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संस्कृतलेखिकातरुणाशर्मा-तरु
स्वलिखित हिन्दी रचना संस्कृत अनुवाद सहित अनुवाद सहित शीर्षक राधा नाम जप श्रीराधाराधा प्रत्येकं कणेषु वर्तते। लहर लहर श्री राधा राधा लह
read moreसंस्कृतलेखिकातरुणाशर्मा-तरु
वास्तविक आवाज शीर्षक न यावद् उमानाथपादारविन्दम् श्री शिव रुद्राष्टकम् हिंदी अर्थ सहित . . विधा श्री शिव रुद्राष्टकम् हिंदी अर्थ सहित श्लोक
read moreसंस्कृतलेखिकातरुणाशर्मा-तरु
तरु व क्रिशु पक्षतः सर्वदेशवासिनाम् अनन्त चतुर्थी हेतु शुभकामना विश्व को शुभकामनाएं! ⚜️⚜️⚜️⚜️⚜️⚜️⚜️⚜️⚜️⚜️⚜️⚜️⚜️⚜️ समस्त देशवासियों को तरु
read moreबेजुबान शायर shivkumar
White //____❤️ " हे मेरे महादेव प्रभु " ❤️____// !! मुझे आपका ये कैसा रोग लगा है " महादेव " ये तड़प जो मेरे ह्रदय में नित उठे हो !! !! मेरे इस नैनन दाह रोमो में कैसी ये पीड़ा है ऐसा लगे कि मेरे महादेव मुझसे ही रूठे हो !! !! मेरा जो रोग वो मिटाय ,उनकी ये दर्शन झलकी वैद्य वे अति ही अनूठे हो !! !! आओ " मेंरे महादेव प्रभु " पास तुम बिन कभी न ये प्राण छूटे जो !! //___❤️ जय हो भोलेनाथ ! जय हो भंडारी ❤️___// ❁ ☞ ॐ नमः शिवाय ☜ ❁ ©बेजुबान शायर shivkumar #Shiva #om_namah_shivay #omnamahshivaya #harharmahadev #mahadev #बेजुबानशायर143 #बेजुबानशायर #कविता95 Sethi Ji Kshitija puja udeshi write
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read moreMAHENDRA SINGH PRAKHAR
मनहरण घनाक्षरी :- फेसबुक व्हाट्सएप , छोड़ भी दो अब आप , घर माता-पिता अब , सेवा कर लीजिए । दूर हो न रिश्ते नाते , कर लो उनसे बातें , छोड़ के मोबाइल को , समय उन्हें दीजिए । व्यर्थ गँवाया समय , देख बोलता तनय , सोचिए पुनः फिर से ,शांत मन कीजिए । छोड नही घर द्वार , तेरा अच्छा परिवार, मान मेरी बात कर , नीर अब पीजिए ।। 2**************************** कर गणेश वंदना , पूर्ण हो फिर कामना , भक्त का रखते वही , सदा नित ध्यान हैं । माँ गौरा के लाल वह , भक्त पे निहाल वह , देख भक्त की श्रद्धा को , देते वरदान हैं । दूब ही अति प्यारी है , मूसक की सवारी है , भक्तों के कष्टों का वह , देते समाधान हैं । देवों में पूज्य प्रथम , जानते हैं अब हम, सारे जग में उनकी , करूणा महान है ।। महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR मनहरण घनाक्षरी :- फेसबुक व्हाट्सएप , छोड़ भी दो अब आप , घर माता-पिता अब , सेवा कर लीजिए । दूर हो न रिश्ते नाते , कर लो उनसे बातें , छोड़ के मो
मनहरण घनाक्षरी :- फेसबुक व्हाट्सएप , छोड़ भी दो अब आप , घर माता-पिता अब , सेवा कर लीजिए । दूर हो न रिश्ते नाते , कर लो उनसे बातें , छोड़ के मो
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