तत्त्व से जान लेता है, वह भी कर्मों से नहीं बँधता।' ©N S Yadav GoldMine #love_shayari गीता ४।१४) {Bolo Ji Radhey Radhey} किसी भी जीव के 'कर्मों के फल में मेरी स्पृहा नहीं है; इसलिये मुझे कर्म लिप्त नहीं करते -इ
#love_shayari गीता ४।१४) {Bolo Ji Radhey Radhey} किसी भी जीव के 'कर्मों के फल में मेरी स्पृहा नहीं है; इसलिये मुझे कर्म लिप्त नहीं करते -इ #मोटिवेशनल
read moreN S Yadav GoldMine
White गीता ११।५४) {Bolo Ji Radhey Radhey} जय श्री राधे कृष्ण जी।। 'परंतु हे परंतप अर्जुन! अनन्य भक्ति के द्वारा इस प्रकार चतुर्भुज रूप वाला, मैं प्रत्यक्ष देखने के लिये, तत्त्व से जानने के लिये तथा प्रवेश करने के लिये अर्थात् एकीभाव से प्राप्त होने के लिये भी शक्य हूँ।' ©N S Yadav GoldMine #love_shayari गीता ११।५४){Bolo Ji Radhey Radhey} जय श्री राधे कृष्ण जी।। 'परंतु हे परंतप अर्जुन! अनन्य भक्ति के द्वारा इस प्रकार चतुर्भुज र
#love_shayari गीता ११।५४){Bolo Ji Radhey Radhey} जय श्री राधे कृष्ण जी।। 'परंतु हे परंतप अर्जुन! अनन्य भक्ति के द्वारा इस प्रकार चतुर्भुज र #मोटिवेशनल
read more